Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read बेघर एक "परिंदा" है..! यूँ ही आना जाना है, दुनिया एक झमेला है। सुख दुख जीवन के पहलू, धूप कहीं, कहीं छाया है। खलिहानों में उम्र गई, कहते लोग निठल्ला है। कारिस्तानी बेटे की,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read मौसम है मस्ताना, कह दूं। मौसम है मस्ताना, कह दूं। किस्सा कोई पुराना, कह दूं। छलके आँसू ज्यों आँखों से, आँखों को मयखाना कह दूं। घाटा और मुनाफ़ा छोड़ो, मुश्किल रोज़ कमाना कह दूं। बैठो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read डर डर जीना बंद परिंदे..! डर डर जीना बंद परिंदे। कर आवाज़ बुलंद परिंदे। कांटों की संगत में रहकर, गुल बनता गुलकंद परिंदे। जंग यहाँ ख़ुद से ही लड़नी, कस ले बख्तरबंद परिंदे। भवरों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share Sandeep Thakur 13 Oct 2024 · 1 min read दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर दो दिलों में तनातनी क्यों है प्यार के बीच दुश्मनी क्यों है बंद है बातचीत तक सोचो सूरते हाल ये बनी क्यों है मेरा हर दिन उदास सा क्यों है... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 17 Share पंकज परिंदा 13 Oct 2024 · 1 min read डर डर जीना बंद परिंदे..! डर डर जीना बंद परिंदे। कर आवाज़ बुलंद परिंदे। कांटों की संगत में रहकर, गुल बनता गुलकंद परिंदे। जंग यहाँ ख़ुद से ही लड़नी, कस ले बख्तरबंद परिंदे। भवरों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share Sandeep Thakur 12 Oct 2024 · 1 min read दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर दरिया की लहरें खुल के आज गले लगती पुल के सूरज भी बन सकते हैं सारे जुगनू मिल-जुल के शाम उतर आई आख़िर आज बगा़वत पे खुल के बारिश में... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 41 Share Ravi Prakash 7 Oct 2024 · 1 min read *सत्य-अहिंसा की ताकत से, देश बदलते देखा है (हिंदी गजल)* *सत्य-अहिंसा की ताकत से, देश बदलते देखा है (हिंदी गजल)* _________________________ 1) सत्य-अहिंसा की ताकत से, देश बदलते देखा है चरखे के चलने से गोरा, सूरज ढलते देखा है 2)... Hindi · Quote Writer · गजल गीतिका 2 · ग़ज़ल/गीतिका · गॉंधी जी 20 Share अंसार एटवी 7 Oct 2024 · 1 min read सदा दे रहे ये जीने का इक हौसला दे रहे कई लोग मुझको दुआ दे रहे ये तिनके का घर अब बचेगा नहीं वो शोलों को इतनी हवा दे रहे जिन्हें ना ख़ुदा... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 22 Share Sandeep Thakur 6 Oct 2024 · 1 min read प्यार में लेकिन मैं पागल भी नहीं हूं - संदीप ठाकुर भूला तो तुझको मैं इक पल भी नहीं हूं याद से लेकिन मैं बोझल भी नहीं हूं माना तेरे बिन मुकम्मल भी नहीं हूं प्यार में लेकिन मैं पागल भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्यार में लेकिन मैं पागल भी नह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 112 Share पंकज परिंदा 6 Oct 2024 · 1 min read बग़ावत की लहर कैसे.? बग़ावत की लहर कैसे.? उठी आख़िर नज़र कैसे.? कहाँ कब और, किधर कैसे.? मचा है ये ग़दर, कैसे.? बड़ी ज़ालिम ये दुनिया है, यहाँ अब हो गुज़र कैसे.? मुझे मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share पंकज परिंदा 6 Oct 2024 · 1 min read जिस दिल में ईमान नहीं है, जिस दिल में ईमान नहीं है, कुछ भी हो इंसान नहीं है। नामाक़ूल रहोगे, जब तक, नीयत में पैमान नहीं है। क्या लाये जो खोया तुमने..? शायद गीता ज्ञान नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share Sandeep Thakur 3 Oct 2024 · 1 min read दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर दरिया की तह में ठिकाना चाहती है कश्ती तो बस आशियाना चाहती है लेट आकर गिफ़्ट लाई हैं घड़ी तू वक़्त की क़ीमत चुकाना चाहती है इससे पहले पेड़ उसको... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दरिया की तह में ठिकाना चाहती ह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 6 2 185 Share पंकज परिंदा 3 Oct 2024 · 1 min read इतना आसां नहीं ख़ुदा होना..! *बह्र -- 2122 1212 22* आम सी बात है ख़ता होना। इतना आसां नहीं ख़ुदा होना। किसको फ़ुरसत है कौन सुनता है, सीख लो ख़ुद में गुमशुदा.., होना। सिलसिले दरमियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share पंकज परिंदा 3 Oct 2024 · 1 min read रुख़ से पर्दा जरा हटा दे अब। रुख़ से पर्दा जरा हटा दे अब। मुझको मुझसे जरा मिला दे अब। ज़ख्म भरने लगे हैं सब मेरे, भर के मुट्टी नमक लगा दे अब। आशियां ख़ाक हो रहा... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 3 Oct 2024 · 1 min read सोलह आने सच... दिल की बात जुबां पे आई अधरों पर मुस्कान खिलीं कहे पपीहा कोयल से आज चमन में कली खिलीं, पानी वर्षा धूप खिली मेंढक ने दी तान वीर वीरता सदा... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · निबंध 1 26 Share पंकज परिंदा 2 Oct 2024 · 1 min read बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..? बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..? हर कोई अज़नबी, कहाँ जाऊँ..? ख़्वाहिशें थीं कभी जो इस दिल में, कर चुकीं ख़ुदकुशी कहाँ जाऊँ.? चाँद से मुँह यूं मोड़ भी.., लूँ तो.!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share आकाश महेशपुरी 30 Sep 2024 · 1 min read तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ग़ज़ल- तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️ दिल के होता है आर-पार नहीं तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं तेरी खातिर मैं छोड़ दूँ दुनिया दिल है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 2 27 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Sep 2024 · 1 min read मुझमें क्या मेरा है ? दिन दफ्तर का, रात पे हक बच्चों का है कोई बताए अब मुझमें क्या मेरा है ? शर्म बहुत आती है उससे मिलने में जिसने रिश्तों के धागों को तोड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 27 Share Sandeep Thakur 28 Sep 2024 · 1 min read झूठ है सब ज़हीन धोका है - संदीप ठाकुर झूठ है सब ज़हीन धोका है इस नज़र का यक़ीन धोका है टूट जाएगा दिल तो समझोगे ये मुहब्बत हसीन धोका है संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 111 Share पंकज परिंदा 28 Sep 2024 · 1 min read बहता जल कल कल कल...! बहता जल, कल कल कल। प्रश्न कठिन, मुश्किल हल। कीचड़ में, देख कमल। पांव बचा, है दलदल। आँख लड़ी, तो हलचल। रोज नहा, तन मल मल। खींच लहू, है निर्बल।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 25 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Sep 2024 · 1 min read " रास्ता उजालों का " शीर्षक - " रास्ता उजालों का " बाद मुद्दत वो.... मिलने आया है । सुकून कितना..... हमनें पाया है ।। बनकर अंजान... ख़ामुश रहा वो । कमबख़्त ने दिल मिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share Jyoti Khari 27 Sep 2024 · 1 min read ज़िंदगी के रास्ते सरल नहीं होते....!!!! आज में जीने के लिए अतीत को त्यागना ही पड़ता है वरना ज़िंदगी के मसले ताउम्र हल नहीं होते..... जानोगे तो पता चलेगा कुछ जिंदगियों के रास्ते अक्सर सरल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 49 Share पंकज परिंदा 26 Sep 2024 · 1 min read बिन मौसम.., बरसे हम। बिन मौसम। बरसे हम। झोली में, ढेरों गम। मेरी सुन, ओ हमदम। मत कर तू, आंखें नम। ज़ख्मों पर, कर मरहम। डूबे तब, पानी कम। तेरी तो, एटम बम। मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य ) 26 Sep 2024 · 1 min read जिंदगी हमको हँसाती रात दिन आधार छंद - आनंदवर्धक, मापनीयुक्त मात्रिक मापनी - गालगागा गालगागा गालगा अंकावली-2122 2122 212 समांत-- आती पदांत-- रातदिन #गीतिका ******** जिंदगी हमको हॅसाती रात दिन। वक्त आने पर रुलाती रात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share Sandeep Thakur 25 Sep 2024 · 1 min read जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर जाम सिगरेट कश और बस कुछ धुआँ आख़िरश और बस मौत तक ज़िंदगी का सफ़र रात-दिन कश्मकश और बस पी गया पेड़ आँधी मगर गिर पड़ा खा के ग़श और... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जाम सिगरेट कश और बस · शेर · सिगरेट शायरी 2 1 174 Share आकाश महेशपुरी 25 Sep 2024 · 1 min read जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं उनका हमको भी इंतजार नहीं रोग है ये इलाज के क़ाबिल आपको इश्क़ का बुखार नहीं मुझपे उँगली उठा रहे हैं जो उनका दामन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Kalamkash 24 Sep 2024 · 1 min read मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, कहता हूँ इस जहाँ से मुझे दर्द चाहिए Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · लेख · शेर 26 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2024 · 1 min read बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले रोज़ मिलते हैं मुझे अपना बताने वाले हैं कहाँ लोग मगर साथ निभाने वाले कैसे मैं फिर से मोहब्बत पे भरोसा कर लूँ बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share अरशद रसूल बदायूंनी 23 Sep 2024 · 1 min read एक ही रब की इबादत करना कितना मुश्किल है ये हिम्मत करना आज बच्चों को नसीहत करना डर रहेगा न किसी का तुमको एक ही रब की इबादत करना करके इमदाद जतानी है अगर तो किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 53 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 23 Sep 2024 · 1 min read "उत्सवों का महत्व" "उत्सवों का महत्व" प्रेम और सद्भाव से, हर बंधन को ये बांधती है, रिश्तों में मिठास घोल, हर ग़म को दूर भगाती है!! जीवन की बगिया में, खुशियों के फूल... Hindi · उत्सव · ग़ज़ल/गीतिका 29 Share मधुसूदन गौतम 22 Sep 2024 · 1 min read बिटिया प्यारी *बेटी दिवस पर विशेष* आई दुनिया में बिटिया प्यारी , गूंजी नन्ही सी किलकारी। परी सुहानी घूमा करती, उछल कूद गोदी में करती, कभी मटकती ,कभी लिपटती, पापा संग अठखेली... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 202 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2024 · 1 min read सोलह श्राद्ध ****सोलह श्राद्ध**** सोलह दिन यह पावन कितने आते धरा पर हमारे अपने जलांजलि दे क्षुधा पूर्ण करें पिंडदान, श्राद्ध संपूर्ण करें परलोक से पूर्वज पधारे कभी जो थे मध्य हमारे... Hindi · आध्यात्मिक हिंदी गजल/ गीतिका · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · श्राद्धकर्म · सहित्यपिडिया 25 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read मन के मनके फोड़ा कर...!! मत यूँ हाथ मरोड़ा कर। दिल को दिल से जोड़ा कर। खट्टी - मीठी बातों से, मन के तार झिंझोड़ा कर। जब जब गलती हो मेरी, कस के खूब निचोड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read सबका अपना दाना - पानी.....!! कब तक होगी यूँ नादानी, छोड़ो भी, हरकत बच्चे की बचकानी, छोड़ो भी। आंख के अंधे नाम नयनसुख हैं सारे, करते अपनी ही मनमानी, छोड़ो भी। नौ सौ चूहे खा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share पंकज परिंदा 21 Sep 2024 · 1 min read नीयत में पैमान मिलेगा। नीयत में पैमान मिलेगा। तो तुझको सम्मान मिलेगा। क्या लाये जो खोया तुमने..? आखिर में शमशान मिलेगा। यूँ ही ब़ैर रखोगे मन में, तो कैसे भगवान मिलेगा..? मसले देरी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 31 Share Sandeep Thakur 20 Sep 2024 · 1 min read उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं मेरे ख़्वाबों ख़यालों सी थीं उस की बातों से घर भर गया उस की बातें उजालों सी थीं राह तकती हुई शाम की चंद... Hindi · उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 3 125 Share Sandeep Thakur 17 Sep 2024 · 1 min read आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर आंख से मत कुरेद तस्वीरें खोल देती हैं भेद तस्वीरें दास्तां रंगों की समेटे हैं धुंधली काली-सफेद तस्वीरें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 114 Share Harinarayan Tanha 16 Sep 2024 · 1 min read तुम्हारी आँखों में समाया है, प्यार तुम्हारी आँखों में समाया है, प्यार दिल की धड़कनों में बसाया है, प्यार तुम्हारे बिना जीवन अधूरा सा लगे मै ने जिंदगी भर निभाया है, प्यार तुम्हारी मुस्कान में मैं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Sep 2024 · 1 min read "निज भाषा का गौरव: हमारी मातृभाषा" "निज भाषा का गौरव: हमारी मातृभाषा" ख़ुद के ही रंगों से, सारा घर द्वार सजाती है, भाव निज भाषा के ही संग बाहर आती है!! संस्कृति का दर्पण, भाषा अनमोल... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · निज भाषा · मातृभाषा-हिन्दी · हिंदी कविता 39 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 15 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस को प्रणाम हिंदी हैं जान, हिंदी हैं शान । हिंदी हैं अब, हमारी पहचान। । कश्मीर से लेकर, हिमाचल के पांजर । जीवन के रंग में हैं, हिंदी का सार ।। गंगा... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 29 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 13 Sep 2024 · 1 min read स्वामी ब्रह्मानंद (स्वतंत्र भारत के पहले संत सांसद) जन्म लिया परतंत्र राष्ट्र में, धरती हमीरपुर पावन धाम । शिवदयाल हां नाम पडा था, गौरक्षक दानी पुत्र महान ।। लड़ी लड़ाई आजादी की, भारत मां के सुत बलवान ।... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक · संस्मरण 1 42 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Sep 2024 · 1 min read *बदल सकती है दुनिया* हर शक्स को इंसाफ़ मिलना चाहिए इस चमन का हर फूल खिलना चाहिए है ये दुनिया कितनी ख़ूबसूरत हर शक्स को ये अहसास होना चाहिए बदल रही है रवायतें, बदल... Hindi · Kavya · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 7 2 161 Share Sandeep Thakur 12 Sep 2024 · 1 min read इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर इबारत जो उदासी ने लिखी है बदन उस का ग़ज़ल सा रेशमी है परिंदा उड़ गया लेकिन क़फ़स में उदासी हर तरफ़ बिखरी पड़ी है किसी की पास आती आहटों... Hindi · Udasi By Sandeep Thakur · उदासी शायरी · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 234 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 11 Sep 2024 · 1 min read घर का न पूछ हमसे रास्ता घर का जरूरतें दें गईं हैं वास्ता घर का शहर से जरूरतन मोहब्बत है और दिल में है राब्ता घर का उड़ने आसमां में ... आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 92 Share अमित 9 Sep 2024 · 1 min read वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी वो दिन, वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी, हर सांस में बसी, इक इश्क़ की रवायती कहानी थी। बिना किसी तशवीश के, हम थे बस फ़ितरत के... Hindi · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 34 Share Otteri Selvakumar 7 Sep 2024 · 1 min read मेरे प्यारे लोग... रात दिन नहीं हो सकती दिन रात नहीं हो सकता ऐसे माहौल में.... सबसे महत्वपूर्ण बात काम में हो .... कोरोना रोकथाम कार्य फ्रंट फील्ड वर्कर इस दुनिया में हालांकि... Hindi · Best Hindi Kavita · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Sep 2024 · 1 min read ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी चुप रहकर वो ख़ूब लड़ी थी उम्र लगी थी उसको किसकी नाम लिया तो पास खड़ी थी मुझको जगाकर वो सोई थी उसकी लाइट बंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share Pankaj Bindas 7 Sep 2024 · 1 min read ग्यारह होना दुःख मे एक-एक ग्यारह होना कभी न नौ दो ग्यारह होना। शून्य एक को लाख करे, तुम ग्यारह ग्यारह ग्यारह होना। ब्रह्मा, विष्णु, महेश एक हैं जैसे एक सौ ग्यारह... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share Otteri Selvakumar 6 Sep 2024 · 1 min read जीवन की वास्तविकता जब भोर हो रही है लेकिन।।। केवल हमारे सपने भोर नहीं हो रही है हमारे सपने रात में बेहोशी सुबह के समय झपकी लेता है झपकी क्या करें? वास्तविक जीवन... Hindi · Best Hindi Kavita · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Sep 2024 · 1 min read अपना सिक्का खोटा था सर को तो बे-शक झुकना था जब अपना सिक्का खोटा था नेकी जाल में फँसती कैसे नेकी से ख़ाली दरिया था जुर्म वहाँ सब क्यों होते थे जब डेरा सच्चा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 41 Share Page 1 Next