sushil sarna Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid sushil sarna 31 Jul 2016 · 1 min read एक गुंचा..... एक गुंचा (२१२ x ३ ) क्यूँ हवा में ज़हर हो गया हर शजर बेसमर हो गया !!१ !! एक लम्हा राह में था खड़ा याद में वो खंडर हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 518 Share