Yogesh sharma 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Yogesh sharma 16 Nov 2018 · 1 min read वो अब बूढ़ी हो रही है मुझे अब फिक्र होने लगी है उसकी जिसने ताउम्र मेरी फिक्र की, मेरे देर से घर लौटने से लेकर देर से सोने तक की फिक्र, मेरे एक रोटी कम खाने... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 58 1k Share