विजय कुमार 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विजय कुमार 16 Nov 2018 · 1 min read शायरी ✍✍✍✍ तुझे रोता देखू ,ये मैं होने नहीं दूंगा किसी और की बाहों मे तुझे सोने नहीं दूंगा, प्यार करता हूँ तुझसे ,तेरी सारी बात मानूंगा, पर खुद से अलग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share विजय कुमार 16 Nov 2018 · 1 min read शायरी ✍️✍️✍️✍️ सोचता हूँ तेरी तस्वीर को बनाऊ फिर से बहुत रो लिया मुस्कराऊ फिर से, तुझसे मिले हुए धोखे को तो बरसों हो गए, सोचता हूँ एक और धोखा खाऊ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 435 Share