Umender kumar Tag: लेख 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read तुमसे मुलाकात आज तुमसे मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी... मिले तो थे मगर, दिल से नहीं, दिल रखने के लिए.... उमेंद्र कुमार मुरादाबाद Hindi · लेख 489 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी अंदरूनी आवाज एक दिन एक आवाज आई और कहती है के तू क्यों उदास है मैं जानता तो हूं मैं जानता तो हूं , तेरी उदासी को काम निकल जाने के बाद... Hindi · लेख 2 697 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read जाति और राजनीति !! जाति पर राजनीति और खत्म होती इंसानियत !! आज जाति पर राजनीति होती है और इंसानियत खत्म होती है, आज के दौर में निम्न जाति के उच्चतम अधिकारी से... Hindi · लेख 3 292 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read काम पड़ सकता है काम पड़ सकता है" वजह से रिश्तेदारों का रिश्ता काम पड़ सकता है" वजह से ऐसी दोस्ती का रिश्ता "काम पड़ सकता है" वजह से घर वालों का रिश्ता यह... Hindi · लेख 1 447 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मेरा अकेलापन जज्बातों से तो पुराना रिश्ता है हमारा, खामोशी से..... चुपके से ........ ना जाने कितनों के ... अकेलेपन में हम अपनेपन का एहसास देते हैं मगर हकीकत में खुद अकेले... Hindi · लेख 2 364 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मजदूर की व्यथा यह शरीर है साहब बीमारी भी इसी में है और भूख भी ...... इसी में ...... इल्जाम मत दो मुझे बाहर निकलने के लिए, डरता हूं मैं, बीमारी से पहले... Hindi · लेख 3 2 628 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read वक्त का फैसला हमें गुस्ताख तकब्बुर के साथ जीने दो आजकल नेकियों को कौन याद रखता है वैसे तो हमारी नेकियां हमारी गुस्ताखियां से ज्यादा होंगी हम चुप हैं कि कहीं तो हिसाब... Hindi · लेख 1 465 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read चाहत यादें तो है, मगर छुपा लेते हैं, सपनों में तो हो , पर देखने के लिए सोते नहीं है, उनकी यादें बोलती तो है , मगर होठों को सी लेते... Hindi · लेख 1 268 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं...... ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं...... लड़खड़ाया जरूर हूं मगर गिरा नहीं हूं, यह सोचा ना था , के तू हाथ भी ना बढ़ाएगा... इससे तूने, दोस्ती पर भी... Hindi · लेख 1 2 435 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read मजदूर मजदूर पूछ रहा है, क्या मैं वही हूं... जो कभी छोटी इमारतों के बड़े होने तक साथ रहा, क्या मैं वही हूं... जो कभी अपने मालिकों के कारोबारी सर दर्द... Hindi · लेख 2 302 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read दर्द दर्द को दर्द ही रहने दो, मरहम लगाने की कोशिश ना करो , शुक्रिया अदा तो उनका है जो घावों को कुरेद देते हैं, जिससे दर्द तो महसूस होता है!... Hindi · लेख 2 2 250 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read ईमानदारी का गहना जमाने में कितने ही साहूकार सही , "ईमानदारी" ऐसा गहना है जिसे रखना हर किसी के बस की बात नहीं.. ऊंचाइयों पर पहुंचने वालों , याद रखना ... यह बूंदे... Hindi · लेख 2 2 636 Share