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3 Oct 2021 · 1 min read

ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ

** ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ ਕੁੜੀਆਂ ਦਾ ਠਿਕਾਣਾ **
*********************************
ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ ਹੁੰਦਾ ਕੁੜੀਆਂ ਦਾ ਠਿਕਾਣਾ,
ਮਾਰ ਉਡਾਰੀ ਪਲ਼ ਵਿਚ ਹੁੰਦਾ ਝੱਟ ਉੜ ਜਾਣਾ।

ਕੋਈ ਕਦੇ ਨਹੀਂ ਵਿੱਖਦਾ ਸਿਰ ਦਾ ਸਰਮਾਇਆ,
ਛੋਟੀ ਜਹੀ ਜਾਣ ਨੂੰ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ਸਭ ਕੁਝ ਸਹਿਣਾ।

ਨਿਮਾਣੀ ਜਿੰਦ ਦੁੱਖਾਂ-ਦਰਦਾਂ ਦੀ ਹੋਈ ਹੈ ਮਾਰੀ,
ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦਾ ਜਗ ਵਿਚ ਕੋਈ ਵੀ ਠਾਣਾ।

ਪਾਬੰਦੀਆਂ ਨੇ ਪਾਯਾ ਜਿੰਦੜੀ ਉੱਤੇ ਲੰਬਾ ਘੇਰਾ,
ਖੁੱਲ ਕੇ ਨੀ ਹੁੰਦਾ ਮਨਮਰਜ਼ੀ ਦਾ ਖਾਣਾ ਤੇ ਬਾਣਾ।

ਮਨਸੀਰਤ ਹਿਜ਼ਰ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਦੁੱਖ ਨ ਸਮਾਏ,
ਨਿਭਾਉਣਾ ਹੀ ਪੈਂਦਾ ਹਮੇਸ਼ ਦੁਨੀਆਂ ਦਾ ਭਾਣਾ।
*********************************
ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇੜੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)
*********************************

Language: Punjabi
1 Like · 1 Comment · 230 Views
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