विमल शर्मा'विमल' Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विमल शर्मा'विमल' 9 Apr 2022 · 1 min read मैं चिर पीड़ा का गायक हूं प्रिये प्रणय के अनुबंधों को, बोलो कैसे आधार मिले। तुम स्वर्णिम आभा महलों की मैं चिर पीड़ा का गायक हूं.... 🍁🍁🍁 तुम सरल व्याकरण जीवन की मैं अर्थहीन परिभाषा हूं।... Hindi · कविता 3 3 443 Share विमल शर्मा'विमल' 11 Oct 2021 · 1 min read रोटी हँसाती कभी तो रुलाती ये रोटी। जलन भूख की है मिटाती ये रोटी॥ न हिन्दू न मुस्लिम न कोई इसाई, सभी को बराबर बनाती ये रोटी। दिखे भीख को हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 309 Share