updesh jaroliya 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid updesh jaroliya 11 Jul 2019 · 1 min read वृक्ष की ब्यथा ईश्वर से करे प्रार्थना, एक वृक्ष दुख भरा। कटने को है तैयार, देखो खड़ा अन्मना।। इंसान तो इंसानियत को, भूल चुका है। भगवान है तो सुनले ,मेरे दिल की भावना।... Hindi · कविता 542 Share