Umender kumar Tag: कविता 60 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umender kumar 30 Jul 2023 · 1 min read उनकी आदत गुरूर था जमाने को हमें नीचा दिखाने का, उन्हें पता नहीं था, उनकी आदत ने हमे ऊंचा मुकाम दिला दिया, अफसोस तो इस बात का है, वह जब भी हमें... Hindi · कविता 1 249 Share Umender kumar 18 Oct 2022 · 1 min read फरेबी दुनिया की मतलब प्रस्दगी विश्वास का खून कर कमजोरी का फायदा उठा ले गए, खुद गलती कर , दुनिया के लिए नफरत पैदा कर गए, मतलबी दुनिया की तस्वीर हमे दिखा गए, कमज़ोरी जाहिर... Hindi · कविता 3 579 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Hindi · कविता 2 296 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read माता-पिता की जान है उसकी संतान माता-पिता की ख़ुशी है उसकी संतान, माता-पिता की जान है उसकी संतान, संतान को कुछ हो तो, निकलती है माता-पिता की जान, संतान की खातिर, एक करते है अपनी जी... Hindi · कविता 2 969 Share Umender kumar 8 Oct 2022 · 1 min read हम कुछ भी नही... हम उस किताब की तरह है, जो किमती तो बहुत है, पर बिकती नही, लिखा भी उसमे खूब है, पर दिखने में कोरी है, खुशी तो देती है पर, आईना... Hindi · कविता 1 279 Share Umender kumar 9 Jun 2022 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे तिरती रहती है, पर तुम नहीं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 302 Share Umender kumar 8 May 2022 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है.... मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Hindi · कविता 2 672 Share Umender kumar 24 Dec 2021 · 1 min read तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते हो, छुपाकर... Hindi · कविता 447 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read तेरा अक्स तेरा अक्स इस कदर आंखों में समाया है , जहन में तेरा ख्याल आते ही , दिल को सुकून मिल जाता है... आंखें बंद कर , दो बातें क्या कर... Hindi · कविता 301 Share Umender kumar 7 Dec 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी नादान न समझ मुझे ऐ जिंदगी, सीखा भी तुझी से हूं, और जीना भी तेरे साथ है.... अब समझ लिया है तेरे उतार-चढ़ाव को, अब कुछ शर्त हमारी भी होंगी,... Hindi · कविता 416 Share Umender kumar 22 Oct 2021 · 1 min read प्रेम की करवा चौथ पूरा दिन भूखे रहकर करवा चौथ मत कर.... इससे मेरी उम्र नहीं बढ़ती तेरा घमंड बढ़ता है... बस किसी भी दिन तू प्यार से रह ले उसी दिन मेरी करवा... Hindi · कविता 283 Share Umender kumar 22 Oct 2021 · 1 min read मोहब्बत मे दर्द, दर्द से मोहब्बत... मोहब्बत मे दर्द मिला, दर्द से मोहब्बत... कर बेठा मोहब्बत की इन्तहा मे दर्द मिला बेहिसाब ज़माने की नजरों ने किया बेहिजाब... मेरे अफसानो पर मुस्कुराता है ज़माना अपने मचलते... Hindi · कविता 1 315 Share Umender kumar 21 Sep 2021 · 1 min read तेरी महफिल तेरी महफिल चर्चा ए आम हो गई, थोड़ी सी नजरे फेर हम चले क्या आए, जिक्र था जुबां पर सबकी, अब क्या रोशन समा करेगी, चिराग थे महफ़िल की जो... Hindi · कविता 391 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read आजादी हम अभी आजाद नहीं कुछ लोगों की हैवानियत से उस दिन हम आजाद होंगे जब लड़की निडर हो घूम सकेगी बाजार में.. आओ आजादी की खुशियां हम सब लोग मिलकर... Hindi · कविता 2 349 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read कोई तो याद करेगा कभी तो याद करेगा लिख दिया करते थे शब्दों को कभी कागज पर अपने दिल का हाल जानकर गुमनामी में ही सही निशान तो रहेंगे हमारे जाने के बाद कोई तो याद करेगा कभी... Hindi · कविता 494 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मिलने की चाहत तुमसे मिलने की चाहत है पर तुम उस पार बैठे हो अजब किस्मत है हमारी जब हम उस पार पहुंचे तो तुम इस पार बैठे हो तुम्हारे इश्क की दीवानगी... Hindi · कविता 2 351 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मैं जाऊं कहां, कोई तो बताए मैं आ जाऊं कहां, अपनी करुण पुकार सुनाऊं कहां, जिसे हम मुसीबत में पुकारते थे, जा कर दरवाजे दरवाजे हम सदके करते थे, आज सभी के कपाट... Hindi · कविता 1 691 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read अपनों की भूख का डर रुक जा अब तो के अब बहुत हुआ, बक्श दे सबको के अब बहुत हुआ, जी लेने दे सबको के अब बहुत हुआ, अब तो खुद का कत्ल हुआ सा... Hindi · कविता 1 360 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग जीना भी चाहा और मरना भी चाहा मगर अब तेरे संग मजबूरी सी लगती है अगर समझ लेती तुम मेरा दर्द... Hindi · कविता 2 524 Share Umender kumar 8 Aug 2021 · 1 min read बीच मझधार छोड़ चले गए दर्द देने वाले बखूबी अपना काम कर गए, हमदर्दी दिखाने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए, मालूम था हमें हमदर्द कोई नहीं दुनिया में, बड़ी-बड़ी डींगे मारने वाले बीच मझधार... Hindi · कविता 2 914 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी जिंदगी मे तुझसे बढ़कर कोई नहीं तेरे ख्वाबों को जीता हूं मैं, तेरे आंसुओं को पीता हूं मैं, जब तू रोती है ना पगली, रातों को ना सोता हूं ना जागता हूं मैं, तेरे लबों की... Hindi · कविता 3 511 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read मेरी खुशनसीबी चाहत नहीं अब किसी से सिर्फ अपनी तन्हाइयों के साथ रहता हूं छोड़ चुका हूं अब सब, अब सिर्फ एक कोने में ही रहता हूं मनुष्य आता है तो खुशियां... Hindi · कविता 1 460 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read मिलने को तरसते हैं दूर हो , तो बात हो भी जाती है, जब पास होते हो, तो दूरी सी लगती है, दिल मे तो, रहते हो तुम, मगर नयन तरसते है ,बाट सजोते,... Hindi · कविता 1 347 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read तेरी बेवफाई तेरी बेवफाई मेरी यादों को भुलाने नहीं देती , मगर ,तेरी यादें मेरे दर्द को जरूर भुला देती है। तेरे दर्द का एहसास आज भी दिल के किसी कोने में... Hindi · कविता 2 560 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मेरा मोल नहीं मुझे, खरीदना बेचना चाहते हो, पर मेरा कोई मोल नहीं, जा.... जा... ले जा मेरी मिट्टी को श्मशानों में, और ले जा अपना मुंह मांगा मोल, इसके अलावा तो कहीं... Hindi · कविता 1 356 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मुस्कुराहट मेरी मुस्कुराहट सभी के लिए है, मगर मेरी उदासी सिर्फ मेरे लिए... . मुस्कुराना ही जिंदगी है, वरना यह किसी मौत से कम नहीं.. उमेंद्र कुमार Hindi · कविता 1 251 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read दिल से सलाम अब तो हमारी सांसे भी हमारे खिलाफ साजिश रचती हैं और तुम मेरी सांसो में दम डालने की बात करते होl, शुक्रगुजार हूं मैं तुम्हारा बदलती फिजा में भी तुम... Hindi · कविता 2 2 615 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read बांझ औरत जब दूसरे चमन पर आती है, बहार तो मुझे भी लगता है, कभी तो आएगी मेरे चमन पर भी फूलों की बहार .. पौधे से तो बन गई मैं कली... Hindi · कविता 3 2 790 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read दीवानी का जवाब एक आशिक:- तेरे बदन की लिखावट में हैं उतार चढाव में तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे (माननीय स्वर्गीय श्री राहत इंदौरी जी की लाइन) जवाब में लड़की:- ना... Hindi · कविता 711 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read प्रेम का दीपक राम तुम दीपक बन जाओ रहीम तुम रोशनी बन जाओ प्रेम का एक दिया मैं जलाऊं प्रेम का एक दिया तुम जलाओ एक नजरिया हो सब का जैसे , हर... Hindi · कविता 2 397 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read बस अब विदाई कर दो.. रफ्ता रफ्ता बीत गया मैं भी, बस अब मेरी विदाई कर दो.. पुराने वर्ष की विदाई के साथ, आज मेरी भी विदाई कर दो ..... चाहते तो बहुत थी मगर,... Hindi · कविता 1 625 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read दुखी जीवन मुद्दतों बाद महफिलों से रू-ब-रू तो हुए, मगर तेरी कमी सी (खुशी) थी, अगर तू थोड़ी भी होती, अगर तू साथ होती... इस अंजुमन को दीवाने खास बना देते..... उमेंद्र... Hindi · कविता 1 563 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read मेरी यादें तू गम ना कर तेरी यादों में सदा रहूंगा याद बनकर तेरी बातों में सदा रहूंगा बात बनकर, तू भूल ना जाए रात में भी इसलिए रात में भी साथ... Hindi · कविता 1 441 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद आम की डाली जो सूखी है अब यहां पिक या सीखी नहीं आते यह घाट सुने हैं जहां हंसी बहुत कुछ कहा करती थी सब को हंसाती थी और हंसती... Hindi · कविता 483 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ऐ कोरोना तूने यह क्या कर दिया.. ऐ कोरोना तूने यह क्या कर दिया.... जिस जिस गली निकला मैं उस गली को लोगों ने खाली कर दिया.. हम तो यह जाने के ... हमारी मोहब्बत में बाजार... Hindi · कविता 3 2 320 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ज़िद साहिलों को छोड़ , कश्ती समुंदर की और मोड़ ली क्योंकि प्यास बुझती नहीं अब इनसे, अब, नमकीन की आदत सी हो गई है अक्सर , तूफानों को साहिलों से... Hindi · कविता 1 355 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read भागती जिंदगी व्यस्त था जिंदगी में के सपने अधूरे ना रह जाए, सपने तो पूरे हुए, मगर रिश्ते भी कहीं छूट गए याद दिलाया किसी ने आज अपने होने का एहसास तो... Hindi · कविता 1 2 517 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read मेरी खामोशी मत रो मेरे दिल छोड़ दे सब वक्त के हाथों में दर्द तो अपना है अपना लेंगे खुशियां छोड़ दे दूसरो के हाथों में मत पूछ मेरा दिल ए बया... Hindi · कविता 3 227 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read दोस्ती का कत्ल इजहार ए इश्क कर तूने, आज दोस्ती का कत्ल कर दिया बेजुबा हो गया हूं मैं सुनकर.. पर , मेरी खामोशी का सैलाब , तेरे कानों में गूंजेगा जरूर पर... Hindi · कविता 420 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read दूरी ऐसे ना मुझे छोड़ना के मैं , सदमे में होश खो बैठू , थोड़ी आज दूरी बना थोड़ी कल, ऐसे ही धीरे-धीरे छोड़ देना , जिससे तुम्हें भी दर्द ना... Hindi · कविता 1 329 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read कलयुग यह दुनिया वाले भी बड़े अजीब हैं जीते जी मार डालते हैं और मरने के बाद जिंदा रखते हैं.... जिंदा है तभी तो मरे हुए हैं , वरना आजकल ,... Hindi · कविता 1 285 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read सांपों का जहां यह सांपों का जहां है, साहब जरा संभल कर चलो, यहां आस्तीनो में भी सांप मिलते हैं, जो अपना बना कर डस लेते हैं उमेंद्र कुमार Hindi · कविता 2 2 274 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read अकेला जीवन ध्यान रख , याद रख , बांस के चार डंडो पर लेट कर सब खत्म हो जाना है, बस एक ही सच रह जाना है, ना तू है मेरा, ना... Hindi · कविता 1 316 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read इंतजार है तेरा आ तो गई पर मुझसे नहीं मिली! क्या इतनी खफ़ा है मुझसे तू, अब तो सब भूलाकर गले से लगा ले, बक्श दे सबको, चल ले चल मुझे अपनी दुनिया... Hindi · कविता 3 1 269 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मयखाने इन मयखानो की शोख अदाओं से.. इन मयखानो की शोख अदाओं से हमें ना रिझा , जरा पलट कर देख, तेरे इस मंदिर की दीवार पर हम पूजें जाते हैं,... Hindi · कविता 376 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read दुश्मनी में भी - प्यार होता है प्यार - प्यार होता है , जैसा भी होता है, प्यार के साथ दुश्मनी निभा लो या दुश्मनी के साथ प्यार.. प्यार के बिना दुश्मनी निभाना मुश्किल है यारों, हर... Hindi · कविता 2 357 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read चल जश्न मनाते हैं तकल्लुफ ना कर , कह दे दिल की बात..... क्या पता कुबूल हो जाए चल साथ चल.. चल साथ चल मेरे आज जश्न मनाते है .. क्या पता आज की... Hindi · कविता 1 376 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मेरी तन्हाई यह तन्हाई कैसी है मेरे यार, इसमें भी कानों में गूंज सुनाई पड़ती है.... सपनों में तो लगी थी आग मेरे , मगर जिंदगी आज भी सुलग रही है.... अब... Hindi · कविता 1 333 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मुर्दों के जज़्बात मुर्दों के जज़्बात नहीं होते, उनके अपने तो होते हैं मगर पास नहीं होते, दिख जाते कहीं / कभी अपने, तो आज हम यहां श्मशान में नहीं होते..... सुकून में... Hindi · कविता 4 3 713 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read खामोशी से जी लु जरा मेरी खामोशी मेरा दर्द मेरा दर्द मेरी खुशी मेरी खुशी मेरी तन्हाई मेरी तन्हाई मेरी यादें मेरी यादें मेरी जिंदगी और मेरी जिंदगी मेरी खामोशी..... खामोशी से जी लु जरा,... Hindi · कविता 2 553 Share Page 1 Next