Posts Tag: प्रकाश बोधि 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 15 Aug 2025 · 1 min read माता-पिता का दुखड़ा मैने देखा है समाज में, सुना है रोते हुए , माता-पिता का दुखड़ा, उनकी लाचारी बेबसी , गुजरते हुए उम्र के पड़ाव में, सहारे की उम्मीदों से पाला था जिन्हें,... Hindi · कविता · प्रकाश बोधि 4 95 Share Buddha Prakash 27 Jun 2025 · 1 min read युग युग जिए वो भंते लोग, युग युग जिए वो भंते लोग, जिन्होंने ऐसा कदम उठाया है, इतिहास और बौद्ध विरासत बचाने, ध्यान साध कर लगे है समझाने। भूखे प्यासे अनशन करके, धूप छांव और कष्टों... Hindi · कविता · प्रकाश बोधि 4 716 Share Buddha Prakash 15 Jun 2025 · 1 min read बौद्धों की अपनी संस्कृति है।* *बौद्धों की अपनी संस्कृति है।* सत्य सुनना और सत्य अपनाना, अन्याय में न्याय का हक दिलाना, यही विरासत अपनी है, बोधगया में महाबोधि बिहार, बौद्धों की अपनी संस्कृति है। पाखंड... Hindi · कविता · प्रकाश बोधि 3 85 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी, मीठा नही संसार है, तीखे बोल जो कोई बोले, पा ना सके वह प्यार है। प्यार नहीं जो जग मे करता, कैसे पाये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 4 260 Share Buddha Prakash 8 Jan 2024 · 1 min read भाग्य - कर्म भाग भाग के थक गये,भाग्य से ना भाग सके । जो भाग भाग्य मे मिले,भाग के ना कोई तज सके।। भाग्य अपना आपसे होये,भाग्य कर्म से लिखा होये। कर्म जो... Hindi · प्रकाश बोधि 2 1 489 Share Buddha Prakash 31 Mar 2023 · 1 min read परख कीजिये या ना । परख परखते रह गये, परख न पाया संसार, जो पारिख कर जाए, जौहरी गुण तामे पाये।.......(१) पल में परख न होए, परखने में जीवन गुजर जाए, ऐसे परख ना किजिये,... Hindi · प्रकाश बोधि 1 298 Share Buddha Prakash 11 Dec 2022 · 1 min read अनंत करुणा प्रेम की मुलाकात मंदिर के दरवाजे में, माथा टेकने वह गया, पूजने उस पत्थर की मूरत को, कण-कण में जो था बसा, पल भर के दिखावे को, प्रसाद चढ़ा ने का एक ढोंग... Hindi · कविता · प्रकाश बोधि 2 456 Share Buddha Prakash 5 Dec 2022 · 1 min read बाबा फ़क़ीर बाबा फ़क़ीर हमारे, हर लेते पीर सारे, दुःख झोली में अपनी भरते, दुआओं से भरते खुशियाँ सारी।...।1। एक फ़क़ीर संसार का, सूफ़ी गीत सुनता उसका, कण-कण हृदय प्रेम से भरता,... Hindi · प्रकाश बोधि 2 1 601 Share Buddha Prakash 27 Oct 2022 · 1 min read संगति संगति जो करे जैसा, वैसा ही खुद ढल जाए, सत् संगति सच ही बाँटे, झूठ संगत् दुःख ही देय।......(१) संगति एक से हो या अनेक से, होए तो सज्जन से... Hindi · प्रकाश बोधि 3 2 487 Share Buddha Prakash 6 Oct 2022 · 1 min read शांति अमृत शांति अमृत की धारा है, धारण करें जो वह प्यारा है। शांति से एक पल में बात बने, सुखी मार्ग जीवन में ढले।।...(१) शांति मन में ही होती है, सुगन्धित... Hindi · प्रकाश बोधि 4 399 Share Page 1 Next