Kumar lalit Tag: शेर 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar lalit 7 Feb 2024 · 1 min read घर जब कटने लगे पेड़ जंगल में, एक चिड़िया यू बोली "किसी का घर उजड़ रहा है, किसी का घर बनाने को" - ललित Poetry Writing Challenge-2 · शेर 106 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read घरवार लुटा है मेरा इस इश्क ने ऐसा मारा दिल हार चुका है मेरा जब जब तुमको चाहा, दिल हर बार दुखा है मेरा अब तुम नहीं समझोगी, तुम्हारा तो घर बसा है मैं... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 2 151 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read बातों में मिठास बातों में मिठास चेहरे से नूर झलकता है देख सादगी तेरी सबका दिल मचलता है। तेरी आंखों से कैसे शुरू कोई फ़साना ना हो। तुझे देख के कैसे ये दिल... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 124 Share