Posts Tag: लोकतंत्र 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Mukesh 'Aseemit' 6 Jun 2024 · 1 min read लोकतंत्र के प्रहरी लोकतंत्र के प्रहरी - झूठे वादों की धुन पर नाचते जनतंत्र के प्रहरी , हर वादा किताबी किस्से की झूठी दास्तान है । दबी सच की आवाज ,सजने लगा राजनीति... Hindi · कविता · ग़ज़ल · लोकतंत्र · सीमा प्रहरी/सिपाही 1 75 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 6 Jun 2024 · 3 min read मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख हे प्रजातंत्र के प्रहरीगण, लोक तंत्र के इस विशाल नाटक का पटाक्षेप हो गया है. नाटक जहाँ झूठे वायदों की दुंदभी के आगे सच्चे संकल्प और भाव की तूती की... Hindi · काल/समय · राजनीति · लेख · लोकतंत्र 1 92 Share surenderpal vaidya 3 Apr 2024 · 1 min read * लोकतंत्र महान है * ** गीतिका ** ~~ मन लिए आशा भरे अभियान करना चाहिए। और मिलकर लक्ष्य का संधान करना चाहिए। लोकतंत्र महान है मजबूत होता जा रहा। वोट के अधिकार का सम्मान... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · लोकतंत्र 1 1 94 Share *प्रणय* 18 Apr 2023 · 1 min read #गद्य_छाप_पद्य #गद्य_छाप_पद्य ■ मत का मूल्य सिफर 【प्रणय प्रभात】 "एक परिवार में छह सदस्य अक़ल के मामले में, पूरे के पूरे विलायती। मतलब छहों के छहों, अलग-अलग पार्टियों के पक्के हिमायती।... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लघुव्यंग्य · लोकतंत्र · हिंदुस्तान 1 197 Share *प्रणय* 31 Jan 2023 · 1 min read ■ पूर्वानुमान ■ देख लेना आप भी.... कल आम बज़ट आएगा और आम आदमी के लिए गुठली लाएगा। गुठलो बोले तो बिना तिल्ली की रेवड़ी। चुनावी साल की लॉलीपॉप। कुछ-कुछ झुनझुना टाइप।... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लोकतंत्र 1 168 Share *प्रणय* 29 Jan 2023 · 1 min read ■ शर्मनाक हालात ■ देखते जाओ... अभी तो चुनावी साल का आग़ाज़ भर हुआ है। अंजाम तक पता नहीं किस गंदे नाले में जाएगी गंदी नाली में औंधे मुंह पड़ी सियासत। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · भक्ति मुक्तक · राजनीति · लोकतंत्र · हिंदुस्तान 1 163 Share *प्रणय* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ जानिए आप भी... ■ पहचान.... यह पहचान है उन आस्तीन के सांपों की, जिन्हें दुग्ध-पान कराना हमारे देश के कर्णधार धर्म और संस्कृति ठहराते आए हैं। अपने क्षुद्र स्वार्थों की सिद्धि व झूठी... Hindi · अराजकता · जंगलराज · राजनीति · लोकतंत्र 1 210 Share *प्रणय* 27 Jan 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / बाक़ी सब बकवास...!! ■ ये कैसा गणतंत्र........? ★ निरीह "जन" की छाती पर समूचा "तंत्र" 【प्रणय प्रभात】 बहुत बड़े मैदान के बीच छोटे से सुसज्जित व सुरक्षित पांडाल में नर्म गुदगुदे व कवर... Hindi · गणतंत्र दिवस · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य · व्हीआआईपी कल्चर 1 512 Share *प्रणय* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ लोकतंत्र या ढोकतंत्र? ■ भगवान_बचाए उन चाटुकारों से जो आकां कि जूती को टोपी मान कर सिर पर सजाए घूम रहे हैं और पस्ती के बीच भी मस्ती में झूम रहे हैं। 【प्रणय... Hindi · कटाक्ष · चापलूसी · राजनीति · लघुव्यंग्य · लोकतंत्र 1 261 Share *प्रणय* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ मुक्तक। #मुक्तक- ■ पर्व का संदेश 【प्रणय प्रभात】 "ना परिंदों के पंख घायल हों, ना ही ज़ख्मी किसी की पायल हो। अपनी इंसानियत टटोलें हम, आओ, जय हिंद साथ बोलें हम।।"... Hindi · गणतंत्र दिवस · देशभक्ति मुक्तक · लोकतंत्र · संदेश 1 318 Share *प्रणय* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ मानसिक गुलाम और आज़ादी की मांग #रोज़_का_धंधा ■ नए विवाद, नए फ़साद देश-विरोधी तत्वों की एक ही मंशा। विश्व पटल पर देश की बड़नानी। प्रमाण छात्रों के नाम पर लामबंद बाहरी ताकतों की गुलाम तरुणाई। मानसिकता... Hindi · अराजकता · आजादी · चिंताजनक · लोकतंत्र 1 458 Share *प्रणय* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ सीधेई बात.... ■ चलता_करो आ रहा है निर्णायक दौर। अब आपकी है बारी! सोचना कि किसे सौंपनी है अगली पारी. Hindi · आह्वान · राजनीति · लोकतंत्र · सामयिक 1 159 Share *प्रणय* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ आज की बात #दोहा- "बेबस जन की पीठ पर भारी तंत्र सवार। परिपाटी ढोए चलो करते जय-जयकार।।" दोहा आज के परिवेश और परिदृश्यों की विकृतियों के नाम है। समूचे देश में "व्हीआईपी कल्चर"... Hindi · आवाज़ · गणतंत्र दिवस · दोहा · लोकतंत्र 1 174 Share *प्रणय* 25 Jan 2023 · 1 min read ■ एक सलाह.... ■ नेक सलाह... रामराज्य की कल्पना करने वालों को जंगलराज कैसे सुहा व लुभा सकता है। जहां आशंका और असुरक्षा की स्थिति क़दम-क़दम पर दिखाई दे। इससे पहले कि आपका... Hindi · अराजकता · जंगलराज · राजनीति · लोकतंत्र · सलाह 1 412 Share *प्रणय* 25 Jan 2023 · 1 min read ■ मदमस्त तंत्र... ■ आज की मस्ती, कल की पस्ती 【प्रणय प्रभात】 जैसे एक अधजली बीड़ी या सिगरेट पूरे खेत या जंगल को तबाह कर देती है। जिस तरह शॉर्ट-सर्किट की एक चिंगारी... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · सामयिक_सवाल · सिस्टम 1 384 Share *प्रणय* 25 Jan 2023 · 1 min read ■ धिक्कार.... ■ धिक्कार नामुरादों...! "कथनी और करनी" में ज़मीन-आसमान जितना फ़र्क़ रखने वाले लोगों और उनके संगठनों की मजाल नहीं कि बिना सियासी संरक्षण व समथन के उन्माद फैला सकें। यदि... Hindi · अराजकता · गणतंत्र दिवस · राजनीति · लोकतंत्र · सिस्टम 1 309 Share *प्रणय* 25 Jan 2023 · 4 min read ■ आज की बात : सरकार और सिस्टम के साथ #अहम_सवाल ■ उन्माद के पीछे की मंशा आख़िर क्या...? ★ सरकार और सिस्टम बेबस क्यों...? ★ उन्माद उद्योग के एंटर-प्रेन्योर ★ फ़साद कारोबार का स्टार्टअप 【प्रणय प्रभात】 मंगलवार की रात... Hindi · आलेख · गणतंत्र दिवस · राजनीति · लोकतंत्र · सामयिक_सवाल 1 281 Share *प्रणय* 24 Jan 2023 · 1 min read ■ नई परिभाषा / "लोकतंत्र" ■ प्रयोग-धर्म.. .! ★ पढ़ना ही नहीं, गढ़ना भी 【प्रणय प्रभात】 मैं परिभाषाएं पढ़ता ही नहीं, गढ़ता भी हूँ साहब! जब भी कुछ सूझ जाए तब। जिस पर भी मन... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · हिंदी साहित्य परंपरा 1 312 Share *प्रणय* 24 Jan 2023 · 3 min read ■ सामयिक / ज्वलंत प्रश्न #विडम्बना- ■ सियासत का सॉफ्ट-टार्गेर सिर्फ़ सनातिन ही क्यों...? ★ बेशर्म खेल के पीछे की वजह ध्रुवीकरण ★ सियासत, मीडिया व बाहरी शक्ति का त्रिकोण 【प्रणय प्रभात】 किसी की बात... Hindi · आज़ादी का अमृत महोत्सव · आलेख · धर्म · राजनीति · लोकतंत्र 1 272 Share *प्रणय* 23 Jan 2023 · 1 min read ■ बेवक़ूफ़ कौन....? ■ नफ़रत में नफ़ा.... 【प्रणय प्रभात】 "जम्हूरियत के नाम पे हम जैसे करोड़ों। पागल हैं सियासत में वफ़ा ढूंढ रहे हैं।। सच जानते हैं सारे किसी से छुपा नहीं। लाखों... Hindi · आज़ादी का अमृत महोत्सव · नफरत · मुक्तक · राजनीति · लोकतंत्र 1 166 Share *प्रणय* 22 Jan 2023 · 2 min read ■ पूरे है आसार... ■ मच सकता है हाहाकार... ★ लोकशाही के नाम पर जारी तैयारी 【प्रणय प्रभात】 क्या आपको "लोकतंत्र" में लाठी, गाली, दमन, शोषण, हठधर्मिता, मनमानी, तानाशाही, लूटमार, षडयंत्र,चालबाज़ी, दबंगई, ढीठता, निरंकुशता,... Hindi · आलेख · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य 1 384 Share *प्रणय* 22 Jan 2023 · 3 min read ■ कीजिएगा विचार...!! ■ "तंत्र" आख़िर किसका...? ★ "जन" का या फिर "गण" का...? 【प्रणय प्रभात】 "जनतंत्र" यानि "जनता पर जनता के लिए जनता द्वारा किया जाने वाला शासन।" यही परिभाषा बचपन से... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · व्यंग्य 1 249 Share