Posts Tag: लघुकथा 235 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 2 min read मजबूरी नहीं जरूरी मजबूरी नहीं जरूरी "अरे सर आप भी, कहीं मैं नींद में तो नहीं हूं।" सुबह-सुबह साइकिलिंग करते हुए अपने बैंक के मैनेजर साहब को देखकर उनके क्लर्क रमेश ने आश्चर्यचकित... Hindi · लघुकथा 232 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 2 min read नई बहू नई बहू "बेटा रमेश, मेरे चश्मे का ग्लास घिसकर बहुत खराब हो गया है। आज ऑफिस से लौटते समय याद से एक नया चश्मा लेते आना।" "हां दादी, सॉरी मैं... Hindi · लघुकथा 2 202 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 1 min read इमोशनल पोस्ट लघुकथा इमोशनल पोस्ट "हलो।" "हल्लो मम्मी, कैसी हैं आप ?" "मैं तो ठीक हूं, पर तुम्हें ये क्या सनक चढ़ी है रक्त दान करने की। अभी दो महीने पहले ही... Hindi · लघुकथा 190 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 1 min read अपना पराया -: अपना पराया :- हमारी शादी को छह माह से भी अधिक हो गये थे। माँ अपनी बहू का विशेष ध्यान रखती थी। मैंने सोचा नई-नई है, इसलिए स्थिति ऐसी... Hindi · लघुकथा 288 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 2 min read फर्क तो पड़ता है फर्क तो पड़ता है दौड़ते-भागते शर्मा जी जैसे ही ऑफिस पहुँचे डायरेक्टर के मुहलगे चपरासी ने उन्हें बताया- "सर ने आपको आते ही मिलने के लिए कहा है." डरते-डरते जैसे... Hindi · लघुकथा 177 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 15 Jun 2023 · 1 min read ममता ममता जिसके खातिर जिया, भरी जवानी में विधवा होने के बाद, जिसे कभी अपने बाप की कमी का अहसास तक होने नहीं दिया, दूसरों के घर झाडू-पोंछा कर अपना पेट... Hindi · लघुकथा 1 241 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 14 Jun 2023 · 3 min read मदद मदद """"'" अगले सप्ताह रागिनी की शादी है। खरीददारी के लिए मां-बेटी अक्सर बाजार जाती थीं। प्राय: उन्हें लौटते समय शाम, तो कभी-कभी रात भी हो जाया करती थी। एक... Hindi · लघुकथा 1 176 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 14 Jun 2023 · 1 min read सवर्ण सवर्ण गरीबी और भूख से व्याकुल, बेरोजगारी से परेशान, एक अदद नौकरी के लिए एक दफ्तर और दूसरे और फिर तीसरे दफ्तर भटकते-भटकते रामदयाल पाण्डेय अंततः मृत्यु को प्राप्त हुआ।... लघुकथा 262 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 14 Jun 2023 · 2 min read मायका वर्सेज ससुराल मायका वर्सेज ससुराल "पापा, आप तो अक्सर कहा करते हैं कि मैं बेटा और बेटी में कोई भी फर्क नहीं करता, पर मैं पिछले कुछ सालों से देख रहा हूं... Hindi · पिता का प्यार · मायका · लघुकथा · ससुराल · स्नेह 227 Share *प्रणय* 12 Jun 2023 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ कैसे बुझे ये आग...? 【प्रणय प्रभात】 नगर पंचायत के बरामदे में खड़ी रुकमणी गुस्से से बेहाल थी। वजह थी हर महीने मुफ़्त की रक़म पाने वाली महिलाओं की... Hindi · लघुकथा 1 154 Share *प्रणय* 11 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा / #सबक़ #लघुकथा / #सबक़ ■ छोटा झूठ : बड़ा सबक़ 【प्रणय प्रभात】 सुनो! इस महीने अपनी ज़रूरत के हिसाब से पैसों का इंतज़ाम ख़ुद कर लेना। तन्ख्वाह शायद ही मिलेगी इस... Hindi · लघुकथा 1 147 Share *प्रणय* 9 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा / #हिचकी #लघुकथा ■ गुर्दा-फाड़ हिचकी 【प्रणय प्रभात】 देवलोक में चैन की बंसी बजा रहे सूबे के तमाम दिवंगत महापुरुष इन दिनों बेहद परेशान हैं। परेशानी की वजह है ताबड़तोड़ गुर्दा-फाड़ व... Hindi · राजनीति · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 313 Share *प्रणय* 5 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ दान की बछिया... 【प्रणय प्रभात】 लाला मूलचंद का सेवक हरिया भागा भागा आया। बताने लगा कि फेक्ट्री के पीछे की ख़ाली ज़मीन पर लगे सारे कद्दू पक गए... Hindi · लघुकथा 1 165 Share *प्रणय* 1 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ इन एड ऑन... 【प्रणय प्रभात】 आटा कनस्टर में, तेल जार में, घी डिब्बे में। आलू-प्याज़ डलिया में, धनिया-मिर्च और मटर फ्रीज़ में, गैस सिलेंडर में, चूल्हा और बर्तन... Hindi · लघुकथा 2 273 Share *प्रणय* 25 May 2023 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ हो गया कल्याण...! 【प्रणय प्रभात】 नव-विकसित कॉलोनी में नया-नया आबाद हुआ था वो परिवार। आसपास के परिवारों से मेल-जोल बाक़ी था। बावजूद इसके पूरी कॉलोनी में चर्चे ज़रूर... Hindi · ढोल की पोल · मुग़ालता · लघुकथा 2 222 Share manisha 25 May 2023 · 1 min read गुलाब डे गुलाब डे ************** रीमा की जिंदगी एक गुलाब ने बदल दी थी । आज उसकी खुशी का ठिकाना ही नही था । वेलेनटाईन डे के ठीक सात दिन पहले रोज... Hindi · लघुकथा 1 374 Share *प्रणय* 21 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #बेरहमी #लघुकथा- ■ क्या करता बेचारा कूलर? 【प्रणय प्रभात】 आठ बाय आठ का एक कमरा। फ़र्श पर आड़े-तिरछे पसरे आठ प्राणी। सब की कोशिश ढाई हजार रुपए के लोकल कूलर में... Hindi · लघुकथा · संवेदना 1 293 Share *प्रणय* 20 May 2023 · 1 min read ● रूम-पार्टनर #लघुकथा ■ एक मैं और एक वो 【प्रणय प्रभात】 हम हॉस्टल में रूम पार्टनर थे। मैं दोनों समय खाना बनाता था। वो बातें बनाता था। मैं धोए गए कपड़ों पर... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य 1 254 Share *प्रणय* 19 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #नक़ाब #लघुकथा ■ नहले पर दहला...!! 【 प्रणय प्रभात】 "एक बात तो है भाई! इस चाइनीज़ वायरस ने लोगों के चेहरों पर नक़ाब तो चढ़वा ही दिए।" यह जुमला लाला जी... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य 2 564 Share *प्रणय* 18 May 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ लो, और करो आराम... 【प्रणय प्रभात】 बिना काम के भारी वेतन वाले अच्छे ओहदे पर विराजमान शांति मैडम बड़ीआराम-तलब थीं। खाना-पीना और आराम फ़रमाना पसंद था उनको। कुछ... Hindi · कटाक्ष · लघुकथा 1 259 Share *प्रणय* 14 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #गुस्सा #लघुकथा ■ जन्मसिद्ध अधिकार... 【प्रणय प्रभात】 आज नागराज भरपूर गुस्से में थे। कभी फन फैलाते, कभी नीचे पटकते। नागमती रह-रह कर फुसकार भर रही थी। संपोला और संपोली भी दम... Hindi · लघुकथा 200 Share *प्रणय* 14 May 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ सोशल डिस्टेंसिंग...!! 【प्रणय प्रभात】 भद्र परिवारों के दर्ज़न भर महिला-पुरुष और वच्चे मुँह से मुँह लगाए गहन चर्चा में मशगूल थे। कुछ देर बाद पता चला कि उनकी... Hindi · लघुकथा · हास परिहास 1 126 Share *प्रणय* 10 May 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ तारीफ़ की आड़ में... 【प्रणय प्रभात】 सारी सब्ज़ियां टमाटर की ख़ूब तारीफ़ करतीं। हमेशा उससे कहतीं कि उसकी टक्कर का फल कोई और है ही नहीं धरती पर।... Hindi · लघुकथा 1 230 Share *प्रणय* 8 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #न्यूज़ #लघुकथा ■ मार डाला... 【प्रणय प्रभात】 देश-दुनिया का हाल जानना उसकी आदत में था। लॉकडाउन के दौरान उसका इकलौता साथी था टीव्ही। काम था दिन भर खबरिया चैनल देखना। कोविड... Hindi · मीडिया · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 309 Share *प्रणय* 28 Apr 2023 · 2 min read #लघुकथा / आख़िरकार... #लघुकथा ■ सूखे खेत छा गए बदरा... 【प्रणय प्रभात】 मिस्टर एबी का बेटा 32 साल का हो चुका था। उसके लिए तलाश थी एक सर्वगुण-सम्पन्न सुंदरी की। तलाश बीते छह... Hindi · नैतिक हायकू सामाजिक · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 490 Share *प्रणय* 18 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ घोंचू बंदा, घाघ बंदी...! 【प्रणय प्रभात】 "क्या बात है जी, हमारी किसी भी पोस्ट पर आजकल कोई कमेंट नहीं?" फेसबुकी बंदे ने हिम्मत कर के एक दिन अपनी... Hindi · कटाक्ष · लघुकथा · लघुव्यंग्य 1 550 Share *प्रणय* 17 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा :-- #लघुकथा :-- ■ "पारो" बनी "अनारो" 【प्रणय प्रभात】 अधेड़ उम्र का देवदास कमसिन पारो की पुष्पहार से सज्जित तस्वीर के आगे अगरबत्तियां जला-जला कर बेहाल था। पिचके गालों पर सूखे... Hindi · लघुकथा · हास परिहास 375 Share *प्रणय* 15 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ एक दिन की छूट 【प्रणय प्रभात】 महा-ज़िद्दी चुन्नू हर रोज़ की तरह कल अपनी माँ से नहीं पिटा। ना ही किसी ने चुन्नू के चीखने की आवाज़ सुनी,... Hindi · कटाक्ष · लघुकथा · लघुव्यंग्य 1 459 Share *प्रणय* 12 Apr 2023 · 2 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ फिर टूट गया मुग़ालता 【प्रणय प्रभात】 "अब तो रात के 12 बज गए यार! खाना खा लो तुम लोग भी। ताकि कम से कम आज तो टाइम पर... Hindi · दुनियादारी · रिश्ते · लघुकथा · लघुव्यंग्य 1 237 Share *प्रणय* 11 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ मास्टर माइंड हुशियारी लाल 【प्रणय प्रभात】 मुश्किल से बीए पास हुशियारी लाल का दिमाग़ अचानक चला। उसने कुछ पढ़े-लिखों को समाजसेवा का ज्ञान दिया। फिर अपनी पहुंच के... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 189 Share *प्रणय* 9 Apr 2023 · 1 min read ■ जय जय शनिदेव... #लघुकथा- ■ डर का नाम मुहब्बत 【प्रणय प्रभात】 हनुमान जयंती की बधाई का संदेश ग़लती से उसे भी चला गया, जिसे अपनी ग़लती कभी ग़लती से भी ग़लती नहीं लगती।... Hindi · लघुकथा 1 453 Share *प्रणय* 9 Apr 2023 · 1 min read ■ कन्फेशन #लघुकथा ■ ओर ब्रेकअप तय...! 【प्रणय प्रभात】 "क़सम से यार! तुम भी बड़ी वो हो।" रजत ने फिर से कहा तो पारुल फूल कर कुप्पा हो गई। उसने बड़ी अदा... Hindi · लघुकथा 1 226 Share *प्रणय* 8 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ फूट गया गुब्बारा 【प्रणय प्रभातY】 "गुरू! अपने मोहल्ले के पनवाड़ी की छोरी किसी लफड़े में है आजकल।" लगभग फुदकते हुए आए गुर्गे रमुआ ने कलुआ उस्ताद के सामने... Hindi · लघुकथा 1 292 Share *प्रणय* 6 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ एक बेचारा...! 【प्रणय प्रभात】 दो जून की रोटी में बेगार करने वाले कुछ दिनों के लिए अपने गाँव चले गए। नौकरीपेशा मंजुला बच्चों की देख-रेख को लेकर कुछ... Hindi · दुनियादारी · लघुकथा 1 209 Share *प्रणय* 4 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ टेंशन का ट्रांसफर 【प्रणय प्रभात】 अपने एक प्लॉट को थोड़े से झूठ के बूते 50 हज़ार रुपए ज़्यादा में बेच कर धूर्त हुकमचन्द फूला नहीं समा रहा था।... Hindi · प्रेरक · प्रेरणा · लघुकथा 1 315 Share *प्रणय* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ बस दो शब्द.....!! 【प्रणय प्रभात】 बिना किसी मीटर और मापदंड के अनाप-शनाप लिखने और जुगाड़ से छपवाने वाले एक स्वयम्भू साहित्यकार ने एक तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट करते... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 324 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 2 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ स्पेशल बर्फी... 【प्रणय प्रभात】 कम से कम आठ से दस दिन पुरानी होंगी वो दस तरह की मिठाइयां। वज़न में लगभग 30-35 किलो के आसपास। इनमें बासी पेड़े,... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य · हास परिहास 1 261 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा... #लघुकथा ■ बाहर नहीं जाऊंगा मैं...! 【प्रणय प्रभात】 बरसों पहले दूरदर्शन पर एक विज्ञापन आता था। जिसमें एक बच्चा उछल-उछल कर गाता था- "एशेल वर्ल्ड में रहूंगा मैं। घर नहीं... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 264 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read #लघुकथा / #सम्मान #लघुकथा ■ ऑनलाइन सम्मान 【प्रणय प्रभात】 स्वयम्भू कविराज मांगीलाल कुबेर के व्हाट्सअप पर एक संदेश आया। संदेश दिल्ली की किसी विशुद्ध व्यावसायिक जेबी और फ़र्ज़ी साहित्यिक संस्था का था। संदेश... Hindi · खरी खरी · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 480 Share *प्रणय* 24 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / लेखिका #लघुकथा ■ तलाश एक अवार्ड की!! 【प्रणय प्रभात】 ट्रेनिंग कॉलेज में पदस्थ मैडम ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को आए दिन की तरह लेखन का विषय दिया। सभी ने हमेशा की तरह... Hindi · कटाक्ष · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 203 Share *प्रणय* 23 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / लेनदार #लघुकथा ■ चंपत हुई मुसीबत 【प्रणय प्रभात】 बाज़ार में भटकते रामदयाल को बहुत दिनों से बाबूलाल की तलाश थी। उससे उधार दिए हुए दस हज़ार रुपए जो वसूलने थे उसे।... Hindi · कटाक्ष · कोविड · नुस्खा · लघुकथा · हास परिहास 1 185 Share *प्रणय* 21 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा... ■ दुरंगापन 【प्रणय प्रभात】 रजनी मैडम अपने सरकारी स्कूल से घर लौटीं। घर मे दाखिल होते ही एक कमरे में इकलौती बिटिया किंजल को सुबकते पाया। पूछने पर पता चला... Hindi · असमानता · कटाक्ष · दुरंगापन · लघुकथा 1 215 Share *प्रणय* 20 Mar 2023 · 1 min read #लघुकथा / #एकता ■ एकता-प्रेमी नेताजी 【प्रणय प्रभात】 जनाब दिन-रात "एकता" के गीत गाते थे। उनकी कोई बात "एकता" के बिना पूरी नहीं होती थी। उनके इस "एकता प्रेम" के चर्चे समूचे शहर... Hindi · एकता · राजनीति · लघुकथा · हिंदुस्तान 1 225 Share *प्रणय* 19 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ बड़ा सा टैडी.....। 【प्रणय प्रभात】 सौलह साल की मैडी के डैडी ने उसे एक बड़ा सा टैडी ला कर दिया। दिन था 10 फ़रवरी यानि टैडी-दिवस का। एक... Hindi · कटाक्ष · लघुकथा · सम सामयिक 1 229 Share *प्रणय* 18 Mar 2023 · 1 min read ■ एक प्रेरणा... #लघुकथा ■ नया घोंसला....! 【प्रणय प्रभात】 यह लगभग दिन भर का ही काम था उस चिड़िया का। कभी तिनका तो कभी कपड़े की चिंदी चोंच में दबा कर लाना। उनसे... Hindi · जीवन · प्रेरक · प्रेरणा · लघुकथा 1 425 Share *प्रणय* 14 Mar 2023 · 2 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ प्राइवेसी ज़िंदाबाद 【प्रणय प्रभात】 "आपका काम सिर्फ़ बच्चों को पढ़ाना है। उनकी प्राइवेसी में टांग अड़ाना नहीं। आज बस समझा रहा हूँ। सुधर जाओ, वरना ठीक नहीं होगा।"... Hindi · प्राइवेसी · राजनीति · लघुकथा · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 330 Share *प्रणय* 13 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा.... #लघुकथा ■ नुस्खा......! 【प्रणय प्रभात】 रायबहादुर ज्ञानचंद आज पशोपेश में थे। कोई परिचित उनके अपने शहर में किसी आपदा में फंसा हुआ था। सुबह से चार बार कॉल आ चुकी... Hindi · कटाक्ष · दुनियादारी · नुस्खा · लघुकथा · सम सामयिक 1 203 Share *प्रणय* 12 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ निगरानी.... 【प्रणय प्रभात】 "अच्छा चलो, एक बात बताओ! तुम यहाँ मेरे साथ मज़े कर रहे हो। यही सब तुम्हारी घरेलू बीवी भी पीछे से कर रही हो तो...?"... Hindi · कटाक्ष · दुनियादारी · निगरानी · लघुकथा · सम सामयिक 1 244 Share परमार प्रकाश 9 Mar 2023 · 1 min read शर्म शर्म "अरे कहाँ गए आप,सुनिए ना,देखिए मुझपर यह ड्रेस कैसी लग रही है,मैं आज यही पार्टी पर पहनूँगी"उसने कहा और उन्हें दिखाने लगी। "नहीं,नहीं यह मत पहनना।वहाँ हमारी क्या इज्जत... Hindi · कहानी · लघुकथा 325 Share *प्रणय* 5 Mar 2023 · 2 min read #लघुकथा / कॉलेज का आख़िरी दिन #लघुकथा ■ कॉलेज का आख़िरी दिन 【प्रणय प्रभात】 आज प्रो. रमन की सेवानिवृत्ति का दिन था। कॉलेज परिसर में चल रहा था विदाई समारोह। जहाँ उन्होंने दो-चार-छह नहीं पूरे 16... Hindi · Heart उसकी यादें · जीवन · दिल · लघुकथा 2 258 Share Previous Page 4 Next