हरीश सुवासिया Language: Rajasthani 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read मन बस्या राम मन बस्या राम राम नाम ने रटता रेवो, मिटजा सगळी पीर। राम करम फल उजळा , राखो मन में धीर।। भली सोच राखो नित, राम बसै घट-घट आस। जुगती रैवे... Rajasthani · Poem 1 1 414 Share हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ रग-रग में समाई, जठै ई देखूँ, देवे पग - पग दिखाई। पीपल-बरगद-नीम री घणेरी छाया, जठै प्यारो बचपन बितायो, बाल सखा सागै खूब पींगां... Rajasthani · Poem 5 2 442 Share