Posts Tag: चिंता और चिंतन 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 *प्रणय प्रभात* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंताजनक ■ सबसे बड़ी भूख... आज की दुनिया में रोटी और सत्ता (बर्चस्व) स बड़ी एक भूख और भी है। जो लगातार कहर ढा रही है और बढ़ती ही जा रही... Hindi · आज की बात · चिंता और चिंतन · दुनियां · सम सामयिक 1 562 Share *प्रणय प्रभात* 9 Feb 2023 · 3 min read ■ सामयिक / रिटर्न_गिफ़्ट #रिटर्न_गिफ़्ट ■ लिए जाओ और दिए जाओ दानवीरों! ★ राज आपका, साम्राज्य आपका 【प्रणय प्रभात】 मैंने बरसों पहले एक ग़ज़ल में एक शेर कुछ यूं कहा था- "दीन पे क्यूं... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · व्यंग्य · हिंदुस्तान 1 358 Share *प्रणय प्रभात* 6 Feb 2023 · 6 min read ■ प्रसंगवश 【मनचाहे भावार्थ】 #प्रसंगवश... ■ कठिन नहीं मनचाहे भावार्थ निकालना ★ सहज संभव है शब्दों से खिलवाड़ ★ तभी तो किया जा रहा है अर्थ का अनर्थ 【प्रणय प्रभात】 आज किसी भी बात... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 496 Share *प्रणय प्रभात* 6 Feb 2023 · 1 min read ■ एक नज़र हालात पर ■ विडम्बना.... जिन्हें विचारशील माना जाता रहा है, वो सब अब सियासी मर्तबान में शर्म-हया और नैतिकल का अचार डालने में जुटे हैं। देश की किसी को फ़िक़्र नहीं। विडम्बना... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 578 Share *प्रणय प्रभात* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 485 Share *प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... ■ अक़्ल के अंधे, वक़्त चिकित्सक बौद्धिक और वैचारिक अंधता का कोई उपचार किसी के पास नहीं। ठीक वैसे ही, जैसे वहम का उपचार हक़ीम लुक़मान के पास नहीं था।... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 488 Share *प्रणय प्रभात* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ आलेख / सामयिक चिंतन #बड़ा_सवाल ■ सियासत का "सॉफ्ट टार्गेट" सनातन ही क्यों.....? ★ बेशर्म खेल के पीछे की वजह बस "ध्रुवीकरण" ★ सियासत, मीडिया व बाहरी शक्तियों का त्रिकोण 【प्रणय प्रभात】 किसी की... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 371 Share *प्रणय प्रभात* 28 Jan 2023 · 4 min read ■ धर्म चिंतन...【समरसता】 #आभास_की_आकृति ■ निराकार का प्रतिबिम्ब है साकार...! 【प्रणय प्रभात】 धर्म धारणा गढ़ने या मढ़ने का नहीं धारण करने का विषय है। वो भी सम्पूर्ण आस्था, मनोयोग व एकाग्रता जैसे भावों... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · सम सामयिक · समरसता 1 574 Share *प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का अंदेशा ■ भस्मासुर..... ★ कल होंगे और भी मारक रियायत के केंद्र बड़े शैक्षणिक परिसर अब शिक्षा के मंदिर नहीं सियासत और साज़िश के अखाड़े। सरकारी तंत्र पर हावी संगठनात्मक षड्यंत्र।... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · विडम्बना · सामयिक 1 441 Share Previous Page 2