Varun Singh Gautam Tag: घनाक्षरी 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Varun Singh Gautam 12 Aug 2021 · 1 min read वसंत मन में पुलकित आयी वसंत मन में पुलकित आयी पिक अलि पडुंक भी बौराय द्विज मही के संदेश क्षितिज में ज्योति तम पली उर में चूत मंजर भृग ऊर्मि तड़ित तीर प्रतीर से देखती... Hindi · घनाक्षरी 1 232 Share Varun Singh Gautam 12 Aug 2021 · 1 min read बरखा आई घूम - घूम के बरखा आई बून्द - बून्द के करते मृदङ्ग बढ़ - बढ़ आँगन के चढ़ते - उतरते बहिरङ्ग सङ्गिनी चली बयार की लीन्ही सतरङ्ग जल - थल मिलन मिली छूअन हर्षित... Hindi · घनाक्षरी 2 271 Share