Vijay Kanaujiya Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vijay Kanaujiya 30 Dec 2020 · 1 min read चेहरा सहमा सा लगता है चेहरा सहमा सा लगता है ******************** प्रारूप आज संबंधों का बदला-बदला सा लगता है अब राह बदलकर चलते हैं चेहरा सहमा सा लगता है..।। अब सहज नहीं मिलना जुलना दिनचर्या... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 21 393 Share Vijay Kanaujiya 30 Dec 2020 · 1 min read चेहरा सहमा सा लगता है चेहरा सहमा सा लगता है ******************** प्रारूप आज संबंधों का बदला-बदला सा लगता है अब राह बदलकर चलते हैं चेहरा सहमा सा लगता है..।। अब सहज नहीं मिलना जुलना दिनचर्या... Hindi · कविता 1 470 Share Vijay Kanaujiya 30 Dec 2020 · 1 min read बूढ़ी अम्मा भी फिर आज चलने लगी है बूढ़ी अम्मा भी फिर आज चलने लगी है ******************************* गांव की गलियां फिर से चहकने लगी हैं पुष्प की कलियां फिर से महकने लगी हैं बूढ़ा बरगद भी फिर मुस्कुराने... Hindi · कविता 3 289 Share