शशांक तिवारी 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read उसको याद नही करना दरवाजे पे आँखे रखकर , मन पहुँचा है तुम्हें बुलाने ! पैर खीचता अंदर बाहर , खुद को झूठा ख़्वाब दिखाने !! इच्छाओं को रोज तहाकर , तकिए के नीचे... Hindi · कविता 412 Share शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read लड्डू जैसे गालों वाली मतभेदों के बीच हमारे , जागा है इक भाव प्रिये ! इन आँखों में दिखता मुझको , इक प्यारा ठहराव प्रिये !! और तुम्हारे गानों में है , कुछ ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read ऐसा ही है प्यार हमारा सारी मर्यादायें तोड़ी , मन को थोड़ा किया सबल ! ज्यों ही पलटी मिरी ओर तो , आँखें भूल गयी हलचल !! फिर कन्धे पे सर को रखकर , बही... Hindi · कविता 229 Share शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read दीदी तुमसा कोई नही है इंद्रधनुष सा पल्लू रखकर , आज सजी है राजकुमारी ! बाहर बाहर हँसती जितना , मन अंदर से उतना भारी !! पापा मम्मी के कन्धों में , रखकर सर ऊर्जा... Hindi · कविता 250 Share शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read अद्भुत है एहसास तुम्हारा कसमें तोड़ रहा हूँ तेरी खुद को फिर से भरमाउंगा तेरे सब उपहार सजाकर उनमें पागल हो जाऊँगा तस्वीरों से बातें करके लम्बी चौड़ी रातें करके मन को हल्का दे... Hindi · कविता 1 444 Share