विनित कुमार शर्मा 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विनित कुमार शर्मा 18 Feb 2019 · 1 min read कामवासना यह नर हार गया , हैं तु बड़ी कठोर फूलो के मधुर मकरंद तु नहीं देगी । किसी औरो के लिए तु , उन फूलों को छूने नहीं देगी ।... Hindi · कविता 1 1 389 Share विनित कुमार शर्मा 18 Feb 2019 · 1 min read हें अनुपम भानु ! हे अनुपम भानु ! मेरे दिल में ऐसा ज्योति बिखरा दो । शाम ढले तो लाली छाए। निशा तो निंद भर गाए ।। हे अनुपम भानु ! ऐसा मुझे वरदान... Hindi · कविता 1 412 Share