Vaishaligoel 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vaishaligoel 18 Jun 2024 · 1 min read संघर्षों की संघर्षों की एक बगिया हूँ मैं, काँटों की चुभन भी मुझे खिलने से रोक नहीं सकती ✌🏻 Quote Writer 1 33 Share Vaishaligoel 3 Jun 2024 · 1 min read मैंने खुद की सोच में मैंने खुद की सोच में थोड़ा विस्तार किया है मौन में खुद को खुद को मौन में स्वीकार किया हैं 😌✍🏻 Quote Writer 1 41 Share Vaishaligoel 2 Jun 2024 · 1 min read बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर मगर याद रख एक दिन वक़्त किसी और का होगा लेकिन जलवा तो हमारा ही होगा✌🏻 Quote Writer 1 39 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read * मेरी प्यारी माँ* माँ मेरी प्यारी अपनों के लिए अक्सर अपना ही ख्याल रखना भूल जाती है कितना ही जतन क़र लूँ उनका कर्ज अदा ना क़र पाऊंगी मैं उनके हर त्याग, बलिदान... Poetry Writing Challenge-3 2 56 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read *सकारात्मक सोच का जादू* "सही दिशा सकारात्मक सोच आगे बढ़ने की पहल हर रोज़, निरंतर सोच अगर हो सकारात्मक तो दिलाती है सफलता एक रोज" Poetry Writing Challenge-3 1 31 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read *सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व* " बाहरी खूबसूरती और बनावट पर अक्सर लोगों की नजर जायें अंदरुनी गुण और सादगी ना किसी को भायें सूरत का क्या यह तो पल भर में मिट जायें सीरत... Poetry Writing Challenge-3 29 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read * जिंदगी की दौड़ * "जिंदगी की दौड़ में निरंतर अग्रसर रहना जरूरी रफ्तार नहीं सही मार्गदर्शन है जरूरी धीमे-धीमे ही सही मगर प्रयास करते रहिए बेवजह यूँ ही बैठे रहने से थोड़ा ही सही... Poetry Writing Challenge-3 1 2 27 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read *हिंदी भाषा* "हिंदी भाषा हमारा गौरव हिंदी भाषा हमारा आधार है हिंदी भाषा को नमन हिंदी भाषा को शत-शत प्रणाम है हिंदी भाषा देश की धरोहर देश का मान है हिंदी भाषा... Poetry Writing Challenge-3 1 32 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read *मोबाइल इंसानी जीवन पर भारी* मोबाइल का चलन बढ़ रहा बेहिसाब है, गन्दी वीडियो परोसी जाती जो बच्चो से भी अब छुप ना पाती इसी कारण सारी टूटी मर्यादा और ना रहा कोई लिहाज है,... Poetry Writing Challenge-3 30 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read *ऐ जिंदगी* " ऐ जिंदगी कभी तो साथ दे मेरा बहुत उदास हूँ मैं ऐ जिंदगी कभी तो ले अपने आगोश में मुझे तेरा एहसास हूँ मैं ऐ जिंदगी कभी तो मुस्कुरा... Poetry Writing Challenge-3 2 33 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read * क्यों इस कदर बदल गया सब कुछ* " इंसानों की भीड़ में इंसानियत का चलन चला गया बस अपने आप में मसरूफ है हर शख्स एक दूसरे से मिलने का चलन चला गया हाले ऐ दिल क्या... Poetry Writing Challenge-3 2 36 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read * कुपोषण* "कुपोषित बचपन, कुपोषित होता समाज पूरा पोषण कब मिलेगा यही एक विचार उद्योगपतियों और पैसे वालों के जो अन्न मारा-मारा फिरता उसी कुछ दानो के लिए मासूम गरीब फरिश्ता तड़पता... Poetry Writing Challenge-3 1 38 Share Vaishaligoel 16 May 2024 · 1 min read * हमसे अच्छा हमारा कोई दोस्त नहीं* " हमसे बेहतर हमारा कोई साथी नही खोज लो हर एक कोना खुद से बढ़कर कोई हमराज नहीं डूब जाती है अक्सर बीच मझधार में उनकी कश्ती जो किसी और... Poetry Writing Challenge-3 2 30 Share Vaishaligoel 15 May 2024 · 1 min read * कुछ नहीं मिलता दिल लगाने से* " बिखर का चलना अच्छा लगता है बेपरवाह हो गए जमाने से कुछ नहीं मिलता यहाँ दिल लगाने से खामोश जिंदगी का सफर ही अच्छा है कुछ नहीं मिलता यहाँ... Poetry Writing Challenge-3 39 Share Vaishaligoel 15 May 2024 · 1 min read * अहंकार* "अहम्, अहंकार एक अभिशाप इसमें इंसान को इंसान ना दिखता साफ सिर्फ अपनी बातों पर यकीन और खुद पर होता है उसको अंधा विश्वास ना किसी के सम्मान की फ़िक्र... Poetry Writing Challenge-3 28 Share Vaishaligoel 15 May 2024 · 1 min read * खुश रहना चाहती हूँ* " दरिया बन कें ना सही बूंद बनकर रहना चाहती हूँ सबके दिल में ना सही कुछ दिलों में रहना चाहती हूँ मेरा अस्तित्व है छोटा सा उसमें ही खुश... Poetry Writing Challenge-3 22 Share Vaishaligoel 15 May 2024 · 1 min read *ज़िन्दगी का सार* " जिंदगी का सार है खुशियाँ देने में जिंदगी का सार है खुश रहने में अकेले कुछ नहीं यहाँ कोई जिंदगी का सार है मिल कर रहने में नफरतों का... Poetry Writing Challenge-3 23 Share Vaishaligoel 15 May 2024 · 1 min read * कुछ सीख* "हालात बुरे ही सही इनको ठीक करना सीख लोग अजनबी सही उन्हें अपना बनाना सीख क्या हुआ अगर आज लोगों को तेरी कदर नहीं बेकदर निगाहों को भी पलकों पर... Poetry Writing Challenge-3 27 Share Vaishaligoel 14 May 2024 · 1 min read * कुछ ख्वाब सलौने* "कुछ ख्वाब सलौने रोज दहलीज पर मुझसे मिलने आते हैं आसमान में चमकीली चादर बिछाये मुझे नीलें गगन में रोज उड़ाते हैं अरमान भी है मेरे थोड़े जो हकीकत से... Poetry Writing Challenge-3 18 Share Vaishaligoel 14 May 2024 · 1 min read * पेड़ काटना बंद कीजिए* " पेड़ों को काटना बंद कीजिए अपने हाथ से अपना जीवन ना नष्ट कीजिए कितना कुछ देते हैं ये पेड़ पौधे हमें इस बात पर विचार कीजिए श्वास लेते हैं... Poetry Writing Challenge-3 27 Share Vaishaligoel 14 May 2024 · 1 min read * आत्म संतुष्टि * " खुद के पास जो भी हो उसमें संतुष्टि और खुशी हो जो प्राप्त है वो ही पर्याप्त है ऐसी सोच हम सब में बसी हो देखें ना हम औरों... Poetry Writing Challenge-3 34 Share Vaishaligoel 14 May 2024 · 1 min read *रिश्तों का बाजार* "रिश्तो का बाजार जारी है अपने दर्द को महसूस करते है लोग पर दूसरे के दर्द को समझते भी नहीं यह कैसा व्यापार जारी है, अपने तो बहुत है, पर... Poetry Writing Challenge-3 24 Share Vaishaligoel 14 May 2024 · 1 min read *आत्म-विश्वास* " खुद पर हो अगर विश्वास तो एक दिन मंजिल खुद चल कर आएगी तेरे पास खुद पर बस गुमान नहीं भरोसा करना तू किसी की उपेक्षा भरी निगाहों से... Poetry Writing Challenge-3 23 Share Vaishaligoel 13 May 2024 · 1 min read * अंदरूनी शक्ति ही सब कुछ * " खुद पर अगर विश्वास है तो लोगों की क्या विसात है आंतरिक मजबूती है अगर बाहरी चुनौतियाँ आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकती राही को उसकी मंजिल से जगमगा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 1 29 Share Vaishaligoel 13 May 2024 · 1 min read *कफन* "कुछ ना साथ तेरे जाएगा एक दिन सफेद चादर में लिपटा हुआ अस्तित्व धुँध सा कहीं खो जाएगा यह अहम्, अहंकार एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा जिस देह पर... Poetry Writing Challenge-3 1 24 Share Vaishaligoel 13 May 2024 · 1 min read * संतुलन * " ना ज्यादा, ना कम संतुलन की गठरी ही बेहतर होती है अधिक हो तो हर चीज उबाऊ और कम हो तो तृप्ति नहीं होती है खुशहाल और सुखी जीवन... Poetry Writing Challenge-3 1 30 Share Vaishaligoel 13 May 2024 · 1 min read *हुनर बोलता हैं * "रूप रंग को कभी तवज्जो नहीं दी जाती इस जहां में हुनर से ही आप पहचाने जाते हैं काबिलियत है अगर आप में अंधेरे में भी चमक जाते हैं रोशन... Poetry Writing Challenge-3 1 21 Share Vaishaligoel 13 May 2024 · 1 min read *कलयुग* " समय का चक्र बड़ा निराला है यहाँ अपना कौन और पराया कौन यह रहस्य बड़ा सोचने वाला है पहले जब युग था पुराना उसमें हर शख्स था अपना चाहने... Poetry Writing Challenge-3 1 16 Share Vaishaligoel 11 May 2024 · 1 min read यूँही चलते है कदम बेहिसाब यूँही चलते है कदम बेहिसाब रुकने को मंजूर नही शोर नही करते ख़ामोशी से बनाते है अपना अलग मुकाम वाही वाही लूटने कें सच्चे विजेता होते शौकीन नही✌🏻 Quote Writer 64 Share Vaishaligoel 12 Apr 2024 · 1 min read कब तक अंधेरा रहेगा कब तक अंधेरा रहेगा कभी तो छटेगा उजालो को रोशन होने से भला कौन सी रात रोक पायी हैं🥰✍🏻 Quote Writer 94 Share Vaishaligoel 22 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज संभवत सत्य की खोज नहीं की जा सकती क्योकि सत्य तो खुद में पूर्ण है और सर्वव्यापी है, इसीलिए सत्य तो खुद अपनी खोज कर लेता है,सत्य हमारी आत्मा जैसा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 50 Share Vaishaligoel 20 Mar 2024 · 1 min read बेहतर और बेहतर होते जाए बेहतर और बेहतर होते जाए ख़ामोशी से अपना एक अलग मुकाम बनाते जाए ये ना सोचे कल क्या होगा क्या नही बस कभी हार ना माने ये मन में हज़ार... Quote Writer 1 130 Share Vaishaligoel 14 Mar 2024 · 1 min read रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में, रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में, अब कहाँ सुकून उसकी तंग गलियों में🖤 Quote Writer 1 179 Share Vaishaligoel 11 Mar 2024 · 1 min read थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत कर तो जरा तू थोड़ी मेहनत थोड़ा थोड़ा कर के कुछ तो मजबूत इरादा बनेगा देखना एक दिन तू भी खुद के काबिल बनेगा✍🏻✌🏻 Quote Writer 1 82 Share Vaishaligoel 8 Mar 2024 · 1 min read मुश्किल से मुश्किल हालातों से मुश्किल से मुश्किल हालातों से लड़ने का दम रखती है.. हाँ वो औरत ही है जो काँटो की चुभन के बावजूद,, हर एक राह पे बेझिझक चलती है😎✍🏻 Happy women'day... Quote Writer 1 114 Share Vaishaligoel 5 Mar 2024 · 1 min read जोश,जूनून भरपूर है, जोश,जूनून भरपूर है, हाँ मुझे आजकल काम का चढ़ा सुरूर है, कुछ समझ ना सकूँ अंदर मेरे उठ रहा क्या ना सुबह देखूं ना शाम बस आगे बढ़ने का उत्साह... Quote Writer 3 163 Share Vaishaligoel 4 Mar 2024 · 1 min read मैं निकल पड़ी हूँ मैं निकल पड़ी हूँ अपने कभी ना रुकने वाले सफर पर अब रुकूंगी वही जहाँ मंजिल आ के गले से लगेगी🤗✍🏻 Quote Writer 74 Share Vaishaligoel 29 Feb 2024 · 1 min read ज़माना हक़ीक़त ज़माना हकीकत देखी है इसीलिये अब दूर मीलों अकेला चलना अच्छा लगता हैं🖤✍🏻 Quote Writer 1 140 Share Vaishaligoel 24 Feb 2024 · 1 min read भावनाओं की किसे पड़ी है भावनाओं की किसे पड़ी है सबको दिलो से खेलना है क्या रिश्ते क्या नाते बस मतलब का किस्सा रखना है अनचाही सी भीड़ में तन्हाई मेरी साथी है महफ़िलो में... Quote Writer 1 131 Share Vaishaligoel 24 Feb 2024 · 1 min read रास्तो के पार जाना है रास्तो के पार जाना है मुझे अपना एक अलग आशियाना बनाना है मुश्किल है सफर ये जानती हूँ मैं मगर मंजिलों को झक मार के एक ना एक दिन तो... Quote Writer 4 152 Share