कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 23 Feb 2024 · 1 min read इस तरह मुझसे नज़रें चुराया न किजिए। इस तरह हमसे नजरें, चुराया न किजिए, मेरी खता को हमसे, सुझाया भी किजिए।१। होंगे हजारों आपके, अपने यहां मगर, गैरों कि तरह हमको यूॅं ,ठुकराया न किजिए।२। उल्फत कि... Hindi · इंसानियत 1 59 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 20 Feb 2024 · 1 min read नफ़रत कि आग में यहां, सब लोग जल रहे, नफ़रत कि आग में यहां, सब लोग जल रहे, यूॅं ही सिसक-सिसक कर,रिश्तें है चल रहें।१। आंसू भी आंखों के अब,प्यारे से लग रहें, शक्ले बदल के अपने, अपनों को... Quote Writer 98 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 27 Oct 2023 · 1 min read हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में। हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में। बदला हुआ है मंजर अपने ही शहर में।। खिलते थे जहां फुल मुहब्बत की बाग में। है नफरतों का बाजार अपने ही... Quote Writer 136 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 25 Oct 2023 · 1 min read है कहीं धूप तो फिर कही छांव है है कहीं धूप तो फिर कही छांव है इस जहा मे न मिलता कहीं ठाव है। रफ्ता रफ्ता यु ही कट रही जिंदगी, बेबसी के तले अब दबे पाव है।... Quote Writer 2 1 227 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 8 Oct 2023 · 1 min read एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख घटा सुहानी सी छाई है तुम चले आओ। प्यार की शम्मा जलाई है तुम चले आओ।। प्यास धरती की मिटा... Quote Writer 342 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 7 Oct 2023 · 1 min read कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले। कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले। बदल गई क्यो भाषा वाणी सबपे प्रेम लूटाने वाली। छाई है गहरी खामोशी मुख। से शब्द न फूट रहे। सबके होंठ... Quote Writer 271 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 4 Oct 2023 · 1 min read गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले। कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले। बदल गई भाषा बाणी सबसे प्रेम लूटाने वाली ? गहरी खामोशी है छाई मुख से शब्द न फुट रहे। आखिर होंठ... Hindi · Quote Writer · कविता 206 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 3 Oct 2023 · 1 min read वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो। वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो। वक्त के सब गुलाम जरा तुम सुनो।। मेरे दामन में कलीया सही ना सही। तेरा दामन कांटों से इतर भी नहीं।। " निकुम्भ... Quote Writer 164 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 17 Sep 2023 · 1 min read कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़ कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़ ये चमन बेजान क्यो है। अब वतन लाचार क्यो है।। रक्त में लिपटी हुई । लाशों का अंबार क्यों है।।... Hindi · Quote Writer 419 Share कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ 14 Sep 2023 · 1 min read ये दुनिया है एक पहेली ये दुनिया है एक पहेली इसको समझना मुश्किल है कौन है अपना कौन पराया भेद बताना मुश्किल है कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ Quote Writer 214 Share