Sushmita Singh Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushmita Singh 1 Dec 2023 · 1 min read संकट.. जो बचना जानता है वो , भले बच जाए झमेले से ! संकट भी टला करता है ? कहीं..पलकें मूंद लेने से ! ©सुस्मिता सिंह 'काव्यमय' Hindi · कविता · कोटेशन 151 Share Sushmita Singh 26 Nov 2023 · 1 min read एक ज्योति प्रेम की... एक ज्योति प्रेम की मन में रखना, बाहर दीपों की माला। प्रेम बिखेरे अंदर खुशियां बाहर दीपों की माला! हर-दर, हर-घर, बाहर-भीतर, उजियारा चहुंओर फैलें। द्वार-द्वार पर सजे रंगोली, निर्मल... Hindi · कविता · दीपावलीदिवालीदीपशिखा 147 Share