Chandan Mohta 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Chandan Mohta 24 Nov 2018 · 1 min read मृत्यु - मृतक की ज़ुबानी एक पल में सुन्न पड़ा शरीर, थी इर्द - गिर्द कुटुम्भ की टोली। इस उम्मीद में थे शायद, के में बोल पडूँ एक बोली। थे कर रहे जतन वो, मेरे... Hindi · कविता 3 1 226 Share