Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2021 · 1 min read

ਦੂਰ ਸੱਜਣ ਪਿਆਰੇ

******** ਦੂਰ ਸੱਜਣ ਪਿਆਰੇ *********
********************************

ਤੀਰ ਵਿਛੋੜੇ ਵਾਲਾ ਦੇ ਕੇ ਦੂਰ ਸੱਜਣ ਪਿਆਰੇ,
ਸੁੰਨੇ ਰਹਿਗੇ ਵੇਹੜੇ ਤੇ ਖਾਲੀ ਪਏ ਨ ਚੁਬਾਰੇ।

ਨਾਲ ਕਦੇ ਕੋਈ ਜਾ ਨਾ ਸਕਿਆ ਰਹਿਗੇ ਕੱਲੇ,
ਦਰਿਆ ਲੰਘ ਲਿਆ ਸਾਰਾ ਪਰ ਡੁਬੇ ਕਿਨਾਰੇ।

ਪਲ ਪਕ ਹੈ ਯਾਦ ਸਤਾਵੇ ਹੋਏ ਨਜਰਾਂ ਤੋੰ ਦੂਰ,
ਵਾਹ ਜਿੰਦੜੀ ਕਲੀ ਹੈ ਟੁੱਟ ਗਏ ਸਾਰੇ ਸਹਾਰੇ।

ਗੱਲ ਗੱਲ ਤੇ ਕਿਉਂ ਤੂ ਬੰਦਿਆਂ ਮਾਨ ਦਿਖਾਵੇਂ,
ਕੁਦਰਤ ਦੇ ਰੰਗ ਰੰਗ ਬਿਰੰਗੇ ਹੈ ਜੋ ਨਿਆਰੇ।

ਮਨਸੀਰਤ ਕਹੇ ਗੱਲ ਬਹੁਤ ਹੀ ਪੱਤੇ ਦੀ ਸੁਣ,
ਭੱਜ ਲੈ ਜਿੱਥੇ ਤਕ ਭੱਜਣਾ ਮੁੜ ਆਣਾ ਹੈ ਦ੍ਵਾਰੇ।
********************************
ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇੜੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)

Language: Punjabi
1 Like · 1 Comment · 270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-509💐
💐प्रेम कौतुक-509💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
" गुरु का पर, सम्मान वही है ! "
Saransh Singh 'Priyam'
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
हमनें ढूंढा नहीं कभी खुद को
हमनें ढूंढा नहीं कभी खुद को
Dr fauzia Naseem shad
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
शेखर सिंह
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
***दिल बहलाने  लाया हूँ***
***दिल बहलाने लाया हूँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ज़ुल्मत की रात
ज़ुल्मत की रात
Shekhar Chandra Mitra
होली रो यो है त्यौहार
होली रो यो है त्यौहार
gurudeenverma198
जब सूरज एक महीने आकाश में ठहर गया, चलना भूल गया! / Pawan Prajapati
जब सूरज एक महीने आकाश में ठहर गया, चलना भूल गया! / Pawan Prajapati
Dr MusafiR BaithA
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोस्त
दोस्त
Neeraj Agarwal
शायरी - संदीप ठाकुर
शायरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
-- मौत का मंजर --
-- मौत का मंजर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
क्षणिकाए - व्यंग्य
क्षणिकाए - व्यंग्य
Sandeep Pande
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
*दफ्तरों में बाबू का महत्व (हास्य व्यंग्य)*
*दफ्तरों में बाबू का महत्व (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
हम कितने चैतन्य
हम कितने चैतन्य
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...