Gaurav Tripathi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Gaurav Tripathi 22 Nov 2018 · 1 min read मां मैं रात भर जगाता हूँ , वह मुझे देख मुस्कराती है , दिन भर उसे लोक मर्यादा जगाता है, मुझे नहीं पता वह कब सो पाती है , लेकिन वह... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 31 653 Share