Dr. Rajeev Jain Tag: ज़िम्मेवारी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajeev Jain 15 Jul 2024 · 1 min read पिता मन बहुत भीगता है , पर रो नहीं सकता, बाप से मजबूर , कोई हो नहीं सकता l ज़रूरतें घर की, सहूलियतें सबकी, उसको याद रहती है, अपनी खबर उसको... Hindi · कविता · ज़िम्मेवारी · पिता · राजीव · सांगरी 73 Share