Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2024 · 1 min read

sp118 माता-पिता ने

sp118 माता-पिता ने
******************

माता पिता ने अरमानों से पाला था
और कभी कोई उलाहना नहीं दिया

बच्चों को कभी बतलाया कभी नहीं
किसकी खातिर अपना ही घर बेचा था
@
पत्थर से जो चोट लग रही उसकी पीड़ा नहीं है मुझको
पीड़ा इसकी दोस्त खड़ा है हाथ में पत्थर लिए हुए
@
डॉक्टर //इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
sp 118

17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manoj Shrivastava
View all

You may also like these posts

कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
Neelofar Khan
जीत
जीत
Ahtesham Ahmad
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ज़िन्दगी में
ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
Shashi kala vyas
अपनी कमजोरियों में ही उलझे रहे
अपनी कमजोरियों में ही उलझे रहे
Sonam Puneet Dubey
जीवन - अस्तित्व
जीवन - अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
लिवाज
लिवाज
उमेश बैरवा
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
Dr Tabassum Jahan
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
युद्ध
युद्ध
पूर्वार्थ
श्रमिक दिवस
श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
पूर्णिमा का चाँद
पूर्णिमा का चाँद
Neeraj Agarwal
केशव
केशव
Shashi Mahajan
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
गीत
गीत
Jai Prakash Srivastav
"मीलों चलकर"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀प्रेम 🥀
🥀प्रेम 🥀
Swara Kumari arya
23/29.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/29.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम
प्रेम
Roopali Sharma
किसी ने आंखें बंद की,
किसी ने आंखें बंद की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कि  इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
कि इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
Mamta Rawat
महान व्यक्तित्व
महान व्यक्तित्व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
भीगीं पलकें
भीगीं पलकें
Santosh kumar Miri
ज़िन्दगानी में
ज़िन्दगानी में
Dr fauzia Naseem shad
सबकी जात कुजात
सबकी जात कुजात
मानक लाल मनु
*क्या देखते हो *
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...