Posts Tag: बाल कविता 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar 30 Sep 2024 · 1 min read *प्यासा कौआ* *प्यासा कौआ* एक कौआ था बहुत प्यासा, पानी पीने की थी आस। एक-एक कंकड़ बीन के लाता, बुझाएगा अपनी प्यास।। मटके में डाली थीं कंकड़, पानी का था तल नीचा।... Hindi · बाल कविता 1 17 Share Dushyant Kumar 30 Sep 2024 · 1 min read *चार भाई* *चार भाई* चार भाई रहते थे घर में, चारों मे था गहरा प्यार। करने को किसी काम से पहले, करते मिलकर सोच विचार।। इन चारों की हो गई शादी, बंँट... Hindi · बाल कविता 1 17 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 20 Sep 2024 · 1 min read D. M. कलेक्टर बन जा बेटा रूक रूक जरा, थम थम थम मेरी बात को, जरा गौर से सुन बात मेरी सुन ले, अच्छा रहेगा बाद में फिर ना, पछतायेगा.....2 पढ़ ले बेटा, सुन मेरी बात... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · निबंध · बाल कविता 1 20 Share Dushyant Kumar 3 Sep 2024 · 1 min read *आहा! आलू बड़े मजेदार* जन्म है इसका द.अमेरिका, स्वाद है इसका ऐसा मीठा। पूरे देश में इसका प्रचार, आहा! आलू बड़े मजेदार।। राजा हो चाहे कोई रंक, न आता कोई इससे तंग। बाजारों में... Hindi · बाल कविता 1 31 Share Ranjeet kumar patre 1 Sep 2024 · 1 min read वर्षा रानी वर्षा रानी जब वर्षा रानी आती है अपने संग खुशियाँ लाती है धरती की प्यास बुझाती है चारों तरफ हरियाली छाती है। घटाएं काली काली आती है बिजली चम -चम... Hindi · कविता की भूमिका · बाल कविता 32 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Aug 2024 · 1 min read अच्छा खाओ अच्छा पहनो सुन लो भाई सुन लो बहनो अच्छा खाओ अच्छा पहनो बाहर की चीजें मत खाना खा कर पड़ता है पछताना ताज़ा खाना, साफ़-सफ़ाई रोगों की फिर शामत आई फल रखते... Hindi · बाल कविता 45 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Aug 2024 · 1 min read अच्छे बच्चे तुम बन जाना अच्छे बच्चे तुम बन जाना खूब वतन का नाम उठाना टीचर का भी आदर करना और पढ़ाई जम कर करना ख़ूब बड़ों का कहना मानो अपने रब को तुम पहचानो... Hindi · बाल कविता 44 Share Dushyant Kumar 25 Aug 2024 · 1 min read *आवागमन के साधन* *आवागमन के साधन* घोड़ा खच्चर बैलगाड़ी, हवाई जहाज बस रेलगाड़ी। घूमने की कर लो तैयारी, करेंगे मस्ती खूब सवारी।। मोटरसाइकिल टेम्पो कार, दो बैठो चाहें चार सवार। साइकिल स्कूटी पर... Hindi · बाल कविता 1 37 Share Dushyant Kumar 25 Aug 2024 · 1 min read *खेल खिलौने* *खेल खिलौने* सुन्दर -सुन्दर खेल खिलौने, इनसे खेलें भैया बहनें। रंग-बिरंगे सुन्दर-सुन्दर, छपे हैं इन पर चिड़िया बन्दर।। तन मन होते दोनों पुलकित, खिलौने का यह संसार। माता बिन बच्चा... Hindi · बाल कविता 1 27 Share MEENU SHARMA 16 Aug 2024 · 1 min read अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजे. एक माँ की जुबानी बिटिया मेरी प्यारी बिटिया क्या तुझे जन्म देकर मैंने ठीक किया जब तू मेरी कोख़ में थी शायद तू तब तक ही सुरक्षित थी अब तो... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · बाल कविता 4 5 123 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 16 Aug 2024 · 1 min read तारे आसमान में कितने तारे ? आहा ! लगते कितने प्यारे । कभी लगे माँ की चूनर से , कभी लगे दीपक धूसर से । आसमान में कितने तारे ? आहा... Hindi · बाल कविता 2 61 Share Dushyant Kumar 10 Aug 2024 · 1 min read *मेरी गुड़िया सबसे प्यारी* *मेरी गुड़िया सबसे प्यारी* लगती घर में सबको प्यारी, मासूम सुन्दर और बेचारी। सबसे अलग लगती है न्यारी, मेरी गुड़िया सबसे प्यारी।। लगती है यह क्यूटी ब्यूटी, प्यार से कहते... Hindi · बाल कविता 1 45 Share Dushyant Kumar 30 Jul 2024 · 1 min read *मजदूर* भूगगन में काम कर, पाताल में सुरंग बनाई। चट्टानें तोड़ी और रूक मोड़े, रेल लाइन भी बिछाई। नहीं मानी कभी मैंने, किसी कार्य से हार, बनाता ताजकिला तक, होता शहंशाह... Hindi · बाल कविता 2 59 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 Jul 2024 · 1 min read आया सावन मन भावन आया सावन मन भावन, बड़ा ही पावन, आया रे सावन!! चारों ओर हरियाली, झूम रही डाली -डाली, कुहू -कुहू करती, काली कोयलिया मतवाली, लगे बड़ा सुहावन, आया रे सावन!! सुगन्धित... Hindi · कविता · बाल कविता 1 44 Share Nitesh Chauhan 13 Jul 2024 · 1 min read वक़्त की ऐहिमियत वक़्त वक़्त पर ही वक़्त बीत जाने के बाद वक़्त की ऐहिमियत समझ आती हैं| Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · शेर 2 78 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 11 Jul 2024 · 1 min read उफ़ फिर से स्कूल खुल गये। उफ़ फिर से स्कूल खुल गये। सैर सपाटा, हल्ला गुल्ला, छुपम छुपाई, गेंद व बल्ला, सब पर फिर से ब्रेक लग गये, उफ़ फिर से स्कूल खुल गये। सुबह सवेरे... Hindi · कविता · बाल कविता 36 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 26 Jun 2024 · 1 min read मां शारदा की वंदना माता मेरी कहती है,शारदे का मोल नहीं, बुद्धि शुद्ध करो अम्ब , सत्य वाला ज्ञान हो | श्वेत वस्त्र धारिणी मां, जय वीणा वादिनी मां, ज्ञान का प्रकाश फैले ,... Hindi · बाल कविता · मनहर घनाक्षरी छंद 59 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read बीते दिन बीते दिन वो बीते दिन अब नही आते वो बचपन के खिलौने अब नही भाते वो आम के पेड़ से आम तोड़ने अब नही जाता शायद अब ये बचपना अब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बाल कविता 1 40 Share Dr. Vaishali Verma 31 May 2024 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना सुन लो, हे भगवान हम सब हैं तुम्हारी संतान पढ़-लिख कर हम बने गुणवान कर लो प्रार्थना हमारी स्वीकार जग में आगे बढ़ते जाए नाम रोशन हम करते जाए... Hindi · बाल कविता 57 Share Juhi Grover 26 May 2024 · 1 min read मेरी नाव देखो देखो बारिश आई, राम श्याम आओ भाई, सब मिल कर खेलें खेल, मैंने तो अपनी नाव बनाई। सब अपनी नाव चलाओ, वो देखो मेरी नाव चली, चुन्नु मुन्नु तुम... Poetry Writing Challenge-3 · नाव · निरंतर · बारिश · बाल कविता · सफलता 122 Share goutam shaw 25 May 2024 · 1 min read आ..भी जाओ मानसून, आ..भी जाओ मानसून, अब तेरे ही इंतजार.... रवि की तेज प्रकोप से, ताप से जलता भू ; शोर करे बरखा की ! वसुंधरा की आत्मा पुकार, आ ..भी जाओ मानसून,... Hindi · बाल कविता 3 2 99 Share Dr. Vaishali Verma 25 May 2024 · 1 min read सब्ज़ियाँ(आलू की बारात) *आलू जी की आयी बारात* *बैठें रथ पर* , *गाजर* , *मूली बहनो के साथ* *मेथी* , *तोरी* , *शलजम* , *पालक* *है दूल्हे राजा के बाराती साथी* *बैगन भैया... Hindi · बाल कविता 1 167 Share Dr. Vaishali Verma 25 May 2024 · 1 min read भालू , मेढ़क और बंदर *टर- टर करता शोर मचाता* *सबको हँसाकर मज़ा चखाता* * मेढ़क ने जब डुबकी लगायी* *मटक- मटक कर भालू आया* *साथ में केला हाथ में डंडा लाया* *डम-डम करता डमरू... Hindi · बाल कविता 1 72 Share Dr.Pratibha Prakash 20 May 2024 · 3 min read बीते हुए दिन बचपन के मेरा बचपन मां … मेरे बचपन में बेटा आता था बन्दर मामा लाठी संग होती मामी को ससुराल से लाना .. हःह अच्छा और क्या क्या होता था माँ ....बच्चे... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 1 138 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read विपदा विपदा भारी मित्र,नहीं अब विलम्ब करना। चिट्ठी पाते मीत , हमेशा मिलते रहना। सुख -दुख में जो साथ ,सखा वे ही कहलाते। कठिन समय का संग,मित्र भूले न भुलाते।। डी... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 1 54 Share Nitesh Shah 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ की क्या मैं बात कहूँ, क्या उनसे फ़रियाद करूँ, इस जग में उसके जैसी, किसकी मैं पहचान करूँ, माँ के आगे नतमस्तक हो, जीवन यह साकार करूँ, तन, मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · मुक्तक 1 69 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मंजिल की चाह ये मंजिल को चाह है सताती बहुत है रुलाती बहुत है रुलाती बहुत है मिलेगी न चाहत, मिलेगी नसीहत करता है मेहनत तू करता जा बंदे अभी तेरी मंजिल में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · बाल कविता 72 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read लेखनी के शब्द मेरे बनोगी न मरियाहू की गलियों में वो मुझसे मिली, वो हमारी उसकी पहली मुलाकात भी ।। उसने एक दिन कहा, हाय कैसे हो तुम, क्या अकेले मेरी तरह रहते हो तुम ।।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · लेख · संस्मरण 56 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read कोई और नहीं यादों में रहना, सीखना बाकी है, रक्त कि स्याही से इतिहास लिखना बाकी है। यूं फर्ज तो छोटू सा है, तू जो करेगा उससे बढ़कर कोई और नही, जो सोचेगा... Poetry Writing Challenge-3 · *जीवन का सत्य* · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 72 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read आम एक दिन पापा जब आम लाये तो बच्चे ने क्या कहा पापा लाये मीठे आम कितने रंग रंगीले आम मैं खाऊंगा खूब तमाम हैं ये रसीले कितने आम पापा लाये........... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · बाल कविता · शिवनी 73 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 119 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read मां का महत्त्व मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 101 Share Dushyant Kumar 12 May 2024 · 1 min read *किसान* करते हैं खेतों पर काम, जीतोड़ मेहनत नहीं आराम। काम उसका नहीं है आम, देते सबको अन्न किसान।। नहीं देखते जाड़ा गर्मी, नहीं देखते वो बर्षा। उसका साहस है अदम्य,... Hindi · बाल कविता 1 63 Share Dushyant Kumar 12 May 2024 · 1 min read *शिक्षक* शिक्षक मेरे कितने अच्छे, खुश रहते उनसे सब बच्चे। इतनी पढ़ाई उतना प्यार, शिक्षक ज्ञान के आधार।। रखो हमेशा आदर भाव, सीखो सहज नए-नए दाब। शिक्षक माता-पिता समान, न करना... Hindi · बाल कविता 1 88 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 1 min read मां की महत्ता मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · बाल कविता 10 102 Share Dushyant Kumar 6 May 2024 · 1 min read *रंगों का ज्ञान* दूध सफेद काले बाल, लाल सेब खाओ निहाल। हरी घास नीला आसमान, काली रात से पकड़ो कान ।।१।। बैंगनी बैंगन पीला आम, भीड़ होगी लगेगा जाम। जामुन जामुनी मीठे फल,... Hindi · बाल कविता 1 94 Share Dushyant Kumar 6 May 2024 · 1 min read *किताब* किताब हमारी कितनी सुन्दर, छिपा खजाना इसके अन्दर। सुन्दर कागज काला लेख, सुबह शाम किताबें तू देख।।१।। किताबें देतीं हमको सीख, पढ़ो लिखो न मांगों भीख। किताबें देतीं ऐसा ज्ञान,... Hindi · बाल कविता 1 83 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, बेबसी झलक रही थी किसी की मुस्कान में! ये अमीर-सेठ तो कमबख़्त कारोबारी ठहरे, थोड़ी हँसी बिक रही थी गरीब की... Hindi · कविता · बाल कविता 56 Share Kumar Kalhans 5 May 2024 · 1 min read सूरज अंकल जलते जलते देखो इक दिन जल मत जाना। सूरज अंकल जलते जलते देखा इक दिन जल मत जाना। जल जाओगे यदि , धरती पर कौन उजाला लायेगा, अंधियारे में भूत चोर का भय कितना बढ़ जायेगा, मन के... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 1 58 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read रंग विरंगी नाँव *बारिश का आनंद लेकर* *चाट पकोड़ी घर बनवाते* *छुट्टी के दिन ऊधम मचाते* *नानी दादी को ख़ूब सताते* *रंग बिरंगे कागज़ की* *सुंदर* -२ *नाँव बनाते* *जल के तेज बहाव... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 64 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read 🪁पतंग🪁 *तीन तिल्ली से टिकी जाती हूँ* *हर रंगो में सज जाती हूँ* *काग़ज़* , *पिन्नी से बँध जाती हूँ* *मांझे से बंधकर ऊँची उड़ान भर जाती हूँ* *हवा के रुख़... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 111 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read पंचांग (कैलेंडर) 📅📅📅📅📅📅📅📅🗓🗓🗓🗓 *सुंदर सुंदर हिंदी,अंग्रेज़ी की गिनती से* *हर पन्ने पर छपा जाता हूँ* *सभी महीने का राज बताता* *घर की खूँटी से सज जाता हूँ* *दिन* , *हफ़्ते* , *महीने*... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 131 Share Dr. Vaishali Verma 3 May 2024 · 1 min read माँ *माँ तुम हो सबसे प्यारी* *लोरियाँ खूब सुनाती थी*| *जब मैं छोटा बच्चा था* *लाड प्यार मैं पाता था* | *बचपन के दिनो में* *गुडियाँ गुड्डे दोस्त बनाता*| *तुम्हारी ग़ुस्से... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 57 Share Nitesh Shah 3 May 2024 · 1 min read एक ज़माना था ..... एक ज़माना था जब चिट्ठी-पत्री आती थी, तब पिय के मन की बात समझ में आती थी।। एक ज़माना था जब टेलीफोन पर गुफ़्तगू होती थी, तब बात-बात में दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता 86 Share Dr. Vaishali Verma 3 May 2024 · 1 min read सपना(बच्चों के भाव) *प्यारे प्यारे हमारे सपने* *सच अगर हो जाते* *मस्त होकर हम* *सबको रोज़ सुनाते* *हम अगर पक्षी होते* *आसमान की सैर कर आते* *चंदा मामा बनकर* *सितारों से मिल आते*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बाल कविता 59 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read 🌳वृक्ष की संवेदना🌳 *हे मानव* *है मेरा क्या क़सूर* *शहरी बस्ती बसाने* *में क्यूँ काँटे मुझे* *हर रोज़* *मेरी संवेदना* *अपने से काहे* *करें यूँ दूर* *चिड़ियों का क्यूँ* *छीने बसेरा* *अपना घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बाल कविता 1 94 Share Dr Archana Gupta 28 Apr 2024 · 1 min read सपनों में खो जाते अक्सर हम बच्चे ये सोच सोचकर सपनों में खो जाते अक्सर कभी सोचते चिड़िया होते केवल हँसते कभी न रोते अगर पेड़ जैसे बन जाते घनी छांव दे ताप मिटाते अगर... Hindi · बाल कविता 1 2 249 Share Ranjeet kumar patre 24 Apr 2024 · 1 min read गर्मी 7/04/24 की खड़ी दोपहर के बीच में घर से बाहर निकला और तो देखा तेज धुप के साथ साथ गर्म हवाएं चल रही थी कुत्ता प्यास के मारे इधर से... Hindi · Khud Ki Kahani · बाल कविता 1 93 Share Dr. Kishan tandon kranti 10 Apr 2024 · 1 min read अंकों की भाषा अंकों की भाषा भी तो कर देती बड़े तमाशा, आठ को काठ मानते तेरह से गलत एहसासा। छत्तीस यानी समझते सब पटरी न बैठ पाना, अगर उलट जाए तो असीम... Hindi · बाल कविता 3 3 83 Share Dr. Kishan tandon kranti 10 Apr 2024 · 1 min read शेर शेर तो बन सकता नहीं यारों कभी भी सियार, ओ मुगालते में रहने वालों अब हो जाओ होशियार। शेर तो एक सिम्बल है करो नित-नवीन सुधार, पढ़ो लिखो मेहनत करो... Hindi · बाल कविता 3 3 106 Share Page 1 Next