विवेक जोशी ”जोश” Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid विवेक जोशी ”जोश” 3 Jul 2021 · 1 min read गज़ल : चाँद को भी गर आज़माएगी शब चाँद को भी गर आज़माएगी शब नींद हमको भी न आ पायेगी अब सूरज से आँख मिलाकर क्या हाँसिल रौशनी आँखों से लुट जाएगी अब अँधेरे लाख पहरा कर लें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share