विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ Tag: कुण्डलिया 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 27 Dec 2021 · 1 min read कुण्डलिया नाउम्मीदी शेष है, बचा सके ना कोय, हर कोई नाकाम हैं, साल इक्कीस खोय। साल इक्कीस खोय, बचे दिन बस गिनती के, नव वर्ष हर्षाए, मिले फल जन विनती के।... Hindi · कुण्डलिया 243 Share