Sushmita Singh Tag: ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushmita Singh 1 Feb 2024 · 1 min read प्रेम टूट कर भी जुड़े प्रीत की डोर है लाख चाहें न मुड़ती किसी ओर है प्रेम मरता नहीं कर जुदा दे भले सांस अंतिम भी करती न कमजोर है @सुस्मिता... Hindi · ग़ज़ल · शेर 90 Share