Posts Tag: मंच 43 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Archana Gupta 23 Apr 2025 · 1 min read जितना ये मन भावुक होगा जितना ये मन भावुक होगा उतना ही दुर्बल होगा। उतना ही इसको दुख होगा जितना ये निश्छल होगा। कोई नहीं किसी का जग में बात समय ने सिखलाई। यही सभी... Hindi · आध्यात्म · गीत 2 · मंच 10 Share Dr Archana Gupta 19 Mar 2025 · 1 min read गलतफहमी की हर दीवार आओ हम गिरा दें गलतफहमी की हर दीवार आओ हम गिरा दें दिलों से नफ़रतों की खाई को आओ मिटा दें हरा रँग हो या केसरिया प्रकृति ने ही दिए हैं सभी रँग प्यार... Hindi · देशभक्ति · मंच · मुक्तक 31 Share Dr Archana Gupta 17 Feb 2025 · 1 min read हो गया साथ का है असर आपका हो गया साथ का है असर आपका आ ग़ज़ल में गया है हुनर आपका आइना देखकर हम तो हैरान हैं चेहरा अपना भी आता नज़र आपका आपके प्यार में कुछ... Hindi · ग़ज़ल 3 · मंच 1 102 Share Dr Archana Gupta 18 Jan 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक गीत मेरा अधर से क्या तूने छुआ एक प्यारा सा अहसास दिल को हुआ बज उठीं हर तरफ़ सैकड़ों घंटियाँ जैसे पूरी हुई कोई मेरी दुआ डॉ अर्चना गुप्ता Quote Writer · मंच 55 Share Dr Archana Gupta 18 Jan 2025 · 1 min read गीत मेरा अधर से क्या तूने छुआ गीत मेरा अधर से क्या तूने छुआ एक प्यारा सा अहसास दिल को हुआ बज उठीं हर तरफ़ सैकड़ों घंटियाँ जैसे पूरी हुई कोई मेरी दुआ डॉ अर्चना गुप्ता 18.01.2025 Hindi · मंच · मुक्तक 47 Share Dr Archana Gupta 8 Dec 2024 · 1 min read जो असंभव है वो बात कैसे लिखूँ जो असंभव है वो बात कैसे लिखूँ तू बता दिन को मैं रात कैसे लिखूँ जब नदी के हैं हम दो किनारे से तो अपनी होगी मुलाकात कैसे लिखूँ डॉ... Hindi · मंच · मुक्तक 102 Share Dr Archana Gupta 19 Nov 2024 · 1 min read डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों चलते ही जाना है हमको,बीच राह में शूल भले हों हमें हमारी यही कोशिशें,मंज़िल तक लेकर जाएंगी नहीं हौसला हमें... Hindi · प्रेरणा · मंच · मुक्तक 1 173 Share Dr Archana Gupta 5 Nov 2024 · 1 min read चलते रहे थके नहीं कब हौसला था कम चलते रहे थके नहीं कब हौसला था कम आईं भी अड़चनें बड़ी रोके न पर कदम हर हार को बदलते रहे जीत में यहाँ लक्षित शिखर को इसलिए ही छू... Hindi · प्रेरणा · मंच · मुक्तक 114 Share Dr Archana Gupta 12 Oct 2024 · 1 min read खुद को मीरा कहूँ रुक्मणी बनके क्यूँ रोज पीड़ा सहूँ राधिका बनके क्यूँ एक विरहन रहूँ प्रेम जब हो गया श्याम तुमसे तो मैं क्यूँ न जोगन बनूँ खुद को मीरा कहूँ डॉअर्चना गुप्ता... Hindi · कृष्ण · मंच · मुक्तक 124 Share Dr Archana Gupta 24 Sep 2024 · 1 min read दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना सुनो मत साधना निर्दोष पर संधान तुम अपना जगत में चाँदनी झूठी चमकती चार दिन केवल न खोना भूल कर भी... Hindi · मंच · मुक्तक 183 Share Dr Archana Gupta 22 Sep 2024 · 1 min read तंत्र सब कारगर नहीं होते तंत्र सब कारगर नहीं होते ईंट- गारे से घर नहीं होते प्यार होता जहाँ दिलों में है उस जगह पर समर नहीं होते 22 .09.2024 डॉ अर्चना गुप्ता Hindi · मंच · मुक्तक 1 2 108 Share Dr Archana Gupta 22 Sep 2024 · 1 min read इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए कद बढ़ते ही विचार भी उनके बदल गए देते हैं आज ठोकरें पाषाण की तरह लगता है भूल अपना वो जैसे हैं... Hindi · मंच · मुक्तक 1 164 Share Dr Archana Gupta 16 Sep 2024 · 1 min read उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है कुचक्र प्रारब्ध का चला यूँ सुखों की दीवार ढह गयी है बने रहे ढाल अपनों की हम, न खुद की... Hindi · ग़ज़ल 3 · मंच · सीनियर सिटीजन 5 4 329 Share Dr Archana Gupta 9 Sep 2024 · 1 min read पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार महफिल में भी आपसे, आई खूब बहार दिया वक्त जो आपने, दिया हमें सम्मान आप पधारे आपका, करते हम आभार डॉ अर्चना गुप्ता... Hindi · आभार · मंच 129 Share Dr Archana Gupta 8 Aug 2024 · 1 min read अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे भरम के जाल से बाहर निकलना है तुझे न कर विश्वास तू यूँ हर किसी की बात पर यहाँ पर शख़्स को... Hindi · मंच 174 Share Dr Archana Gupta 27 Jul 2024 · 1 min read तेरे कहने पे ही तुझसे किनारा कर लिया मैंने तेरे कहने पे ही तुझसे किनारा कर लिया मैंने लगी जब प्यास आँसू से गुजारा कर लिया मैंने सताती जब रहीं हर वक़्त आ आकर तेरी यादें खुशी से दर्द... Hindi · मंच · मुक्तक 1 163 Share Dr Archana Gupta 26 Jul 2024 · 1 min read तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं रास्ता प्यार का चुना ही नहीं कैसे होता बताओ ये पूरा ख्वाब कोई भी जब बुना ही नहीं डॉ अर्चना गुप्ता 26.07.2024 Hindi · मंच · मुक्तक 102 Share Dr Archana Gupta 11 Jun 2024 · 1 min read यही है हमारी मनोकामना माँ यही है हमारी मनोकामना माँ घिरें जब भँवर में. हमें थामना माँ सुमन प्यार के हम दिलों में खिलाएँ जहाँ भी रहें खुशबुएँ ही लुटाएँ हो दुख से किसी के... Hindi · मंच · सरस्वती वंदना 3 1 445 Share Dr Archana Gupta 8 Jun 2024 · 1 min read कान्हा वापस आओ कान्हा अपनी राधा को तुम, इतना नहीं सताओ देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ कान्हा वापस आओ .... साँस -साँस में बसता नाम तुम्हारा है जन्म -जन्म का... Hindi · कृष्ण · गीत 2 · मंच 5 2 282 Share Dr Archana Gupta 26 May 2024 · 1 min read तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे तुम ही दिल हो जनाब लिख देंगे प्यार करते हैं हम तुम्हें इतना तुम पे हम इक किताब लिख देंगे डॉ अर्चना गुप्ता 26.05.2024 Hindi · मंच · मुक्तक 2 2 230 Share Dr Archana Gupta 19 May 2024 · 1 min read माँ माँ रंगोली द्वार की, माँ ही बंदनवार माँही है मंगल कलश,माँ ही हर त्यौहार माँ ही हर त्योहार, बनाती ये घर को घर पापा का भी हाथ, बटाती है हर... Hindi · कुंडलिया 3 · मंच 177 Share Dr Archana Gupta 19 May 2024 · 1 min read माता- पिता बढ़े कद कितना भी ऊँचा कभी अभिमान मत करना गलत राहों पे चलकर अपनी तुम पहचान मत करना नहीं खाली कभी होगी दुआओं से भरी झोली दुखाकर दिल कभी माँ-बाप... Hindi · मंच · माता पिता 1 1 235 Share Dr Archana Gupta 5 May 2024 · 1 min read हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ लगे है प्रेम की मैं इक कहानी हो गई हूँ उड़ाने भर रही हूँ नित नये सपने संजोकर परी मासूम... Hindi · मंच · मुक्तक 4 2 459 Share Dr Archana Gupta 2 May 2024 · 1 min read मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ उन्हें मैं ढाल कर छंदों में इक संसार बुनती हूँ डुबा देती हूँ खुद को इस कदर मैं भाव गंगा में... Hindi · मंच · मुक्तक 3 2 337 Share Dr Archana Gupta 22 Feb 2024 · 1 min read बाद मुद्दत के हम मिल रहे हैं बाद मुद्दत के हम मिल रहे हैं फिर मुहब्बत के गुल खिल रहे हैं वक़्त ने जो उधेड़े थे सपने साथ मिलकर उन्हें सिल रहे हैं डॉ अर्चना गुप्ता Hindi · मंच 2 244 Share Dr Archana Gupta 17 Feb 2024 · 1 min read दिल अजब इस दिल की फितरत है,कभी हंसता कभी रोता हमारे ज़ख्म सारे आंसुओं की धार से धोता इसी के दम पे चलती है हमारी जिंदगी पूरी धड़कता ही रहे दिन... Hindi · मंच 7 6 1k Share Dr Archana Gupta 8 Feb 2024 · 1 min read हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम हज़ार ज़ख्म हैं वो किस तरह दिखाएं हम न जाने कितनी ही बातें सुनानी हैं तुमको ज़रा सा आओ कभी पास तो... Hindi · मंच · मुक्तक 2 201 Share Dr Archana Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे ख्वाब पतझड़ के जैसे बिखरते रहे ज़िंदगी में न सावन की आई बहार नैन ही बादलों से बरसते रहे डॉ अर्चना गुप्ता... Hindi · मंच · मुक्तक 1 203 Share Dr Archana Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है हर इक हिंदुस्तानी इसको,अपना शीश झुकाता है लगे बहुत ही प्यारा इसका,श्वेत- हरा केसरिया रँग यही तिरंगा हमको अपनी,इक पहचान दिलाता... Hindi · देशभक्ति · मंच · मुक्तक 1 189 Share Dr Archana Gupta 15 Aug 2023 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस आजाद हुआ था जब भारत, वह पुण्य दिवस फिर आया है भारत मां की जय का नारा, धरती अम्बर में छाया है विपदाओं के बादल नभ में, हम कहीं नहीं... Hindi · गीत 2 · देशभक्ति · मंच 1 1k Share Dr Archana Gupta 23 Feb 2023 · 1 min read बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने बीती बातों को बिसरा कर, तुमको गले लगाया हमने तुमने समझा जीत गए तुम, लेकिन ये थी हार तुम्हारी... Hindi · मंच · मुक्तक 2 1 543 Share Dr Archana Gupta 22 Feb 2023 · 1 min read सीखे तुझी से जीने के अंदाज़ ज़िन्दगी सीखे तुझी से जीने के अंदाज़ ज़िन्दगी लेकिन न जान पाये तेरे राज़ ज़िन्दगी सुख दुख की ताल पर सजा इक साज़ ज़िन्दगी लगती कभी है आँसू कभी ताज ज़िन्दगी... Hindi · ग़ज़ल · मंच 1 205 Share Dr Archana Gupta 11 Jan 2023 · 1 min read बोलना हो या हो लिखना हिंदी में ही हम बताएं बोलना हो या हो लिखना हिंदी में ही हम बताएं काम हिंदी में करें उसमें नहीं हम हिचकिचाएं याद रखना होगा हमको मातृभाषा माँ हमारी स्थान देकर सबसे ऊँचा मान... Hindi · मंच · मुक्तक · हिंदी 2 286 Share Dr Archana Gupta 11 Jan 2023 · 1 min read हमको ऐसा लगे हमको वैसा लगे हमको ऐसा लगे हमको वैसा लगे क्या बतायें हमें हमको कैसा लगे होश में हम नहीं हैं तुम्हारे बिना एक दिन भी हमें साल जैसा लगे 11-01-2023 डॉ अर्चना गुप्ता Hindi · मंच · मुक्तक 2 293 Share Dr Archana Gupta 11 Jan 2023 · 1 min read बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं छिपे सब राज़ दिल के खोलती हैं कभी तो लगने लगता है हमें ये हमारा प्यार पल पल तोलती हैं 11 -01-2023 डॉअर्चना गुप्ता Hindi · मंच · मुक्तक 4 2 1k Share Dr Archana Gupta 3 Jan 2023 · 1 min read उमीदों के चरागों को कभी बुझने नहीं देना उमीदों के चरागों को कभी बुझने नहीं देना मुहब्बत की सदाओं को कभी रुकने नहीं देना समय अच्छा बुरा कोई भी हो सब बीत जाता है कभी भी डर के... Hindi · मंच · मुक्तक 3 1 246 Share Dr Archana Gupta 3 Jan 2023 · 1 min read मैं अपने दिल की रानी हूँ न गीतों की न गज़लों की न छंदों की मैं ज्ञानी हूँ कलम से बोल कर कहती ग़ज़ल गीतों की बानी हूँ मैं अपने दिल के भावों की सरल सीधी... Hindi · मंच · मुक्तक 7 4 1k Share Dr Archana Gupta 22 Nov 2022 · 1 min read मुक्तक7 22-11-2018 1 उनसे ख्वाबों में बात होती थी आँखों आंखों में बात होती थी चलता था रूठना मनाना जब बस इशारों में बात होती थी 2 ज़िन्दगी का अजीब मेला... Hindi · मंच 2 334 Share Dr Archana Gupta 15 Aug 2022 · 1 min read देशभक्ति(मुक्तक) 1 जन गण मन, हम सबका अपना गान है यही भजन ,गुरुवाणी और अज़ान है मत बाँटो, तुम जात-पात या पंथों में हम सबका , ये प्यारा हिंदुस्तान है 2... Hindi · देशभक्ति · मंच 2 2 248 Share Dr Archana Gupta 10 Jun 2022 · 1 min read अपने सम्बन्धों की करते रहे बुनाई अपने सम्बन्धों की करते रहे बुनाई कहीं सिलाई और कहीं पर की तुरपाई कहीं कहीं पर तार तार जब होते देखा जान सके तब इस जीवन की हम सच्चाई 09-06-2022... Hindi · मंच · मुक्तक 3 1 332 Share Dr Archana Gupta 18 Feb 2022 · 1 min read मन बसंती हो गया पुष्प महके हर तरफ उपवन बसंती हो गया खुशबुओं में डूबकर ये मन बसंती हो गया लहलहाने खेत में सरसों लगी है झूमकर गुनगुनाने भी लगे भँवरे कली को चूमकर... Hindi · गीत · बसंत · मंच 486 Share Dr Archana Gupta 19 Jan 2021 · 1 min read अपना धनुष उठाकर तुमको अब अपनों से लड़ना होगा पार्थ विकट हालात बहुत हैं , मगर सामना करना होगा अपना धनुष उठाकर तुमको अब अपनों से लड़ना होगा ये जीवन ही एक समर है,जुड़ो हमेशा अच्छाई से लड़ना होगा... Hindi · गीत · मंच 2 1 353 Share Dr Archana Gupta 18 Aug 2020 · 1 min read श्रृंगार रस पर मुक्तक 1 दिल की तुम भी सुनो दिल की हम भी सुने ज़िन्दगी के सुरीले सुरों को चुने बीच में हम किसी को भी आने न दें आंखों में ख्वाब इक... Hindi · मंच · मुक्तक 3 2 2k Share