Posts Tag: दर्शन 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता उस दिन, मैं टेक लगाए बैठी थी और वो, आकर मेरे पैरों से अपना चेहरा सटाकर लेट गया। उसकी गर्म हथेलियों ने मेरे दोनों पंजों को नर्मी से छुआ मेरे... Hindi · कविता · दर्शन · प्रेम 2 76 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता// घास के फूल नदी कभी जी भर नहीं नहाई गई, गहराई और मृत्यु के भय से। जबकि, मृत्यु किनारे पर भी थी। जमीन पर भी। कितना समय लगता है, एक हृदयाघात में ?... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 1 81 Share Shiva Awasthi 24 Apr 2023 · 1 min read रंगरेज कहां है ऐसे रंग कहाँ मिलते हैं, लेकर चल वो देश जहाँ है ? जिससे तूने पंखे रगायें तितली वो रंगरेज कहाँ है ? जिसने स्याही की चादर पर जुगनू से बूटे... Hindi · गीत · दर्शन 1 202 Share Shiva Awasthi 21 Jan 2023 · 1 min read गीत कर्म वादी चेतनाओं को सुलाकर, भाग्य सिद्धी मंत्र लेने जा रहें हैं। कौन अब दर्शन पढ़े शंकर तुम्हारा, आजकल तो दृष्टिबंधक भा रहें हैं। रख धनुष ले प्रश्न बैठे राम,... Hindi · अध्यात्म · गीत · जीवन · दर्शन · धर्म 1 1 133 Share Shiva Awasthi 6 Jan 2023 · 1 min read गीत अज्ञानों के अर्धज्ञान पर हामी भर, कैसे कह दूं पागल! नश्वर हैं हम तुम। द्वापर में जो कृष्ण सिखा कर चले गए। जिसके स्वर में स्वर वंशी के रचे गए।... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन · प्रेम 3 148 Share Ajay Chakwate *अजेय* 6 Dec 2022 · 1 min read संतोषी सदा, संतोषी सदा, मनुष्य जो असतो _ सुख भोगतो Marathi · दर्शन 58 Share Ajay Chakwate *अजेय* 6 Dec 2022 · 1 min read कविता अमिट गोड, वचन जिनवाणीचे_ तृप्त ढेकर||1|| मिटे अंधार प्रकाश जिनवाणीचा_ रस्ता सरळ||2|| सुखी जीवन, साथ जिनवाणीची _ हात देऊन ||3|| मिळे विवेक, देशना जिनवाणी _ ग्रहण करा ||4|| आगम चक्षु... Marathi · कविता · जिन धर्म · दर्शन 52 Share Ajay Chakwate *अजेय* 30 Nov 2022 · 1 min read बंध रेशमी, बंध रेशमी, सुखकरक वाटे _ भ्रम निरास. Marathi · दर्शन 58 Share Ajay Chakwate *अजेय* 30 Nov 2022 · 1 min read हायकू बंध रेशमी, सुखकरक वाटे _ भ्रम निरास Marathi · दर्शन 51 Share Ajay Chakwate *अजेय* 30 Nov 2022 · 1 min read हायकू स्वान्तसुखाय, कविता माझी आहे _ आत्म शृंगार Marathi · दर्शन 58 Share Ajay Chakwate *अजेय* 30 Nov 2022 · 1 min read हायकू वृक्ष पिंपळ, आनंदे पक्षी खेळे _ ध्यानस्थ योगी. Marathi · दर्शन 41 Share Shiva Awasthi 21 Nov 2022 · 1 min read गीत मन के कनक महल से जाना, याद नहीं जब सुख रख पाया। तब मैंने ही सहज भाव से दुःख को आमंत्रण भिजवाया। जैसे नन्हें ध्रुव को माँ ने, स्वयं तपोमय... Hindi · Hindi · गीत · दर्शन 3 269 Share Shiva Awasthi 29 Aug 2022 · 1 min read हँसते हैं वो तुम्हें देखकर! जिनको ओस - ओस कहते हो, वो फूलों की बत्तीसी हैं। हँसते हैं वो तुम्हें देखकर। हाँ, हाँ मानव! तुम्हें देखकर। देव मनाने की इच्छा में, तुमने युवा फूल मारे... Hindi · अध्यात्म · गीत · दर्शन · वैराग्य 3 235 Share Shiva Awasthi 29 Jul 2022 · 1 min read माटी - गीत कैसी मिट्टी से मुझको बनाया गया, गर मिले मुझसे भगवान पूछूंगी मैं। मुझको लगता है मैं, रेत हूं हाथ में, खुद ही खुद के नहीं अब ठहर पाऊंगी। जल बिना... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन 4 215 Share Shiva Awasthi 6 Jul 2022 · 1 min read गीत//तुमने मिलना देखा, हमने मिलकर फिर खो जाना देखा। समय नदी की तेज लहर में, सदियों का बह जाना देखा। तुमने मिलना देखा, हमने मिलकर फिर खो जाना देखा। तिनका तिनका जोड़ जोड़कर, चिड़ियों को घर रचते देखा। नन्हें... Hindi · गीत · दर्शन 6 5 234 Share