Posts Tag: मंच 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Archana Gupta 4 Dec 2025 · 1 min read ध्वस्त सारी मान्यताएं हो गई हैं ध्वस्त सारी मान्यताएं हो गई हैं अनगिनत अब वर्जनाएं हो गई हैं बेखबर हैं लोग अपनी ज़िन्दगी से आज इतनी व्यस्तताएं हो गई हैं डॉ.अर्चना गुप्ता 04.12.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 1 104 Share Dr Archana Gupta 22 Nov 2025 · 1 min read करो बंद करना समीक्षा हमारी करो बंद करना समीक्षा हमारी करो खत्म लेना परीक्षा हमारी न दो गलतियों पर सजा हमको ऐसे जरा देख भी लो प्रतीक्षा हमारी डॉ अर्चना गुप्ता 22.11.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 1 149 Share Dr Archana Gupta 22 Nov 2025 · 1 min read यदि दोस्ती नहीं तो तकरार भी नहीं है यदि दोस्ती नहीं तो तकरार भी नहीं है चुभता न कोई उनका व्यवहार भी नहीं है अब ज़िंदगी में शामिल ऐसे हैं वे हमारी नफरत नहीं है उनसे पर प्यार... Hindi · मंच · मुक्तक 1 187 Share Dr Archana Gupta 16 Oct 2025 · 1 min read प्यार में की नहीं कमी हमने प्यार में की नहीं कमी हमने बुन लिए गीत शबनमी हमने सीधे उनके उतर गए दिल में स्वर सजाए जो रेशमी हमने डॉ.अर्चना गुप्ता 16.10.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 75 Share Dr Archana Gupta 13 Sep 2025 · 1 min read उम्र भर दौड़ते भागते हम रहे उम्र भर दौड़ते भागते हम रहे रात सोती रही जागते हम रहे जो लिखा था मुकद्दर में वो ही मिला मन्नतें कितनी भी मांगते हम रहे डॉ अर्चना गुप्ता 13.08.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 212 Share Dr Archana Gupta 10 Sep 2025 · 1 min read दुख में भी यूँ हँसे हम खुशी जोड़ ली दुख में भी यूँ हँसे हम खुशी जोड़ ली वक़्त के साथ हर राह ही मोड़ ली ज़िंदगी कर रहे हैं गुजर इस तरह धूप या चाँदनी जो मिली ओढ़... Hindi · मंच · मुक्तक 87 Share Dr Archana Gupta 4 Sep 2025 · 1 min read हमको हालात से जूझना आ गया हमको हालात से जूझना आ गया क्या गलत क्या सही सूझना आ गया कितनी आसान अब ज़िंदगी हो गई हर पहेली हमें बूझना आ गया डॉ अर्चना गुप्ता 04.09.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 1 93 Share Dr Archana Gupta 4 Sep 2025 · 1 min read मेरा भारत महान यहाँ हिमालय करे सूर्य का, सर्वप्रथम अभिनंदन लगे हवा में घुला हुआ है भीना भीना चंदन सदा दिलों में देश प्रेम की, बहती अविरल धारा है महान ये देश हमारा,... Hindi · देशभक्ति · मंच · मुक्तक 91 Share Dr Archana Gupta 26 Aug 2025 · 1 min read बाग दिल के उजड़ गए कैसे बाग दिल के उजड़ गए कैसे हाल इतने बिगड़ गए कैसे सात जन्मों की बात करते जो चार दिन में बिछड़ गए कैसे डॉ अर्चना गुप्ता 26.08.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 114 Share Dr Archana Gupta 12 Aug 2025 · 1 min read क्या मिलेगा यूं स्वयं को क्रुद्ध करके क्या मिलेगा यूं स्वयं को क्रुद्ध करके सोचना अपने ही मन को बुद्ध करके शांति रखने से ही ये जीवन रहेगा बस तबाही ही मिलेगी युद्ध करके डॉ अर्चना गुप्ता... Hindi · मंच · मुक्तक 231 Share Page 1 Next