vishnushankartripathi7 Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid vishnushankartripathi7 3 Jun 2023 · 1 min read फिर जनता की आवाज बना जनता की आवाज बना उनको लगा कायर है नायक परिचित नहीं अभी शक्ति से शून्य होकर सहस्र से से टकराएगा तू अकेला चूर चूर हो जाएगा निराशा ऊर्जा का संगम... Hindi · कविता 2 672 Share vishnushankartripathi7 26 May 2022 · 1 min read अब आगाज यहाँ प्रकृति किलेबंदी नदी नहरो से वो सिंह द्वार है मैं यहीं का हूं नहीं शिखरो से है अभिनंदन करने दो शेर खड़े कोयल गाती स्वागत गीत और नृत्य में मदहोश... Hindi · कविता 2 459 Share