Posts Tag: दिसम्बर पर कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बिमल तिवारी “आत्मबोध” 26 Dec 2022 · 1 min read दिसंबर माह दिसंबर बदन में जगने लगे है सिहूरन कुछ बर्फीली हवाओं से लगने लगे हैं ठिठुरन कुछ धीरे धीरे बदन पर चढने लगा है वसन का तह जेसे जालिम आज़ादी... Hindi · दिसंबर · दिसम्बर पर कविता · दिसम्बर पर गज़ल 293 Share Jitendra kumar 31 Dec 2024 · 1 min read आज विदा हो जाओगे तुम आज विदा हो जाओगे तुम आज तुम्हारा अंतिम दिन है जाड़े के सन्नाटे से रजाई में लिपटा कहूँ अलविदा! तुम बहुत बुरे थे बहुत बुरे हो विरले क्षण को पढ़ने... Hindi · Quote Writer · कविता · दिसम्बर पर कविता · नववर्ष 179 Share