सुषमा मलिक "अदब" Tag: ग़ज़ल/गीतिका 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुषमा मलिक "अदब" 5 Aug 2018 · 1 min read सलाम बता दिया मैंने उन्हें सर झुकाकर मेरा सलाम बता दिया.. हाल-ए-दिल उनको अपना तमाम बता दिया.. किसीने मुझसे पूछा, उसके होठ कैसे है.....?????? मैंने मुस्कुराकर मय-ए-जाम बता दिया....... किसीने मुझसे पूछा, उसके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 8 727 Share सुषमा मलिक "अदब" 14 May 2018 · 1 min read "ना जाने क्यों" लाख पत्थर हो जाती हूँ मैं पर ना जाने क्यों, देखकर के तेरी एक झलक, मैं बर्फ की सील की तरह पिघल जाती हूं।। बहुत अटल होते है इरादे मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 14 763 Share सुषमा मलिक "अदब" 12 Apr 2018 · 1 min read लौटकर मत आना खत्म हुआ इंतजार मेरा अब तुम लौटकर मत आना। मंजिल राह तके तुम्हारी तुम तो पथ पर बढ़ जाना।। राह मेरे बेराह हुए और मंजिल भी मेरी रूठी मुझसे, जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 1 368 Share सुषमा मलिक "अदब" 30 Mar 2018 · 1 min read बदलने लगी हूं मैं हां, बस अब थोड़ा सा बदलने लगी हूं मैं, खुद से ही खुद के सांचे में ढलने लगी हूं मैं :-अपनेपन के झुठे एहसास से बुझा दिया, था मुझे उसने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 489 Share सुषमा मलिक "अदब" 17 Feb 2018 · 1 min read वैलेंटाइन डे विशेष मेरा तो ये गुलाब हर उस फौजी को कुर्बान है। जिसकी कुर्बानी से मेरा भारत देश महान है।। क्यों दे गुलाब हम उनको जो है कोई बेगाने, देंगे गुलाब हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 306 Share सुषमा मलिक "अदब" 7 Feb 2018 · 1 min read सभी चले आना मैय्यत में मेरी तुम सभी चले आना, भूले से भी ना तुम आँसू बहाना। ओढ़ाकर सफेद कफ़न लाश को, मुझे शमशान तक सभी छोड़ आना।। होंगे उस वक़्त वो मस्ती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 258 Share सुषमा मलिक "अदब" 19 Jan 2018 · 1 min read गजल *"गजल"* जी चाहता है खुलकर रोये पर ना जाने क्यों, बिना बरसे ही आंखों से घटाएँ लौट आती है। महकती गुनगुनाती हैं हवाएं मुझे लगता है, तेरे जिस्म से टकराकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 324 Share सुषमा मलिक "अदब" 19 Jan 2018 · 1 min read गज़ल जी चाहता है खुलकर रोये पर ना जाने क्यों, बिना बरसे ही आंखों से घटाएँ लौट आती है। महकती गुनगुनाती हैं हवाएं मुझे लगता है, तेरे जिस्म से टकराकर हवाएं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 276 Share