Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: प्यार
60 posts
*इश्क़ की दुनिया*
*इश्क़ की दुनिया*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्यार की कलियुगी परिभाषा
प्यार की कलियुगी परिभाषा
Mamta Singh Devaa
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'
राखी की सौगंध
राखी की सौगंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
* प्यार की बातें *
* प्यार की बातें *
surenderpal vaidya
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
* सहारा चाहिए *
* सहारा चाहिए *
surenderpal vaidya
हुआ दर्द से प्यार
हुआ दर्द से प्यार
Mahesh Jain 'Jyoti'
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ,
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ,
SURYA PRAKASH SHARMA
कुछ तो बात है उसमें
कुछ तो बात है उसमें
बदनाम बनारसी
किसी और से करना
किसी और से करना
बदनाम बनारसी
प्यार क्या है
प्यार क्या है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है
ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की
ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया
ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं
ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था
ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी
ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा
ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें
ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ
ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
किस पथ पर उसको जाना था
किस पथ पर उसको जाना था
Mamta Rani
तुझसा कोई प्यारा नहीं
तुझसा कोई प्यारा नहीं
Mamta Rani
कहीं साथी हमें पथ में
कहीं साथी हमें पथ में
surenderpal vaidya
इजहार ए मोहब्बत
इजहार ए मोहब्बत
साहित्य गौरव
आज की प्रस्तुति: भाग 5
आज की प्रस्तुति: भाग 5
Rajeev Dutta
आज की प्रस्तुति: भाग 4
आज की प्रस्तुति: भाग 4
Rajeev Dutta
आज की प्रस्तुति - भाग #1
आज की प्रस्तुति - भाग #1
Rajeev Dutta
हाथ में तेरा हाथ रहे
हाथ में तेरा हाथ रहे
एकांत
तेरी नादानी मान लूंगा
तेरी नादानी मान लूंगा
एकांत
मैं उसका और बस वो मेरा था
मैं उसका और बस वो मेरा था
एकांत
हम तेरे हो नहीं सकते
हम तेरे हो नहीं सकते
एकांत
कुछ बात अधूरी रहे तो अच्छा हैं ।
कुछ बात अधूरी रहे तो अच्छा हैं ।
एकांत
Page 1
Loading...