Dr. Rajeev Jain Tag: ख्वाब 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajeev Jain 19 Sep 2024 · 1 min read मुझे ख़्वाब क्यों खलने लगे, मुझे ख़्वाब क्यों खलने लगे, नींद में हैं ख़लल करने लगे । वही बात जो बताना नहीं चाहता , उसी की तरफ़दारी नयन करने लगे । जो छिपाया बहुत ज़माने... Hindi · ख्वाब · नयन · राजीव · सपना · सांगरी 52 Share Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read नक़ली असली चेहरा धोखा खाते खाते, धोखे का इल्म जाता रहा हम तो मासूम हैं ,जो भी मिला बतलाता रहा ये तो पक्का था , ये भी कोई झूठ ही होगा सच्चा मानकर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ख्वाब · तसल्ली · राजीव · सांगरी 2 130 Share