Monika Verma Tag: Friendshipday Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika Verma 6 Aug 2023 · 1 min read दोस्ती ढलती शाम मैंने दोस्ती का एक नया आयाम देखा शाखों का परिंदों के लिए ऐसा निस्वार्थ क़याम देखा शरारत से की अगवानी, लचक कर पनाह दे रही थीं थके परिंदों... Friendshipday Poem 3 2 351 Share