Tag: ग़ज़ल 596 posts Sort by: Latest Likes Views Shivkumar Bilagrami 27 Jan 2023 · 1 min read यह रात कट जाए वो दिन आए न आए फिर , मगर यह रात कट जाए किसी सूरत अंधेरा यह , मेरी आंखों से हट जाए बहुत मुश्किल है तूफ़ानों से लड़कर पार जा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 45 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jan 2023 · 1 min read वक़्त का इतिहास हमने तो नगमों और ग़ज़लों में अपने वक़्त का इतिहास लिखा है फिर भी तुम कहते हो कि इनमें आख़िर ऐसा क्या खास लिखा है... (१) हमारे देश की ऐसी... Hindi · ग़ज़ल 8 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jan 2023 · 1 min read गुमराह नौजवान आपके बच्चे क्या कर रहे आपको कुछ ख़बर भी है अब तक जी रहे या मर रहे आपको कुछ ख़बर भी है... (१) हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सड़क छाप गुंडों... Hindi · ग़ज़ल 8 Share Brijpal Singh 27 Jan 2023 · 1 min read उन्हें नहीं मालूम उन्हें लगता है कि वो ऐसा है उन्हें नहीं मालूम कि वो वैसा है। उन्हें लगता है कि वो वैसा कमाता है, उन्हें नहीं मालूम वो कैसा कमाता है। उन्हें... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 7 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jan 2023 · 1 min read यही मिलता सिला हमको यही मिलता सिला हमको ******************** बता दो बात जरा हम को, बिताई रात खफा हम को| मिले जब भी हुए भटके, दिखाई राह सदा हम को| कहूं कैफे हुई मुश्किल,... Hindi · ग़ज़ल 8 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jan 2023 · 1 min read आज का भारत ऐ भगतसिंह देख रहे हो न तुम आज के हिंदुस्तान को मालूम नहीं क्या हो गया मेहनतकश अवाम को... (१) पुलिस से लेकर सियासत तक मीडिया से लेकर अदालत तक... Hindi · ग़ज़ल 8 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jan 2023 · 1 min read हलक पर ही टिकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें ******************* थमी धड़कन रुकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें| उधारी में कटा जीवन, बिना कीमत बिकी सांसें| डगर से क्यों रही भटकी, सही पथ... Hindi · ग़ज़ल 8 Share Chandan sharma 25 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल समझ लेते हो जब तुम अपनों का दुख समझते क्यों नहीं फिर औरों का दुख मेरा दुख था कि मैं उस को खो दूँगा उसे था मेरे जैसे कितनों का... Hindi · Ghazal · Urduhindipoetryghazal · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 7 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read जिसको छूटे हुए अब जमाना हुआ उसके घर के आगे से निकल के आना हुआ.. , फिर ना उस गली से कभी आना जाना हुआ..... | आज फिर उसकी मोहब्बत की याद आई मुझे ...., जिसको... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 14 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jan 2023 · 1 min read बहुत कुछ है सहा हमने *बहुत कुछ है सहा हमने* ******************** यकीं कर लो कहा हमने, बहुत कुछ हैं सहा हमने| मिले हो तुम रजा कुदरत, सबर का फल लिया हमने| समझ आया नहीं मसला,... Hindi · ग़ज़ल 17 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Jan 2023 · 1 min read सबकी खैर हो रब ख़ैर करे रब ख़ैर करे सब ख़ैर करे सब ख़ैर करे... (१) चार दिन की जिंदगानी में क्यों कोई किसी से वैर करे... (२) कण-कण में वही है बसा... Hindi · ग़ज़ल 13 Share Anurag Anjaan 22 Jan 2023 · 1 min read धरती और आसमां की तरह.. हम घर के बड़े थे जिम्मेदारी थी, हर एक खता पर डाँटे गए हम... बॉलीवुड फिल्म सा एक बॉयकॉट ट्रेंड पर, किसी सीन की तरह काटे गए हम... एक क्षितिज... Hindi · Anurag Anjaan · Anuragsinghanjaan · कविता · ग़ज़ल 1 10 Share Rajesh Kumar Arjun 22 Jan 2023 · 1 min read कविता: सपना कविता: सपना ~रात सपनों में आई वो, ~फूलों सी मुस्काई वो। ~पूछा जो हाल उसका, ~मुझसे थोड़ा शर्माई वो।। रात सपनों में आई वो .... ~नैना बड़े कटीले उसके, ~बाल... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · गीत · हास्य 6 1 47 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Jan 2023 · 1 min read सीमा पर तनाव आइल चुनाव हो आइल चुनाव सीमा पर देश के फईलल तनाव... (१) ताज़ा भईल सन बासठ के घाव सीमा पर देश के फईलल तनाव... (२) सेना पर बाटे भारी दबाव... Bhojpuri · ग़ज़ल 9 Share साहित्य लेखन- एहसास और जज़्बात 20 Jan 2023 · 1 min read पहचान खो दी...!!!! खामोश ज़िंदगी ने, ख़ामोशी से मेरी पहचान खो दी.... ज़ुबाँ पर, जब ज़िक्र आया उसका.... ये आँखों फ़िर हँसते हँसते रो दी....!!!!! -ज्योति खारी Hindi · ग़ज़ल 3 2 23 Share साहित्य लेखन- एहसास और जज़्बात 20 Jan 2023 · 1 min read पीर आँसुओं संग बह रही है....!!!! पीर आँसुओं संग बह रही है, आज भी ज़िंदगी की शामें, तुम्हारे इंतज़ार में तन्हा रह रही हैं... कोई आके... पढे़ इन आँखों को, ये कितना कुछ कह रही हैं...... Hindi · ग़ज़ल 2 15 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल दिल में लगता है कोई बात दबी हो जैसे। बात जो दिल ने कहा तुमने सुनी हो जैसे। इस तरह मैं तेरी आगोश में सो जाऊंगा। जागते जागते ये उम्र... Hindi · ग़ज़ल 13 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 19 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल *ग़ज़ल वो खुश नसीब है-* जो उनके ही करीब है। वो कितना खुशनसीब है।। वो रिश्ता ही अजीब है। जो दिल के करीब है।। दिल से ही जो अमीर है।... Hindi · Gazal · ग़ज़ल · राजीव नामदेव राना लिधौरी · राना लिधौरी 11 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Jan 2023 · 1 min read भारत का भविष्य देश का भविष्य है अंधकार में पूरी तरह आपकी सरकार में... (१) ये चल रहा क्या उजूल-फिजूल रात-दिन टीवी और अख़बार में... (२) ईमान से सस्ती कोई चीज़ क्या आजकल... Hindi · ग़ज़ल 10 Share Rashmi Sanjay 18 Jan 2023 · 1 min read इस बार फागुन में खिला टेसू पलक भीगी मिलो इस बार फागुन में। चुनरिया भी तनिक बहकी मिलो इस बार फागुन में।। हुए शाखों के रक्तिम से, कपोलों को तनिक देखो। कली रचने लगी... Hindi · ग़ज़ल 14 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Jan 2023 · 1 min read सपनों का शहर अभी पूरा हुआ अपना सफ़र नहीं तू चला चल यहां अपना गुज़र नहीं... (१) कहीं लूट तो कहीं मार कहीं चीख तो कहीं पुकार जिसका देखा सपना हमने यह तो... Hindi · ग़ज़ल 13 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jan 2023 · 1 min read ज़ब आपने साथ छोडते है जब अपने साथ छोड़ते है ******************** जब अपने साथ छोड़ते हैं, मुख उनसे खास मोड़ते हैं| राहें नजरों से दूर ओझल, रास्तों के बीच रोकते है| वो सुनते भी नहीं... Hindi · ग़ज़ल 9 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read रूह * रूठे - रूठे से हैं वो लगे * ********************* रूठे - रूठे से हैं वो लगे, फीके-फीके से हैं वो लगे। नजरों से नजरें मिली नहीं, तीखे - तीखे... Hindi · ग़ज़ल 10 Share Kumar Kalhans 14 Jan 2023 · 1 min read तेरी गुस्ताख निगाहों में हया देखी है। तेरी गुस्ताख़ निगाहों में हया देखी है तेरी बेलौस अदाओं में वफ़ा देखी है ------ बात मेहर की करूँ लफ्ज़ नहीं आएँगे तेरी ज़ुल्मत में भी जब हमने शिफा देखी... Hindi · ग़ज़ल 13 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Jan 2023 · 1 min read शहर के माहौल ये शहर के माहौल तअ बहुते खराब बा लूट-मार के खाए के सबके रिवाज बा... (१) केहू के केहू नइखे एइजा पूछे वाला जानवर के झूंड में बदलल समाज बा...... Bhojpuri · ग़ज़ल 15 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Jan 2023 · 1 min read तानाशाहों का हश्र ज़ालिम तानाशाहों का अंज़ाम बुरा होता है ये वक़्त जो लेता उनसे इंतक़ाम बुरा होता है... (१) ज़ुल्मत की बुनियाद पर टिके निज़ाम के ख़िलाफ़ इंकलाब का उठता हुआ तूफ़ान... Hindi · ग़ज़ल 14 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Jan 2023 · 1 min read धडकनों _के बिना रह ना पाऊंगा में संग तू जो मेरे तो है ये जिंदगी संग तू जो नहीं तो रह ना पाऊंगा में संग रहने का वादा करे ना करे सच कहूं तेरे बिन रह ना... Hindi · ग़ज़ल 3 58 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक छोड़कर मुझको तुम जो गए इस कदर, जीते जी में बही पर ही मर जाऊंगा । तुम अगर जाओगे मुझसे मुंह मोड़कर आइना बनके फिर विखर जाऊंगा ।। जी ना... Hindi · ग़ज़ल 3 49 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read वो हूर नजर आती *** वो हार नजर आती *** ********************** बे-मौसम बरसात बरसती है, दो आँखें हर बार तरसती है। भीनी-भीनी आन रही खुश्बू, फूलों जैसी गंध महकती है। नजरों से हो दूर... Hindi · ग़ज़ल 15 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read मन मे गम के ठिकाने * मन मे गम के ठिकाने * ******************** मन में गम के ठिकाने हैं, खुश होने को बहाने हैं। जो भी पल थे गुजारे वो, किस्से वो सब सुनाने हैं।... Hindi · ग़ज़ल 14 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Jan 2023 · 1 min read शायर अपनी महबूबा से छुप-छुप कर मेरा दीदार न कर चोरी-चोरी आंखें चार न कर... (१) या तो खुलकर तू मुझसे प्यार जता या फिर कह दे तू मुझसे प्यार न कर... (२) इस... Hindi · ग़ज़ल 17 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 1 min read कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिए। कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिये। इंसान की सदियों से जीने की तैयारी देखिये। ***** इतने पैगम्बर जहाँ में आय लेकिन क्या हुआ। हो रही है पर बशर की आंख... Hindi · ग़ज़ल 10 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 12 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल बहुत लोगों की नजरों से हम ताड़े जा रहे हैं। जमे हैं पैर जो मेरे उखाड़े जा रहे हैं। बड़ी मुश्किल से झुग्गी झोपड़ी अपनी बनी थी। अवैध कहकर वही... Hindi · ग़ज़ल 20 Share Vinit kumar 12 Jan 2023 · 1 min read अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By Vinit Singh Shayar तेरे मिलने के सपने दिल में सजा रक्खा है अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है तेरी उम्मीद में जीता है इस तरह से कि काँटे सब चुन... Hindi · ग़ज़ल 17 Share जगदीश शर्मा सहज 11 Jan 2023 · 1 min read तरही गजल लबों पर कोई मुस्कुराहट नहीं है, वो क्या दिल है जिसमें मुहब्बत नहीं है। खुदी बेचकर ख़ुशनुमा हो गया वो, उसे अब किसी से हिक़ारत नहीं है। खुलेआम तुम हमसे... Hindi · ग़ज़ल 1 15 Share Dr. Pratibha Mahi 11 Jan 2023 · 1 min read तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01) ग़ज़ल तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था। मैं भी मज़बूर थी तू भी मज़बूर था।। इश्क़ तो था दोनों तरफ़ जहन में । यार चेहरे पे कैसा गज़ब नूर था।।... Hindi · इश्क़ · ग़ज़ल · दस्तूर 2 25 Share सुरेखा कादियान 'सृजना' 11 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल आया नहीं उनको कभी जीना यहॉं संसार में इक उम्र गंवा देते हैं जो चार दिन के प्यार में लड़नी पड़े जब जंग और मुर्शिद खड़ा हो सामने मिलता किसे... Hindi · ग़ज़ल 1 49 Share Dr fauzia Naseem shad 10 Jan 2023 · 1 min read आप मे आपका नहीं कुछ भी इससे बढ़ कर समझ नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कौन कब अलविदा कह जाए । ज़िन्दगी का यकीं नहीं कुछ भी ।। ढूंढती हूं... Hindi · ग़ज़ल 10 27 Share Vijay kumar Pandey 8 Jan 2023 · 1 min read ~प्रकृति~(द्रुत विलम्बित छंद) गगन, सूरज, चाँद, हरी धरा। जगत रूप यही तो प्रकृति है। दिख रहा सब जो इस आँख से, प्रभु प्रदत सुन्दर यह कृति है। सुबह सुन्दर रूप प्रभात का, स्वरचित... Hindi · कविता · ग़ज़ल 20 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 8 Jan 2023 · 1 min read ✍️पत्थर का बनाना पड़ता है ✍️ कभी उम्मीद के दिये को मन में ही बुझाना पड़ता है, आते हुए अश्कों को रोककर मुस्कुराना पड़ता है, नज़रें हमारी भी तरसती है उनके दीदार को, पर क्या करे,... Hindi · ग़ज़ल 4 4 37 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल साथ मिले अपनों का तो,दुख कम होने लगता है। यादों के मौसम में मन, पुरनम होने लगता है।। भीड़ भरे चौराहे पर,जब भी नज़र घुमाता हूँ, दुनिया है मशरूफ बहुत,... Hindi · ग़ज़ल 31 Share bhandari lokesh 7 Jan 2023 · 1 min read 𝖎 𝖑𝖔𝖛𝖊 𝖚✍️ वो कहने वाली थीं,𝖑𝖔𝖛𝖊 𝖚 मैं अब तक ना, ये समझा क्यूँ वो जान मानती रही हमेशा था मैं पगला, अंजाना क्यूँ 𝖇𝖚𝖙,आज समय ने समझाया चल अब मैं तुझसे... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 30 Share Rashmi Sanjay 7 Jan 2023 · 1 min read लेखनी चलती रही शैशवी मन के पुलक की कल्पना लिखती रही। ज़िंदगी धर मृदुल-पग, प्रस्तावना लिखती रही।। हो वसंती-सा गया मन, नववधू-सी वेदना, कल्पना मधुयामिनी की कामना लिखती रही। भावना ने प्रेम-पूरित छंद-लय... Hindi · ग़ज़ल 2 2 26 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 6 Jan 2023 · 1 min read * ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना ) * ग़ज़ल *( ताजमहल बनाते रहना ) किताब ए इश्क़ का हर्फ़ बन जाऊँ मैं । रोज़ अपने लबों पर... सजाते रहना ।। मैंने खायी है... क़सम रूठ जाने की... Hindi · ग़ज़ल 1 1 65 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jan 2023 · 1 min read प्रेम से प्यारा नजारा नहीं *प्रेम से प्यारा नजारा नहीं* ********************** प्रेम से प्यारा नजारा नहीं, प्यार बिन कोई गुजारा नहीं। देख ली दुनिया नहीं आसरा, आप सा कोई हमारा नहीं। जी न पाएंगे बिना... Hindi · ग़ज़ल 19 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 5 Jan 2023 · 1 min read तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह। छोड़ कर जाओ न हर किसी की तरह। छोड़ करके जमाना भरोसा किया। मोड़ लेना न रुख अजनबी की तरह। मिल गई हर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 28 Share Dr fauzia Naseem shad 5 Jan 2023 · 1 min read ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे सुकूं पल-भर का भी न पाओगे । मुझे तुम दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। प्यार शर्तों में हमसे... Hindi · ग़ज़ल 9 24 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Jan 2023 · 1 min read तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह। छोड़ कर जाओ न हर किसी की तरह। छोड़ करके जमाना भरोसा किया। मोड़ लेना न रुख अजनबी की तरह। मिल गई हर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 25 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2023 · 1 min read ऐसी क्या बात हुई *ऐसी क्या बात हुईं* **************** ऐसी क्या बात हुई, दिन मे ही रात हुई। कैसी यह चाल चली, क्यों भीतर घात हुई। बादल तो पास नहीं, पल् मे बरसात हुई।... Hindi · ग़ज़ल 19 Share Jitendra Kumar Noor 2 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल सारे बहरों के कान खोलेंगे जब ये गूँगे ज़बान खोलेंगे किसको मालूम था कि मज़हब की लोग इक दिन दुकान खोलेंगे दिल के पन्ने भी खोलिए कब तक सिर्फ गीता... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 160 Share Previous Posts