विकास वशिष्ठ *विक्की 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विकास वशिष्ठ *विक्की 18 May 2022 · 1 min read सेमर कल मैंने जब देखा तुमको, बैठे बस की खिड़की से। लाल तुम्हारे रंग चमकते, खींच रहे थे मेरे मन को। मन करता था आकर चुनूं, धरा धरे उन फूलों को।... Hindi · कविता 1 466 Share विकास वशिष्ठ *विक्की 21 Aug 2021 · 1 min read दफ़न होता अफगानिस्तान तालिबान के आतंकी और कट्टर इस्लामी इरादे अफगानिस्तान में नरक के दरवाज़े खोलने के सिर्फ़ चंद कदम ही दूर हैं। जैसे ही तालिबान औपचारिक रूप से सत्ता पर काबिज होंगे... Hindi · लेख 2 203 Share विकास वशिष्ठ *विक्की 14 Jul 2021 · 1 min read शेर लाइलाज़ सी बीमारी होती है, जिसे इश्क कहते हैं। कमबख्त ! जान ले लेती है। –विकास वाशिष्ठ*विक्की Hindi · शेर 2 216 Share विकास वशिष्ठ *विक्की 14 Jul 2021 · 1 min read शेर रत्न उस अंगूठी के भी उतने सुनहरे न थे, जितनी उन अंगुलियों ने चमक बिखेर दी। –विकास वशिष्ठ *विक्की Hindi · शेर 1 225 Share