Sushmita Singh 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushmita Singh 1 Feb 2024 · 1 min read प्रेम टूट कर भी जुड़े प्रीत की डोर है लाख चाहें न मुड़ती किसी ओर है प्रेम मरता नहीं कर जुदा दे भले सांस अंतिम भी करती न कमजोर है @सुस्मिता... Hindi · ग़ज़ल · शेर 90 Share Sushmita Singh 18 Jan 2024 · 1 min read ये दुनियाँ है बाबुल का घर ये दुनियाँ है बाबुल का घर ज़िंदगी पुत्री बनकर आई है चाहे जितना हॅस लें गा लें होनी साँझ को विदाई है @सुस्मिता सिंह 'काव्यमय' Quote Writer 2 135 Share Sushmita Singh 17 Jan 2024 · 1 min read छलावा मिलें सबसे ही मतलब से छलवा कर रहें हैं सब मुहब्बत है बहुत तुमसे दिखावा कर रहें हैं सब दिखावे में ही जीते हैं दिखावे में ही मरते हैं कोई... Poem 1 117 Share Sushmita Singh 1 Dec 2023 · 1 min read संकट.. जो बचना जानता है वो , भले बच जाए झमेले से ! संकट भी टला करता है ? कहीं..पलकें मूंद लेने से ! ©सुस्मिता सिंह 'काव्यमय' Hindi · कविता · कोटेशन 150 Share Sushmita Singh 26 Nov 2023 · 1 min read एक ज्योति प्रेम की... एक ज्योति प्रेम की मन में रखना, बाहर दीपों की माला। प्रेम बिखेरे अंदर खुशियां बाहर दीपों की माला! हर-दर, हर-घर, बाहर-भीतर, उजियारा चहुंओर फैलें। द्वार-द्वार पर सजे रंगोली, निर्मल... Hindi · कविता · दीपावलीदिवालीदीपशिखा 146 Share Sushmita Singh 5 Nov 2023 · 1 min read नन्हें बच्चे को जब देखा नन्हें बच्चे को जब देखा चंद सिक्कों के साथ ! चहक रहा था नन्हा बचपन मिली हो ज्यूँ सौगात ! सिक्का फिसला दूर जा गिरा पीछे नन्हीं जान! सिक्का ही... Quote Writer 1 262 Share Sushmita Singh 2 Oct 2023 · 1 min read आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं ! आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं ! कितने ही राज दिल में दफ़न रखते हैं ! साथ रह कर भी रहते बनें अजनबी ! अपनी ही चाहतों पर कफ़न रखतें... Quote Writer 1 213 Share Sushmita Singh 30 Sep 2023 · 1 min read आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं ! आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं ! कितने ही राज दिल में दफ़न रखते हैं ! साथ रह कर भी रहते बनें अजनबी ! अपनी ही चाहतों पर कफ़न रखतें... Quote Writer 225 Share