Posts Tag: लोकगीत 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 Sep 2025 · 1 min read #ई_हमरो_अरदास_समझ_लीं, चाहे कातर पाती। #ई_हमरो_अरदास_समझ_लीं, चाहे कातर पाती। ________________________________ माई पुछलस, बहिनी पुछलस, पुछलें संगी साथी। नोकरी पर जब मिलले नईखे बतलाईं हम काथी।। सुखल मुहवा के भाषा पढ़ि, बाबूजी बुझि गइलें। आके माई... Bhojpuri · लोकगीत 2 134 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2025 · 1 min read #बोलऽ_दीं_का_उपहार..? रूठी पत्नी को मनाते भोजपुरिया पति #बोलऽ_दीं_का_उपहार..? ______________________ चुड़ी,गजरा, बिंदिया पायल कंगना उधार। बोलऽ दी का उपहार, मन से गोरिया हमार।। पइसा ना कौड़ी बाटे हाथ बडुवे खाली। सोचऽतानी लेइ... Bhojpuri · लोकगीत 1 95 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2025 · 1 min read देइदऽ दर्शन तू करऽ उपकार...... !! #भोजपुरी_गीत ~~~~~~~~~ तोहरे रूपवा के होई कब दिदार, बिमार मोर मनवा भइल। देइद दर्शन तू-२ करऽ उपकार, बिमार मोर मनवा भइल। एक हि झलकऽ बदे भइनी पपिहरा । तोहरे दरसऽ... Bhojpuri · लोकगीत 1 84 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Mar 2024 · 1 min read होली गीत अँखिया गईले पथराई, दूरदेश बसेला सजनवां। 2 अँखिया गईले पथराई अँखिया गईले पथराई। 2 बीतलऽ अषाढ़ सावन बीतलऽ कुआर बा। कातिकऽ से माघ ले ना आइल बहार बा। गईले सवत... Bhojpuri · लोकगीत 1 326 Share Poonam Matia 19 Feb 2024 · 1 min read *निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी निंदिया के झूले में ललना झुला जा। आ जा री निंदिया! आ जा तू आजा। चंदा का अँगना अरु तारों का आँचल, छुप जा ओ ललना ज्यूँ अंखियन में काजल।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · लोकगीत · लोरी 8 5 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Aug 2023 · 1 min read #काहे_ई_बिदाई_होला_बाबूजी_के_घर_से? #काहे_ई_बिदाई_होला_बाबूजी_के_घर_से? _______________________________ सेनुरा के संङ्गे नाता छुटे नइहर से, काहें ई विदाई होला बाबूजी के घर से? टूटि जाला रिश्ता - नाता माई के आचर से, काहे ई बिदाई होला... Bhojpuri · बिदाई गीत · लोकगीत 1 503 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Oct 2022 · 1 min read हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। ___________________________________________ हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। मंशाराम जी बाबाजी रहनी, सगरे कहानी मोर बाबाजी कहनी। रहनी पंड़ीजी... Bhojpuri · लोकगीत 3 553 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2022 · 1 min read सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात। जल बीच खाड़ बरतिया ये छठि मइया, अँखिया से गीरे बरसात। सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात। असरा लगाई माई! करेली बरतिया। रखिहें अमर माई! हमरो पीरितिया। लोरवा... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 2 401 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2022 · 1 min read सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया। सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया। रोंअत तिवइया कहे सुनऽ मइया, अइले न सजना बिदेशिया।। हुक उठे मनवाँ, सुन बा भवनवाँ, उसर लागेला सगरो जहानवाँ। छोड़ि के गइलऽ,... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 1 540 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Oct 2022 · 1 min read करीं हम छठ के बरतिया करी हम छठि के बरतिया, माई करीं सुइकार। छठि माई होईं ना सहइया, सुखी रहें परिवार।। ---+-++------ महिमा अपार जाने सकल जहानवा। देली माई गोदिया में सुनरऽ ललनवा। कर धनी... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 2 333 Share Page 1 Next