Govind Modi Tag: ग़ज़ल/गीतिका 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Govind Modi 4 Jun 2020 · 1 min read हथिनी की बेरहम हत्या हवाएं रुक क्यों न गई, धड़कनें थम क्यों न गई इंसानियत हुई शर्मसार, सुकून-ए-बहर क्यों न गई। हैवानियत का वीभत्स चेहरा उभरा है फिर से देख कातिल का तरीका, साजिशें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 552 Share Govind Modi 29 May 2020 · 1 min read रुख इधर का भी कभी किया करो। फिक्र एक दूजे की किया करो दूर से ही सही नजदीकियां किया करो। मजबूरी का आलम तो बहाना है जमीं पर यादों की कभी सफर किया करो। बेमौसम बरसात भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 474 Share Govind Modi 25 May 2020 · 1 min read ईद एक शेर है कि तुझ को मेरी न मुझे तेरी ख़बर जाएगी ईद अब के भी दबे पाँव गुज़र जाएगी लेकिन मैं कहता हूं कि ईद पर क्या हुआ जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 6 589 Share