Monika Verma Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika Verma 16 Jul 2023 · 4 min read ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम। ठहराव सुकून है, कभी कभी थोड़ा ठहर जाना तुम। मिले जब भी फुरसत तुम्हें इस बेवजह दौड़ती ज़िंदगी से, तकना शून्य को और मुस्कुराना तुम। बांध देना कभी किसी तारे... Hindi · Life · Lovepeaceharmony · Poem 2 506 Share Monika Verma 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरतन तन्हाई-पसन्द, शौक से कहां होता है, कोई फ़ितरतन, दोहरे किरदारों के, खौफ से, ख़ुद में सिमटता रहता है। -मोनिका "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 4 217 Share