Vijay kumar Pandey Tag: दोहा 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vijay kumar Pandey 15 Sep 2024 · 1 min read खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया ~ एक कुण्डलिया छंद ~ खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । पकता रहे दिमाग में , जीवन हो दुश्वार।। जीवन हो दुश्वार, बिगड़ती जाये हालत। अच्छी वाली सोच, रखें... Hindi · कुण्डलिया · दोहा 1 73 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read तीन दोहे हारी पुस्तक पोथियां,जीत गया हथियार। ब्यर्थ तपस्या प्रेम का, ढूंढ रहा पतवार।।१। कविता रोटी दे नही, फिर भी कविता गान। कवि का कैसा रोग यह, करता नित हैरान।।२। "प्यासा"प्यासा क्यों... Hindi · दोहा 1 249 Share Vijay kumar Pandey 8 Jan 2023 · 1 min read ~पिता~कविता~ पहचान पिता संतानों की, जो घर का बोझ उठाता है। बच्चों की इक मुस्कानों पर, अपना सर्वस्व लुटाता है। संस्कार,सभ्यता, मानवता, रग -रग में डाले प्यार करे। संघर्ष पिता का... Hindi · कविता · दोहा 1 281 Share