Posts Tag: आधुनिक कविता 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Kavita Chouhan 3 Jun 2023 · 1 min read नयनों मे प्रेम नयनों में यूँ प्रेम सजा के मैं द्वार तुम्हारे आई थी सपने नये बनने लगे थे नभ में तारे दिखने लगे थे हर लिप्सा को मानने लगी थी हमसफ़र जानने... Humour · आधुनिक कविता 607 Share Chinta netam " मन " 2 May 2023 · 1 min read # नमस्कार ..... # नमस्कार .... रात में रात-रानी ... दिन में खिले सूरजमुखी ... अगर-मगर किंतु-परंतु ... इसलिए किसलिए ...? हम भी दुखी तुम भी दुखी .....! चिन्ता नेताम " मन "... Hindi · आधुनिक कविता · कविता 1 1k Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2023 · 1 min read ओम ही प्राण है ओम कोई आकार नही है ओम का प्रकार नही है ओम जैसे साकार नही है ओम वैसे निराकार नही है ओम में विकार नही है ओम ये निराधार नही है... Hindi · आधुनिक कविता · कविता 313 Share Dr.Khedu Bharti 15 Feb 2023 · 1 min read 🌹प्रेम की रसभरी हो तुम🌹 2205. 💥प्रेम की रसभरी हो तुम💥 212 212 22 प्रेम की रसभरी हो तुम । झिलमिलाती जरी हो तुम।। ख्वाब सी जिंदगी लगती । बालम उड़नपरी हो तुम ।। गम... Hindi · आधुनिक कविता 411 Share Sunita jauhari 7 Feb 2023 · 2 min read खुद में अब आप दिखाई देती है मां इस एक वाक्य में हमारी पूरी दुनिया समायी है मां को कैसे व्यक्त करना जिसने हमें दुनिया दिखाई है.. एक कविता मैं प्रस्तुत कर रही हूं,यह सिर्फ मेरी ,आपकी... Hindi · आधुनिक कविता · कविता · मां · हिन्दी 3 2 389 Share डॉ० रोहित कौशिक 30 Jan 2023 · 1 min read पर्वत पर्वत बने ही नहीं पर्यटन को, ये पृथ्वीरूपी चादर को , ठीक से फैलाने के लिए, रखे गए भारी साधन हैं। इनके तोड़ने से, बन जाते हैं महल ताज, किले... Hindi · आधुनिक कविता · कविता · पहाड़ हैं क्या? · यथार्थ वर्णन · हिमालय यात्रा 3 2 673 Share डॉ० रोहित कौशिक 30 Jan 2023 · 1 min read आसान नहीं होता आसान नहीं होता, शरीर-बनावट और रंग-रूप के बदलाव में| एक लड़की होकर ,जन्म लेना भेदभाव में| कुछ नापाक निगाहों से चोटिल होकर घाव में||आसान नहीं होता--- जिस घर में जन्म... Hindi · आधुनिक कविता · जिंदगी · दस्तूर · भेदभाव · सामाजिक 2 2 635 Share shabina. Naaz 15 Jan 2023 · 1 min read मनमानी तुम लिख दो एक कहानी तुम अपने दिल की रानी जिस बात को तुमने सोचा उस बात को करके ठानी जिस बात को मुश्किल देखा उस बात में की आसानी... Hindi · आधुनिक कविता 2 2 339 Share जय लगन कुमार हैप्पी 5 Jan 2023 · 2 min read मार मुदई के रे... 2 मार मुदई के रे ई कईसन नया साल बाऽ ठंड से ठिठुर के सारा लोग बेहाल बाऽ सुबह शाम चाहे दोपहर में धूप के ना तनिको दर्शन बाऽ सारी दिन... Bhojpuri · आधुनिक कविता · कविता 450 Share Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya" 5 Dec 2022 · 1 min read मजदूर का स्वाभिमान पढ़ा लिखा हूं कम, मजदूर हूं बेबस लाचार हूं । दर्द मेरा कौन जाने, लोगों की नजरों में नाकाम हूँ ।। रहने खाने सोने का, सामान सारा मैं बनाऊं ।... Hindi · आधुनिक कविता · कविता-हिन्दी · कविता/गीतिका · नारी व्यथा · व्यंग्य कविता 1 739 Share Previous Page 2 Next