स्वतंत्र ललिता मन्नू Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid स्वतंत्र ललिता मन्नू 6 Nov 2018 · 1 min read सब कुछ भुला के चला गया यूँ लगा की सब कुछ भुला के चला गया। हँसते हुए चेहरे को रूला के चला गया। देख रही थी आँखे उसे मैने थामी थी उंगलियाँ अचानक वो हाथ अपना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 559 Share स्वतंत्र ललिता मन्नू 6 Nov 2018 · 1 min read इधर कोने मे मेरी वफा रखी है। ये क्या हालत बना रखी है । शायद सबसे निभा रखी है। खोये खोये से दिखते हो जैसे आरजू कोई दिल में दबा रखी है। उधर खूंटी पर है उल्फत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 412 Share