विजय कुमार अग्रवाल 146 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विजय कुमार अग्रवाल 17 Apr 2024 · 1 min read दोस्ती का रिश्ता मत देखो मिठास शब्दों की, व्यवहार से सबको अपनाओ। व्यवहार चरित्र का दर्पण है,व्यवहारिकता को तुम फैलाओ।। बातों में मिठास बहुत हो मगर,तुम दिल में क्या है यह जानों। करते... Hindi · कविता 10 Share विजय कुमार अग्रवाल 11 Apr 2024 · 1 min read मतदान और मतदाता सबसे बड़ा त्यौहार देश का,अब फिर से आने वाला है। देश का हर राजनीतिक दल,वोटर को फिर से लुभाने वाला है।। नेताओं द्वारा घर घर जा अपना,चुनाव चिन्ह पहुंचाया जायेगा।... Hindi · कविता 17 Share विजय कुमार अग्रवाल 8 Apr 2024 · 1 min read जीवन यात्रा जीवन यात्रा क्या तू लेकर आया बंदे क्या लेकर तू जायेगा। ख़ाली हाथ तू आया था और ख़ाली हाथ ही जायेगा।। तेरे आने पर इस जग में सौग़ात में जो... Hindi · कविता 23 Share विजय कुमार अग्रवाल 3 Apr 2024 · 1 min read ऊपर बने रिश्ते कुछ बात अभी है बाक़ी प्रिये तुमसे मैं कह नहीं पाता हूँ। कहने को अपनी वो बात प्रिये मैं रोज़ तेरे घर जाता हूँ।। कहने के मौक़े बहुत मिले हर... Hindi · कविता 26 Share विजय कुमार अग्रवाल 2 Apr 2024 · 1 min read देश का वामपंथ देश का वामपंथ राजनीति का वो चेहरा जो ख़ुद को जनता का हमदर्द बताता है। जीता है वो देश की ख़ातिर हर देशवासी को यह एहसास दिलाता है।। बातें करके... Hindi · कविता 17 Share विजय कुमार अग्रवाल 31 Mar 2024 · 1 min read यह जीवन अनमोल रे व्यक्ति वही जो जीवन अपना सरलता के संग जीता है। कठिनाई के घूँट को जो मन में साहस भर भर के पीता है।। बहुत सरल है जीवन उसका दृढ़निश्चय से... Hindi · कविता 31 Share विजय कुमार अग्रवाल 26 Mar 2024 · 1 min read अमिट सत्य सत्य कभी मिटता नहीं बस पड़ता है कमज़ोर। झूंट जो आगे बढ़ता रहता मचा मचा कर शोर।। मचा मचा कर शोर झुंट कभी भी टिक नहीं पाता। पकड़ा जाये झूंट... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 44 Share विजय कुमार अग्रवाल 26 Mar 2024 · 1 min read अंतिम सत्य यह जीवन तेरे कर्मों का, अंधेरा और उजियारा। बुरे कर्म से बनता ये दुर्गम,सत्कर्म बनाएं इसको प्यारा।। कल के बारे में सोच रहा जो,पाता वो अंधियारा। आज अभी में जीने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 35 Share विजय कुमार अग्रवाल 26 Mar 2024 · 1 min read सत्य और सत्ता राजनीति के खेल में क्या है सत्य का काम। सत्य के नाम पर करते हैं झूँट को सारे आम।। झूँट को सारे आम सत्य किसी से क्यों नहीं पचता। राजनीति... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 37 Share विजय कुमार अग्रवाल 24 Mar 2024 · 1 min read होलिका दहन कथा होलिका दहन का यह संदेश,अब हर घर तक पहुंचाना है। हर बुराई का करके अंत, अच्छाई की विजय पताका लहराना है।। अन्याय और अधर्म का राज, जिन्हें भी दुनिया में... Hindi · कविता 29 Share विजय कुमार अग्रवाल 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य शुरू से अंत तक प्रथम सत्य का पाठ बच्चों को,माता पिता ही पढ़ाते हैं। झूठ बोलना नहीं चाहिए,कहकर सत्य की खोज में जाते हैं।। आज दिलों में हम लोगों के,सत्य की लौ को जगाते... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 28 Share विजय कुमार अग्रवाल 21 Mar 2024 · 1 min read विश्व कविता दिवस आज का दिन संसार में सारे, विश्व कविता दिवस रूप में मनाया जाता है। कविताओं के माध्यम से ही तो, संसार को यह बतलाया जाता है।। 21 मार्च 99 को... Hindi · कविता 24 Share विजय कुमार अग्रवाल 21 Mar 2024 · 1 min read प्रिये का जन्म दिन ममता तुम हो धड़कन दिल की,तुम ही तो इसको चला रही हो। तुम जबसे आई हो इस जीवन में,इसको तुम सुंदर बना रही हो।। मेरे जीवन के हर सुख दुख... Hindi · कविता 23 Share विजय कुमार अग्रवाल 11 Mar 2024 · 2 min read नारी का बदला स्वरूप बेटी जब शादी करके अपनी, पति संग अपने घर जाती थी। माता अपनी बेटी को उसके,ससुराल की हर ज़िम्मेदारी बतलाती थी।। उसके घर की तीन पीढ़ियाँ,अब उस पर निर्भर हो... Hindi · कविता 28 Share विजय कुमार अग्रवाल 8 Mar 2024 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक प्रेम की परिभाषा है नारी, आशा और विश्वास है नारी। हर जीवन की आस्था है, और हर व्यक्ति की आस है नारी।। जीवन का आधार भी नारी,हर टूटी उम्मीद की... Hindi · कविता 44 Share विजय कुमार अग्रवाल 28 Feb 2024 · 1 min read गुरुकुल शिक्षा पद्धति भारत में वैदिक काल से ही शिक्षा गुरुकुल में दिलाई जाती थी। जो घर होता था शिक्षक का जहाँ चौसंठ कलाएं सिखाई जाती थीं।। हर एक कला जीवन प्रबन्धन का... Hindi · कविता 44 Share विजय कुमार अग्रवाल 23 Feb 2024 · 1 min read एक अकेला रिश्ता शब्दों की मिठास मत देखो, व्यक्ति के व्यवहार से सबको अपनाओ। व्यवहार चरित्र का दर्पण है, बस व्यवहारिकता को तुम फैलाओ।। बातों में मिठास हो लाख मगर,तुम दिल के जहर... Hindi · कविता 1 54 Share विजय कुमार अग्रवाल 22 Feb 2024 · 1 min read अंतिम सत्य यह जीवन तेरे कर्मों का, अंधेरा और उजियारा है। बुरे कर्म से बनता ये दुर्गम,सत्कर्म बनाएं इसको प्यारा है।। कल के बारे में सोच रहा जो,पाता वो अंधियारा है। आज... Poetry Writing Challenge · कविता 54 Share विजय कुमार अग्रवाल 21 Feb 2024 · 1 min read नई नसल की फसल नई नसल की फसल ये मानव कैसी उगा रहा है। अपने पिता को बच्चा चलना सीखा रहा है ।। बिना सोचे समझे ही बच्चे क्या क्या बोल रहे हैं। नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता 47 Share विजय कुमार अग्रवाल 20 Feb 2024 · 1 min read संयुक्त परिवार परिवार की परिभाषा धीरे धीरे क्यों बदल रही हैं। क्यों महल दुमहलों की सीमाएं अब सिमट रही हैं।। पहले परिवार में सब मिलजुलकर घर में ही रहते थे। जिसे गर्व... Poetry Writing Challenge · कविता 48 Share विजय कुमार अग्रवाल 20 Feb 2024 · 1 min read कोशिश कोशिश करना काम है तेरा, कोशिश करके ही हल निकलेगा। आज यदि तू रहा असफल,फल आज नहीं तो कल निकलेगा।। कर इतनी मेहनत तू धरा पर,तेरी मेहनत से जो पसीना... Poetry Writing Challenge · कविता 1 57 Share विजय कुमार अग्रवाल 19 Feb 2024 · 1 min read नई रीत विदाई की बाबुल इस घर के सभी मेरे अपनों का मुझसे तुम प्यार ना छीनो। इस घर की दीपक मैं भी तो हूँ,मुझसे ये मेरा अधिकार ना छीनो।। लड़की का रूप पाया... Poetry Writing Challenge · कविता 1 53 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read पिता पिता परिवार के आँगन में खड़ा,बरगद का ऐसा पेड़ हैं। जिसके दम पर पल जाते है, सब बच्चे बनकर शेर हैं।। बनकर हिम्मत परिवार की, हौंसला हर सदस्य का पिता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 50 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read बेटी की शादी बेटी की शादी बेटी की शादी का जबसे विचार, देखो मेरे मन में आया है। बदल गया है वातावरण हमारी धर्मपत्नी ने हमें बताया है।। बहू बेटा और बेटी दामाद... Poetry Writing Challenge · कविता 1 37 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read अयोध्या धाम धन्य मान लो देखो भाई अपने अयोध्या धाम को। वर्षों बाद आख़िर पहुँचाया है हमने अपने श्री राम को।। प्रण लेना है भारत के अब देखो हर इंसान को। समय... Poetry Writing Challenge · कविता 39 Share विजय कुमार अग्रवाल 16 Feb 2024 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक अलग अलग रूपों में नारी, इस जग में, अवतारी जाती है। किसी रूप में पूजी जाती है, किसी रूप में प्रताड़ी जाती है।। परिजनों के बीच में नारी माँ बेटी... Poetry Writing Challenge · कविता 58 Share विजय कुमार अग्रवाल 16 Feb 2024 · 1 min read हिंदू सनातन धर्म विश्व पटल पर सनातन धर्म,क्यों सब धर्मों से उत्तम पाया जाता है। क्योंकि सनातन धर्म विश्व का,सबसे पुराना धर्म बताया जाता है।। आजकल हिंदू धर्म का डंका सारे,विश्व में प्रचारित... Poetry Writing Challenge · कविता 1 56 Share विजय कुमार अग्रवाल 15 Feb 2024 · 1 min read संविधान का पालन देश के संवैधानिक पदों की एक,बहुत ही सम्मानित गरिमा होनी चाहिये। जिसको सम्मान देने की आदत,देश के प्रत्येक नागरिक की होनी चाहिये।। संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति, जनता का प्रतिनिधि... Poetry Writing Challenge · कविता 1 52 Share विजय कुमार अग्रवाल 14 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी कहते हैं सब लोग ज़िंदगी जीवन में,नहीं मिलती है किसी को दुबारा। बस एक ज़िंदगी और एक ही जीवन,इसे सँवारो मिलकर सबसे प्यारा।। ज़िंदगी की हर अवस्था को जिसने,अच्छे कार्य... Poetry Writing Challenge · कविता 66 Share विजय कुमार अग्रवाल 14 Feb 2024 · 1 min read सच और झूँठ झूठें और बेईमान व्यक्ति जब,मीठे मीठे प्रसंग सुनाते है। जानते हैं सब फिर भी सबके,मन को बहुत वो भाते हैं।। झूँठ वाला लाखों के बीच हमेशा अकेला पाया जाता है।... Poetry Writing Challenge · कविता 51 Share विजय कुमार अग्रवाल 12 Feb 2024 · 1 min read मानवता मत करना विश्वास कभी भी,चापलूस और गद्दारों पर। हर व्यक्ति को चलना होता है,केवल अपने ही पैरों पर।। भार कभी नहीं पड़ने देना ,अपनों का कभी गैरों पर। साथ सभी... Poetry Writing Challenge · कविता 52 Share विजय कुमार अग्रवाल 12 Feb 2024 · 1 min read वक़्त जीवन की यात्रा में हर व्यक्ति,यदि खोता है कुछ तो पाता भी है। कभी बुरा वक़्त कभी अच्छा वक़्त,हर व्यक्ति के जीवन में आता भी है।। कौन है अपना कौन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 47 Share विजय कुमार अग्रवाल 11 Feb 2024 · 1 min read चुनाव चालीसा समय आ गया है वीरों,अब यह करके तुम्हें दिखाना है। भारत की गरिमा की खातिर,अब फिर से कमल खिलाना है।। बन चौकीदार जिस नायक ने भारत का मान बढ़ाया है।... Poetry Writing Challenge · कविता 79 Share विजय कुमार अग्रवाल 11 Feb 2024 · 1 min read नफ़रत क्या कर सकते हो ज़रा सोचो,नफरत को कैसे मिटा तुम सकते हो। हर दिल में जो जबरन धड़क रही है,क्या इसको हटा तुम सकते हो।। भाई भाई के खड़ा विरुद्ध... Poetry Writing Challenge · कविता 59 Share विजय कुमार अग्रवाल 10 Feb 2024 · 1 min read दृढ़ निश्चय कोशिश करना छोड़ मत बन्दे,कोशिश कर कर फल निकलेगा। मेहनत तेरी रंग लायेगी बन्दे,फल आज नहीं तो कल निकलेगा।। रख विश्वास तू अपने मन पर,तू जो चाहेगा वही कर निकलेगा।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 60 Share विजय कुमार अग्रवाल 10 Feb 2024 · 1 min read इंसान सबसे बुद्धिमान प्रजाति इस धरती पर इंसान है। मानसिक क्षमता का फ़ायदा उठाना उसके लिये आसान है।। क्षमताओं की कड़ी चुनौतियों का उसको होता पूरा ज्ञान है। संतुलन यदि बिगड़... Poetry Writing Challenge · कविता 1 54 Share विजय कुमार अग्रवाल 9 Feb 2024 · 1 min read खेलों का महत्व खेलों का महत्व मानसिक और शारीरिक विकास का खेलों से गहरा नाता है। संघर्ष करना और जीतना भी हमको खेल ही तो सिखलाता है।। सकारात्मक सोच से निहित खिलाड़ी सामाजिक... Poetry Writing Challenge · कविता 64 Share विजय कुमार अग्रवाल 8 Feb 2024 · 1 min read संघर्ष संघर्ष जब जब जीवन में संघर्ष तुम्हारे आया, संग अपने वह कठोर संकेत यह लाया। जिसने जमकर किया सामना संघर्षों का, उसने ही तो अपना अंतिम लक्ष है पाया।। विजय... Poetry Writing Challenge · कविता 56 Share विजय कुमार अग्रवाल 7 Feb 2024 · 1 min read मनुष्य प्रवृत्ति तन पे ना कपड़ा मन पे ना स्मृति, जब पैदा हुआ इंसान था। ख़ाली मस्तिष्क और ख़ाली मुट्ठी, उसको भेजने वाला भगवान था।। चींख चींख़ कर बता रहा बालक, मैं... Poetry Writing Challenge · कविता 65 Share विजय कुमार अग्रवाल 6 Feb 2024 · 1 min read मेरा शहर शहर शहर और देश विदेश भी घूम लिया मैं इतने साल। वापस आकर कुछ दिन रुक कर देखा जो अपने शहर का हाल।। कुछ तो बदल गया है शहर भी,... Poetry Writing Challenge · कविता 58 Share विजय कुमार अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read गांधीजी का भारत कितने ही लोगों ने भारत की आजादी में अपना जीवन बलिदान दिया। फिर किसने कैसे और क्यों गांधीजी को राष्ट्रपिता का नाम दिया।। बोस बिस्मिल भगत दयानंद जैसे कितनों ने... Poetry Writing Challenge · कविता 76 Share विजय कुमार अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read सुहासिनी की शादी आप और हम हैं यहाँ पर, क्योंकि दिन है बहुत यह ख़ास। विवाह बंधन में बंधने जा रही है, प्यारी लाड़ली सबकी सुहास।। तारों में भी चहल पहल है कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 59 Share विजय कुमार अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read गणतंत्र दिवस कितने वीरों ने बलिदान दिए, कितनों ने अपनी ज़ान गवाईं थी। तब कहीं जाकर देश ने वर्षों में, अपनी आज़ादी की ख़ुशी मनाई थी।। सन् 50 में संविधान जो लिखा... Poetry Writing Challenge · कविता 60 Share विजय कुमार अग्रवाल 26 Jan 2024 · 1 min read गणतंत्र दिवस कितने वीरों ने बलिदान दिए, कितनों ने अपनी ज़ान गवाईं थी। तब कहीं जाकर देश ने वर्षों में, अपनी आज़ादी की ख़ुशी मनाई थी।। सन् 50 में संविधान जो लिखा... Hindi · कविता 82 Share विजय कुमार अग्रवाल 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल विदा हो गया दो हज़ार तेईस देकर हमको कुछ अच्छे और कुछ बुरे व्यवहार। भुला देना हर गलती उसकी जाने अनजाने में यदि कर बैठा कोई तुमसे यार।। आओ आओ... Hindi · कविता 2 1 79 Share विजय कुमार अग्रवाल 15 Nov 2023 · 1 min read भाई दूज भाईदूज के पर्व पर बहन ने,भाई के माथे पर चंदन का तिलक लगाया। तिलक लगा कर ले ली बलाएँ,और भाई को उसका वादा याद दिलाया। बोली भैया हर सुख दुःख... Hindi · कविता 1 116 Share विजय कुमार अग्रवाल 6 Sep 2023 · 1 min read शिक्षक दिवस शिक्षक दिवस माता को हम याद कर के शीश झुका कर करते हैं प्रणाम। क्योंकि माता ही देती है सबको, जीवन का सबसे पहला ज्ञान।। याद करो पहली शिक्षक को,देकर... Hindi · कविता 204 Share विजय कुमार अग्रवाल 31 Aug 2023 · 1 min read रक्षा बंधन जिस माथे पर देख रहे हो, तुम चावल रोली और चंदन। हर उस हाथ पर बंधा मिलेगा, तुम्हें बहन की रक्षा का बंधन।। हर बहन के विश्वास और एकता का... Hindi · कविता 1 104 Share विजय कुमार अग्रवाल 27 Jul 2023 · 1 min read आज का अभिमन्यु क्या समाज की परिभाषा है, कैसे समाज का निर्माण हुआ है। हर घर में कोहराम मचा है, क्यों व्यक्ति व्यक्ति से चिढ़ा हुआ है ॥ हिन्दू और मुस्लिम के नाम... Hindi · कविता 93 Share विजय कुमार अग्रवाल 12 Jul 2023 · 1 min read सावन का महीना सावन का महीना है आया,संग संग अपने खुशियां भी लाया। सखियों ने हर घर में जाकर,मिलजुलकर सबको झूला झुलाया।। नंद भाभियां,सास और बहु,मां बेटी ने एक दूजे को श्रंगार कराया।... Hindi · कविता 3 210 Share Page 1 Next