Posts Tag: सम सामयिक 123 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *Author प्रणय प्रभात* 25 Sep 2023 · 3 min read #मुझे_गर्व_है #वैयक्तिक_अभिमत- ■ अपने अनारक्षित होने पर।। 【प्रणय प्रभात】 विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के एक साधारण नागरिक के रूप में मुझे किसी भारतीय के आरक्षित होने पर कोई आपत्ति नहीं।... Hindi · आलेख · सम सामयिक 1 10 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Sep 2023 · 3 min read ■ विशेष व्यंग्य... #हिंदी_दिवस_विशेष ■ नौकरशाहों और नेताओं की दृष्टि में साहित्यकार 【प्रणय प्रभात】 भाषा और साहित्य दोनों के लिए कथित "अमृतकाल" किसी विषाक्त व संक्रामक काल से कम नहीं। इस अटल सच... Hindi · दिवस विशेष · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य · भाषा और साहित्य · सम सामयिक · हिंदी दिवस 1 16 Share *Author प्रणय प्रभात* 2 Sep 2023 · 1 min read #सामयिक_कविता:- #सामयिक_कविता:- ■ मदमस्त कुम्भकर्णों के नाम।। 【प्रणय प्रभात】 खा लो पी लो जग लो सो लो। नाचो गाओ हँस लो बोलो।। अपनी-अपनी अकड़ दिखा लो। झूठी-सच्ची पकड़ दिखा लो।। निज... Hindi · प्रणय की कविता · सम सामयिक 1 19 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Aug 2023 · 1 min read #पैरोडी- #पैरोडी- ■ आ गया फिर से चुनाव है...! 【प्रणय प्रभात】 पड़ जा गले कि आ गया फिर से चुनाव है। सुनने में आ रहा तेरी ख़तरे में नाव है।। -... Hindi · कविता राजनीति · पैरोडी · सम सामयिक 1 30 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ दुल्हन है भगवान भरोसे...!! 【प्रणय प्रभात】 ★ बेशुमार चोटें खाई हैं कई क़रारों की। जगह कहाँ है इस दिवार में और दरारों की।। ★ पत्ते-पत्ते पे पतझड़ की... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक 1 32 Share *Author प्रणय प्रभात* 24 Aug 2023 · 1 min read #सामयिक_कविता #सामयिक_कविता ■ क्या कहें किस से कहें? 【प्रणय प्रभात】 बोझ से रिश्ते हैं दिल पे भार है। चैन से जीना बहुत दुश्वार है।। घर के अंदर साँप और सीढ़ी का... Hindi · कविता · सम सामयिक 1 27 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ काली शब ने दिखलाए हैं वो मंज़र...! 【प्रणय प्रभात】 ● जो सबकी नज़रों से छिप कर निकलेगा। उसकी आस्तीन से खंज़र निकलेगा।। ● मेरा क़त्ल ज़रूरी है तो... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक 1 35 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Aug 2023 · 3 min read ■ प्रसंगवश.... #प्रसंगवश.... ■ संचालन एक सलीक़ा 【प्रणय प्रभात】 किसी भी आयोजन में संचालक की भूमिका देह में प्राणवायु जैसी होती है। जिस पर आयोजन का परिणाम निर्भर करता है। हिंदी, उर्दू... Hindi · आलेख · सम सामयिक 1 32 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Aug 2023 · 1 min read #बस_छह_पंक्तियां #तंत्र_के_नाम ■ बस छह ज्वलंत पंक्तियां 【प्रणय प्रभात】 "कोविड ने बीवी को निगला बाढ़ ने बच्चे छीने। दो रोटी की ख़ातिर मंगत, दिन भर कचरा बीन। सड़कों पर दिन भर... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक 1 34 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Aug 2023 · 1 min read #विभाजन_दिवस #विभाजन_दिवस ■ काली रात, वही हालात 【प्रणय प्रभात】 किस तरह बसर बतलाओ काली रात करें? आख़िर किस मुँह से आज़ादी की बात करें? हम बदल कहाँ पाए हैं गुज़रे सालों... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक 1 41 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Jul 2023 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ संख्या की सच्चाई...। 【प्रणय प्रभात】 एक क़रीबी मित्र की बेटी के विवाह में उपहार के रूप में डिनर-सेट देने का विचार बना। खरीदने के लिए दुकान पर पहुंचा... Hindi · प्रसंगवश · लघुकथा · सम सामयिक 1 44 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 Jul 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल #देसी_ग़ज़ल ■ जाल तलक कब आएगी...? (आज के हालात पर) 【प्रणय प्रभात】 ◆ मन की बतिया तन की बतिया, माल तलक कब आएगी? जनता रोटी में उलझी है, दाल तलक... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 55 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Jun 2023 · 1 min read #संशोधित_बाल_कविता #संशोधित_बाल_कविता ■ खा ले बच्चा मूंगफली (केवल वादों की लालीपोप चूस कर खुश हो लेने और अच्छे कल के नाम पर आज बहल जाने वाले बड़े-बूढ़ों और जवानों के लिए)... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 50 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Jun 2023 · 1 min read #ऐसे_समझिए... #ऐसे_समझिए... ■ बदली दुनिया का दृष्टिकोण कुछ साल पहले तक किसी परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक पा कर प्रथम श्रेणी अर्जित करना गर्व की बात होता था। आज 99 फ़ीसदी... Hindi · चिंतन · सम सामयिक 1 89 Share *Author प्रणय प्रभात* 15 Jun 2023 · 1 min read #तेवरी / #देसी_ग़ज़ल #तेवरी / #देसी_ग़ज़ल ■ झूठ का सच ने पग पकड़ा है।। 【प्रणय प्रभात】 - ये पिछड़ा है वो अगड़ा है। ये सारा झूठा झगड़ा है।। - फूल हमेशा मुरझाए हैं।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · मौजूदा हालात · सम सामयिक 1 88 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Jun 2023 · 1 min read ■ पता नहीं इतनी सी बात स्वयम्भू विश्वगुरुओं को समझ में क्यों ■ पता नहीं इतनी सी बात स्वयम्भू विश्वगुरुओं को समझ में क्यों नहीं आती।। Hindi · राजनीति · सम सामयिक 1 26 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Jun 2023 · 2 min read #सच_स्वीकार_करें..... #आपदा_के_बाद ■ सच स्वीकार करें..... 【प्रणय प्रभात】 लगभग तीन साल तक आपदा के एक विकट दौर ने दुनिया को बता दिया कि किसी भी मनुष्य के दैनिक जीवन की वास्तविक... Hindi · आलेख · चिंतन · सम सामयिक 103 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Jun 2023 · 1 min read बहरों तक के कान खड़े हैं, बहरों तक के कान खड़े हैं, हर दिन तीव्र हो रहा शोर। फिर मेनका हुई है प्रस्थित, विश्वमित्र के मठ की ओर।। अब "बच के रहना रे बाबा, तुझ पे... Hindi · Quote Writer · कटाक्ष · सम सामयिक · हास परिहास 1 76 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा / #हिचकी #लघुकथा ■ गुर्दा-फाड़ हिचकी 【प्रणय प्रभात】 देवलोक में चैन की बंसी बजा रहे सूबे के तमाम दिवंगत महापुरुष इन दिनों बेहद परेशान हैं। परेशानी की वजह है ताबड़तोड़ गुर्दा-फाड़ व... Hindi · राजनीति · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 64 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Jun 2023 · 1 min read ■ सियासी ग़ज़ल #सियासी_ग़ज़ल ■ सत्ता का शिव धनुष 【प्रणय प्रभात】 ★ सत्ता का शिव-धनुष उठाएगा वो ही। सब मिल रोते रहना छाएगा वो ही।। ★ तुम बिल्ली से रोटी ले लड़ते रहना।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 131 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Jun 2023 · 1 min read #सामयिक ग़ज़ल #सामयिक ग़ज़ल ■ हत्यारा ख़ुद माली निकला।। 【प्रणय प्रभात】 - एहसासों से ख़ाली निकला। हर आँसू घड़ियाली निकला।। - भरा-भराया सा दिखता था। वो बादल जो ख़ाली निकला।। - क़त्ल... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक 1 90 Share *Author प्रणय प्रभात* 24 May 2023 · 2 min read #आप_भी_बनिए_मददगार ■ आप भी बनिए मददगार 【प्रणय प्रभात】 प्यारे मित्रों! आप सभी जानते हैं कि इन दिनों महामारी की आपदा के बाद अर्थव्यवस्था अब भी पूरी तरह से पटरी पर नहीं... Hindi · अपील · पहल · सम सामयिक 1 81 Share *Author प्रणय प्रभात* 23 May 2023 · 1 min read #दोहा #दोहा ■ मौजूदा हालात... बागड़ खेत को चरने लगे। रक्षक ख़ुद भक्षक बन जाए। भंडारी लुटेरा निकल पड़े। तो समझ जाइएगा कि हो गया उद्धार। बाक़ी बात दोहा बताएगा।। ◆प्रणय... Hindi · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 213 Share *Author प्रणय प्रभात* 22 May 2023 · 2 min read ■ एक कविता / सामयिक संदर्भों में #कविता ■ चित्र के गर्भ में.... 【प्रणय प्रभात】 एक चित्र नुमाइश में था लगाया गया, कुछ ऐसा वाक़या था दिखाया गया। एक वृद्ध अपने हाथों में लाठी लिए हुए, सिर... Hindi · कविता · शब्दचित्र · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 36 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 May 2023 · 1 min read ■ बिल्कुल ताज़ा... #देहाती_दोहा ■ दो हजार को नोट 【प्रणय प्रभात】 आपन लाने नेकऊ, खोट भई ना चोट। एकऊ नाने पास में, दो हजार को नोट।।" सियावर रामचन्द की जै।। (वो रोएं, जिनके... Hindi · दोहा · सम सामयिक 1 56 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 May 2023 · 4 min read 😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :-- 😊 #फ़ोकट_के_टिप्स ■ सुर्ख़ियों में आने के नायाब नुस्खे ★ छुटभैया बिरादरी के लिए 【प्रणय प्रभात】 एक समय कविवर रहीम दास ने कभी कहा था कि- "बड़े काम छोटे करें,... Hindi · चुनावी साल · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 40 Share *Author प्रणय प्रभात* 15 May 2023 · 1 min read ■ यक़ीन मानिएगा... ■ यक़ीन मानिएगा... घर से रियासत तक और समाज से सियासत तक पैठ बढ़ाने वाली एक ही योग्यता।। Hindi · कटाक्ष · राजनीति पर कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 63 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 May 2023 · 4 min read ■ सामयिक संदर्भों में... #प्रसंगवश ★एक और अश्वमेघ... ■ सतयुग की कहानी : कलियुग की कहानी 【प्रणय प्रभात】 इतिहास ख़ुद को दोहराए, न दोहराए, प्रेरक और समालोचक ज़रूर होता है। जो अतीत के आईने... Hindi · आलेख · धर्म संस्कृति · प्रसंगवश · राजनीति · सम सामयिक 1 142 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 May 2023 · 1 min read 😢 अच्छे दिन....? 😢 #अच्छे_दिन....! ■ ऐसे ही होते हैं शायद...? 【प्रणय प्रभात】 ■ ताबूत उठाते सैनिक। ■ सवाल उठाते विपक्षी। ■ पुष्पचक्र चढ़ाते अफ़सर। ■ शस्त्र उलटती टुकड़ी। ■ मातमी धुन बजाते... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 75 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #न्यूज़ #लघुकथा ■ मार डाला... 【प्रणय प्रभात】 देश-दुनिया का हाल जानना उसकी आदत में था। लॉकडाउन के दौरान उसका इकलौता साथी था टीव्ही। काम था दिन भर खबरिया चैनल देखना। कोविड... Hindi · मीडिया · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 150 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 May 2023 · 1 min read #सामयिक_ग़ज़ल #सामयिक_ग़ज़ल ■ बदचलन अदबी रिसाले हो गए 【प्रणय प्रभात】 ■ आपके घर में उजाले हो गए। हम चिताओं के हवाले हो गए।। ■ सुर्खियों में झूठ ने पाई जगहा। बदचलन... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 73 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 May 2023 · 3 min read #व्यंग्य_काव्य #व्यंग्य_काव्य ■ जूतों का आत्म-कथ्य... 【प्रणय प्रभात】 हम भदरंगे हम कटे-फटे टूटे से हम अपनी किस्मत पर रूठे-रूठे से। हम वो जिनके हैं दाग़ बदन पर भारी, हम वो जिनकी... Hindi · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · साहित्य · हिंदुस्तान 1 281 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 May 2023 · 3 min read ■ संदेश देतीं बांस की टोकरियाँ ■ संदेश देतीं बांस की टोकरियाँ ★ मांगलिक दौर में जारी है पारम्परिक खरीद ★ "वोकल फ़ॉर लोकल" प्राचीन अवधारणा 【प्रणय प्रभात】 परम्पराओं और संस्कृतियों पर आधुनिकता व अप-संस्कृति की... Hindi · आलेख · धर्म संस्कृति · परंपराएं व मान्यताएँ · सम सामयिक 1 2 177 Share *Author प्रणय प्रभात* 2 May 2023 · 4 min read ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग #विडंबना. ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग ★ दूर थी, दूर है, दूर ही रहेगी दिल्ली 【प्रण प्रभात】 "हम हैं मज़दूर हमें कौन सहारा देगा? हम तो... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 96 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 May 2023 · 1 min read 😟 आज की कुंडली :-- 😟 आज की कुंडली :-- "निंदा-राग अलापते केवल शंख-ढपोर। सिंहों की मृत देह को श्वान रहे झकझोर।। श्वान रहे झकझोर, दिखाते हैं बर्बरता। पता नहीं कब तक देखेंगे हम कायरता।।... Hindi · कुंडली · राजनीति · शहादत · सम सामयिक · हिंदुस्तान 105 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 May 2023 · 3 min read अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज...... ■ अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज... ★ दिवस विशेष पर सहालगी व चुनावी माहौल हावी ★ श्रमिकों को बनी रहेगी दो जून की रोटी की तलाश 【प्रणय प्रभात】 "मैं मज़दूर मुझे... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 113 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Apr 2023 · 2 min read #लघुकथा / आख़िरकार... #लघुकथा ■ सूखे खेत छा गए बदरा... 【प्रणय प्रभात】 मिस्टर एबी का बेटा 32 साल का हो चुका था। उसके लिए तलाश थी एक सर्वगुण-सम्पन्न सुंदरी की। तलाश बीते छह... Hindi · नैतिक हायकू सामाजिक · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 173 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Apr 2023 · 2 min read #सामयिक_सलाह #सामयिक_सलाह ■ अब आप भी बनाएं एक आशियाना ★ ग्रीष्मावकाश को बनाएं सार्थक 【प्रणय प्रभात】 हम जैसे तमाम लोग किसी बेघर को घर मिलने के समाचार पर सुख व संतोष... Hindi · ग्रीष्मावकाश · सकारात्मकता · सम सामयिक · सरोकार 1 86 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Apr 2023 · 1 min read ■ कविता- #कविता- ■ पैग़ाम : कायर राजनीति के नाम 【प्रणय प्रभात】 "कायरता का रंग मिला दो चन्दन जैसी माटी में। शोलों को दावानल कर दो हर जंगल हर घाटी में।। उग्रवाद... Hindi · आक्रोश · कविता · राजनीति · सम सामयिक 1 179 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Apr 2023 · 4 min read #प्रासंगिक #प्रासंगिक- ■ पाँव नहीं तो गति नहीं, बचे नहीं आधार 【प्रणय प्रभात】 ईश्वर की बनाई सृष्टि में सब ईश्वर के अंश हैं। सब एक-दूसरे पर निर्भर, एक-दूजे के पूरक। सभी... Hindi · चुनावी साल · जंगलराज · प्रेरक कथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 108 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ पूछती है दुनिया ..!! #मुक्तक- ■ कैसे मिली मोहलत...? ★ माफ़िया, मनी और मोबाइल।। 【प्रणय प्रभात】 ना तेल था ना गैस थी, आटा न तवा था। अपराध के परांठे भला कैसे सिक गए? सिस्टम... Hindi · आज का सवाल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 97 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ #सेधिक्कार... ■ #सेधिक्कार... संवेदनाओं और सरोकारों से विमुख देश की धूर्त सियासत के लिए धिक्कार के साथ दो पंक्तियाँ। (प्रणय प्रभात) Hindi · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 93 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Apr 2023 · 4 min read #मुबारकां_जी_मुबारकां #मुबारकां_जी_मुबारकां ■ बन ही गए आख़िर विश्व-विजेता ◆ चीन को पछाड़ा, झंडा गाढ़ा ◆ 142 करोड़ पार हुए इंडियंस 【प्रणय प्रभात】 आख़िरकार आज मिल ही गई वो ख़ुश-ख़बरी, जिसके लिए... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 1 71 Share *Author प्रणय प्रभात* 17 Apr 2023 · 2 min read ■ आज की बात ■ शमन के लिए ज़रूरी वमन 【प्रणय प्रभात】 पढ़ाई से अक़्ल का, होशियारी से शक़्ल का। समृद्धि से समझ का, हमेशा वास्ता हो, यह ज़रूरी नहीं है। हमारे इंसानी समाज... Hindi · आज का विचार · आज की बात · नेक सलाह · सम सामयिक 1 99 Share *Author प्रणय प्रभात* 15 Apr 2023 · 1 min read #एक_कविता #एक_कविता ■ सबक़ सीखने का मौसम है।। 【प्रणय प्रभात】 ■ मानवता संग घात समझ लो, ग़ौर करो हर बात समझ लो। किसकी कैसी ज़ात समझ लो, रिश्तों की औक़ात समझ... Hindi · कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 103 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Apr 2023 · 2 min read ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... 【प्रणय प्रभात】 मौजूदा दौर में देश की सरकार को शांतिकाल से अलग युद्ध व आपदा काल के हिसाब से आचार संहिता बनानी चाहिए।... Hindi · आलेख · देश · सम सामयिक · समयोचित सलाह · हिंदुस्तान 1 178 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Apr 2023 · 1 min read ■ विश्व-स्तरीय कुंडली #कुंडली ■ आशिक़ों-माशूक़ माशूक़ा यूक्रेन सी ठेंगा रही दिखाय। आशिक़ रशिया सा तना गोले रहा गिराय। गोले रहा गिराय देखती दुनिया सारी। यूएसए से बाप ने ना हिम्मत है हारी।... Hindi · कुंडली · दुनियां · सम सामयिक 1 200 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ मास्टर माइंड हुशियारी लाल 【प्रणय प्रभात】 मुश्किल से बीए पास हुशियारी लाल का दिमाग़ अचानक चला। उसने कुछ पढ़े-लिखों को समाजसेवा का ज्ञान दिया। फिर अपनी पहुंच के... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 87 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Apr 2023 · 1 min read #काव्य_कटाक्ष #काव्य_कटाक्ष ■ सीधी न समझने वालों के लिए उल्टी बात... 【प्रणय प्रभात】 ◆ षड्यंत्रों की फ़सल उगाओ, घूम-घूम कर आग लगाओ। चिर संकट के तुम संवाहक, जितनी चाहो गदर मचाओ।... Hindi · कविता · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 106 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Apr 2023 · 1 min read #हिंदी_ग़ज़ल #हिंदी_ग़ज़ल ■ इक मंथरा चाहिए..... 【प्रणय प्रभात】 साथ देवी नहीं अप्सरा चाहिए। पाप का घट हमेशा भरा चाहिए।। राज रानी बने ना कोई जानकी। हर मोहल्ले को इक मंथरा चाहिए।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदी ग़ज़ल · हिंदुस्तान 1 200 Share Page 1 Next